हरियाणा के बहादुरगढ़ ज़िले के टिकरी बॉर्डर के पास गुरुवार सुबह एक ट्रक के टक्कर मारने से तीन महिला किसानों की मौत हो गई और दो अन्य लोग घायल हो गए. पुलिस ने बताया कि घटना के बाद ड्राइवर फ़रार हो गया और उसकी तलाश जारी है.
बहादुरगढ़: हरियाणा के बहादुरगढ़ जिले के टिकरी बॉर्डर के पास गुरुवार की सुबह एक ट्रक के टक्कर मारने से तीन महिला किसानों की मौत हो गई और दो अन्य लोग घायल हो गए.
पुलिस ने बताया कि हादसा पकोड़ा चौक पर हुआ, जहां महिलाएं बहादुरगढ़ रेलवे स्टेशन जाने के लिए ऑटो रिक्शा का इंतजार कर रही थीं.
टिकरी बॉर्डर पर केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के बाद महिलाएं पंजाब के मानसा जिले स्थित अपने गांव लौट रही थीं. हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया.
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान छिंदर कौर (60), अमरजीत कौर (58) और गुरमेल कौर (60) के तौर पर हुई है. ये सभी मानसा जिले के खीवा दयालुवाला गांव की निवासी थीं. घायलों को रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया गया है.
दिल्ली की बाहरी हिस्से में चल रहे किसानों के प्रदर्शन में सैकड़ों महिलाएं भी भाग ले रही हैं.
द वायर से बात करते हुए झज्जर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) वसीम अकरम ने बताया कि प्रथमदृष्टया यह घटना एक दुर्घटना लगती है, लेकिन वे जल्द ही सभी तथ्यों को स्पष्ट कर देंगे.
उन्होंने बताया, ‘छह महिला किसान डिवाइडर पर बैठी थीं, तभी एक तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें कुचल दिया. दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई और तीसरी को बहादुरगढ़ सिविल अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. ये महिलाएं घर जा रही थीं और ट्रेन का इंतजार कर रही थीं, जो सुबह करीब 7.45 बजे पंजाब के लिए निकलती है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हालांकि ट्रक ड्राइवर भाग गया, हमने उसकी पहचान कर ली है और उसे पकड़ने के लिए तलाश जारी है. हम किसान संघ के नेताओं से भी बात करेंगे और जल्द ही उन्हें आरोपी ट्रक ड्राइवर का बयान बताएंगे.’
टिकरी बॉर्डर पर मौजूद भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहन) के किसान नेता बसंत कोठा गुरु ने बताया, ‘घटना तब हुई जब महिलाएं विरोध प्रदर्शन से घर जा रही थीं. यह हमारे लिए एक बड़ी क्षति है क्योंकि जब से तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन शुरू हुआ है तबसे वे नियमित तौर पर टिकरी सीमा पर आ रही थीं.
भाकियू (एकता उग्राहन) के राज्य सचिव शिंगारा सिंह मान ने मामले की पुलिस जांच की मांग की ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी की जांच की जा सके. ग्यारह महीने पहले विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन शुरू होने के बाद से ही किसानों को हिंसा की कई घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है.
मान ने कहा, ‘हम इस संबंध में दिन में बाद में एक बयान जारी करेंगे, लेकिन हमारी मांग है कि सरकार पीड़ित परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी मुहैया कराए.’
महिला किसानों की मौत पर राहुल बोले- क्रूरता और नफरत देश को खोखला कर रही है
कांग्रेस सांसद और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा के बहादुरगढ़ में ट्रक की टक्कर से तीन महिला किसानों की मौत को लेकर बृहस्पतिवार को कहा कि यह क्रूरता और नफरत इस देश को खोखला कर रही है.
उन्होंने इस घटना से जुड़ी खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘भारत माता- देश की अन्नदाता- को कुचला गया है. यह क्रूरता और नफ़रत हमारे देश को खोखला कर रही है. मेरी शोक संवेदनाएं.’
उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड इलाके में दो किसानों की मौत की खबर का हवाला देते हुए राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘किसान मेहनत कर फसल तैयार करे तो फसल का दाम नहीं… किसान फसल उगाने की तैयारी करे, तो खाद नहीं… खाद न मिलने के चलते बुंदेलखंड के दो किसानों की मौत हो चुकी है. लेकिन किसान विरोधी भाजपा सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी. इनकी नीयत और नीति दोनों में किसान विरोधी रवैया स्पष्ट है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)