कथित जातिवादी टिप्पणी मामले में युवराज सिंह गिरफ़्तार, फ़िर ज़मानत पर रिहा: हरियाणा पुलिस

पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह पर पिछले साल इंस्टाग्राम चैट के दौरान एक अन्य क्रिकेटर के ख़िलाफ़ जातिवादी टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया था. एक वकील ने पिछले साल पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि युवराज सिंह की टिप्पणी से दलित समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है.

युवराज सिंह. (फोटो साभार: फेसबुक)

पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह पर पिछले साल इंस्टाग्राम चैट के दौरान एक अन्य क्रिकेटर के ख़िलाफ़ जातिवादी टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया था. एक वकील ने पिछले साल पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि युवराज सिंह की टिप्पणी से दलित समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है.

युवराज सिंह. (फोटो साभार: फेसबुक)

हिसार: हरियाणा पुलिस ने रविवार को कहा कि पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह को कथित जातिवादी टिप्पणी मामले में गिरफ्तार किया गया और उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में जमानत पर रिहा कर दिया गया.

युवराज पर पिछले साल इंस्टाग्राम चैट के दौरान एक अन्य क्रिकेटर के खिलाफ जातिवादी टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया था.

हिसार जिले में हांसी की पुलिस अधीक्षक नितिका गहलोत ने फोन पर कहा, ‘हमने केवल औपचारिक गिरफ्तारी की और उन्हें पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में जमानत पर रिहा कर दिया गया.’

हांसी के पुलिस उपाधीक्षक विनोद शंकर ने कहा, ‘युवराज सिंह शनिवार को हांसी आए और हमने उनकी औपचारिक गिरफ्तारी की. उन्हें कुछ घंटों के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया.’

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, यह देखते हुए कि हरियाणा पुलिस मामले में केवल युवराज सिंह की औपचारिक गिरफ्तारी चाह रही है, उच्च न्यायालय ने पिछले सप्ताह निर्देश दिया था कि जांच अधिकारी के साथ जांच में शामिल होने पर यदि क्रिकेटर को गिरफ्तार किया जाता है, तो उन्हें जमानत और मुचलके जमा करने पर अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया जाएगा.

उच्च न्यायालय क्रिकेटर की याचिका पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें वकील रजत कालसन की शिकायत के आधार पर इस साल की शुरुआत में हिसार के हांसी थाने में आईपीसी और एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने की मांग की गई थी.

कालसन ने पिछले साल पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि युवराज सिंह की टिप्पणी से दलित समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है और सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोगों ने वीडियो देखा था.

टिप्पणियों पर खेद व्यक्त करते हुए युवराज सिंह ने पहले ट्वीट किया था, ‘मैं समझता हूं कि जब मैं अपने दोस्तों के साथ बातचीत कर रहा था, तो मुझे गलत समझा गया, जो अनुचित था. हालांकि, एक जिम्मेदार भारतीय के रूप में मैं कहना चाहता हूं कि अगर मैंने अनजाने में किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, तो मैं उसके लिए खेद व्यक्त करना चाहूंगा.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)