तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एमके करुणानिधि और अभिनेत्री डॉ. शर्मिला को निशाना बनाकर किए गए कई कथित अपमानजनक ट्वीट करने के लिए भाजपा की राज्य कार्यसमिति के सदस्य आर. कल्याणरमन के ख़िलाफ़ कई शिकायतें दर्ज की गईं. आपत्तिजनक टिप्पणियों के चलते उन्हें पहले भी दो बार गिरफ़्तार किया जा चुका है.
नई दिल्लीः तमिलनाडु की चेन्नई पुलिस द्वारा भाजपा की राज्य कार्यसमिति के सदस्य आर. कल्याणरमन को अपमानजनक ट्वीट करने के आरोप में 16 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया है.
द न्यूज मिनट की रिपोर्ट के मुताबिक, तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एमके करुणानिधि और अभिनेत्री डॉ. शर्मिला को निशाना बनाकर किए गए कई अपमानजनक ट्वीट करने के लिए कल्याणरमन के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज की गईं.
ये शिकायतें धर्मपुरी से डीएमके के सांसद सेंथिलकुमार और विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) पार्टी के अधिवक्ता मा गोपीनाथ ने की थीं.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, चेन्नई पुलिस ने कहा कि ट्वीट का विश्लेषण करने के बाद शिकायतकर्ताओं के आरोप सही पाए गए और आरोपियों के खिलाफ प्रथमदृष्टया मामला दर्ज किया गया.
भाजपा नेता को विरुगमबक्कम से गिरफ्तार किया गया और बाद में रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया और फिर वहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
भाजपा नेता के खिलाफ आईपीसी की धारा 153(ए) (विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्य बढ़ाना) और 505 (2) (शत्रुता या दुर्भावना को बढ़ाना) के तहत मामला दर्ज किया गया.
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस उनके ट्विटर एकाउंट को बंद कराने के लिए कदम भी उठा सकती है.
द न्यूज मिनट के मुताबिक, भारतीय जनता मजदूर महासंघ के पूर्व राष्ट्रीय सचिव कल्याणरमन को दो बार पहले भी गिरफ्तार किया गया है.
इस साल फरवरी में उन्हें मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने के लिए की गई भाजपा की चुनावी रैली में दिए गए भड़काऊ बयान के आरोप में गिरफ्तार किया था. उनके खिलाफ गुंडा एक्ट भी लगाया गया था, जिसे बाद में मद्रास हाईकोर्ट ने हटा दिया.
रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें इसी तरह की बयानबाजी के लिए 2016 में भी गिरफ्तार किया गया था.
धर्मपुरी से डीएमके सांसद सेंथिलकुमार ने बताया, ‘कल्याणरमन आदतन अपराधी और महिला उत्पीड़क हैं.’ उन्होंने भाजपा पर मुद्दों पर बहस करने के लिए तैयार न होने और इसके बजाय महिलाओं और नेताओं का अपमान करने का आरोप लगाया.
शर्मिला ने बताया कि कल्याणरमन इस बात का प्रमाण हैं कि किस तरह भाजपा कैडर सोशल मीडिया पर व्यवहार करता है.
उन्होंने कहा, ‘जब वे (भाजपा) तथ्यों का जवाब देने में असमर्थ रहते हैं तो चरित्र हनन करते हैं. उन्हें लगता है कि अगर वे यह करेंगे तो जो महिलाएं उनके खिलाफ आवाज उठाती हैं, वे पीछे हट जाएंगी. यह मानसिक प्रताड़ना है. वह जेल में रहने के योग्य हैं. मुझे नहीं लगता कि उन्हें पहले के मामलों में भी जमानत मिलनी चाहिए थी. इस तरह के लोग समाज के लिए जहर हैं. ये महिलाओं को निशाना बनाते हैं, धर्म के आधार पर विभाजन करते हैं.’