उमर ख़ालिद के पिता, अखिलेश यादव के साथ मिलकर साज़िश रच रहे हैं: योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विपक्षी दल किसी भी हद तक जा सकते हैं. आपने देखा होगा कि हाल ही में एक पार्टी (सपा) से कौन मिलने आया था, उमर ख़ालिद के पिता. वह उमर ख़ालिद, जिसने कहा था कि ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’. इस पर समाजवादी पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री विधानसभा चुनावों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं.

योगी आदित्यनाथ. (फोटो: पीटीआई)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विपक्षी दल किसी भी हद तक जा सकते हैं. आपने देखा होगा कि हाल ही में एक पार्टी (सपा) से कौन मिलने आया था, उमर ख़ालिद के पिता. वह उमर ख़ालिद, जिसने कहा था कि ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’. इस पर समाजवादी पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री विधानसभा चुनावों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं.

योगी आदित्यनाथ. (फाइल फोटो: रॉयटर्स)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को दिल्ली दंगा मामले में आरोपी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र उमर खालिद के पिता की समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात को लेकर सवाल उठाए हैं.

योगी आदित्यनाथ का कहना है कि खालिद के पिता ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव को आश्वासन दिया है कि वह पार्टी के पक्ष में ‘साजिश’ रच रहे हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, आदित्यनाथ के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी ने कहा कि वह विधानसभा चुनावों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं.

योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में भाजपा की सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘विपक्षी दल किसी भी हद तक जा सकते हैं. आपने देखा होगा कि हाल ही में एक पार्टी (सपा) से कौन मिलने आया था, उमर खालिद के पिता. वह उमर खालिद, जिसने कहा था कि भारत तेरे टुकड़े होंगे.’

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, ‘वह शख्स (खालिद के पिता) समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष से मिलने आता है और उनको आश्वासन देता है कि चिंता मत करो, हम साजिश रच रहे हैं.’

उन्होंने कहा, ‘आप क्या उम्मीद करते हैं, अगर ये लोग सत्ता में आएंगे तो क्या करेंगे.’

बता दें कि उमर खालिद को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगे भड़काने के आरोप में पिछले साल सितंबर में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत गिरफ्तार किया था.

मुख्यमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, ‘वह (योगी आदित्यनाथ) आगामी विधानसभा चुनावों का सांप्रदायिक आधार पर ध्रुवीकरण करने का मुद्दा उठा रहे हैं. हर कोई जानता है कि चुनाव नजदीक है, भाजपा समाज का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है.’

चौधरी ने कहा कि उन्हें उमर खालिद के पिता और अखिलेश यादव की मुलाकात की कोई जानकारी नहीं थी.

उन्होंने कहा, ‘सपा समाजवादी और लोकतांत्रिक पार्टी है. कोई भी शख्स और संगठन मिलने और अपना समर्थन देने के लिए स्वतंत्र हैं.’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आरोप है कि राज्य की पूर्ववर्ती सपा और बसपा सरकारों ने जातिवाद के नाम पर समाज के ताने-बाने को तोड़ दिया है और राज्य को दंगों की आग में झोंक दिया है.

आदित्यनाथ ने कहा कि इन पार्टियों ने अपने स्वार्थ के लिए राज्य को माफियाओं को सौंप दिया, लेकिन भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद इसमें बदलाव आया.

उन्होंने कोविड-19 से उचित तरीके से निपटने का दावा करते हुए कहा, ‘अगर यह महामारी कांग्रेस सरकार के दौरान आती, तो सोचिए क्या होता? भाई और बहन इटली भाग गए होते. अगर यह महामारी सपा सरकार के दौरान फैलती तो चाचा और भतीजे के बीच में दौड़ हो रही होती कि कौन गरीबों की परवाह किए बिना कितना हड़पेगा और माफियाओं को कॉन्ट्रैक्ट (ठेके) किस तरह देंगे.’