अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफ़ा दिया, ‘पंजाब लोक कांग्रेस’ नाम की नई पार्टी बनाई

पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू के साथ मतभेद और प्रदेश कांग्रेस में अंदरूनी कलह के बाद अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से बीते 18 सितंबर को इस्तीफ़ा दे दिया था. इस्तीफ़ा देने के बाद सिंह ने कहा था कि वह खुद को ‘अपमानित’ महसूस कर रहे हैं. उन्होंने संकेत दिया था कि वह पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले एक राजनीतिक दल बनाएंगे. 

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अमरिंदर सिंह. (फोटो: पीटीआई)

पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू के साथ मतभेद और प्रदेश कांग्रेस में अंदरूनी कलह के बाद अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से बीते 18 सितंबर को इस्तीफ़ा दे दिया था. इस्तीफ़ा देने के बाद सिंह ने कहा था कि वह खुद को ‘अपमानित’ महसूस कर रहे हैं. उन्होंने संकेत दिया था कि वह पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले एक राजनीतिक दल बनाएंगे.

अमरिंदर सिंह. (फोटो: पीटीआई)

चंडीगढ़: दो नवंबर (भाषा) पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. साथ ही उन्होंने नए राजनीतिक दल ‘पंजाब लोक कांग्रेस’ के गठन की घोषणा की.

सूत्रों ने बताया कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को सात पन्नों का इस्तीफा भेजा है.

पत्र में सिंह ने कहा है, ‘मेरी गहरी आपत्ति और पंजाब के लगभग सभी सांसदों की सर्वसम्मति से सलाह के बावजूद आपने नवजोत सिंह सिद्धू को नियुक्त करने का फैसला किया, जिसने पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष रहते हुए सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल बाजवा और प्रधानमंत्री इमरान खान को गले लगाया था.’

सिंह ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिद्धू के साथ कटु सत्ता संघर्ष के बीच सितंबर में पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.

सोनिया गांधी को लिखे पत्र में अमरिंदर सिंह ने कहा है, ‘मैं वास्तव में आपके और आपके बच्चों के व्यवहार से बहुत आहत हूं, जिन्हें मैं अभी भी अपने बच्चों जितना ही प्यार करता हूं. जितना कि मैं उनके पिता को जानता हूं, क्योंकि हम 1954 से एक साथ एक स्कूल में थे, जो कि अब 67 साल हो गए हैं.’

सिंह ने कहा, ‘मैं अपने राज्य और अपने देश के हित में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से इस्तीफा देता हूं.’

कुछ दिन पहले पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह ने अपने मीडिया सलाहकार के माध्यम से ट्वीट किया था, ‘कांग्रेस के साथ पिछले दरवाजे से बात की रिपोर्ट गलत है. मिलन का समय समाप्त हो गया है. पार्टी से अलग होने का फैसला काफी सोच-विचार के बाद लिया गया और यह अंतिम है. मैं सोनिया गांधी जी का उनके समर्थन के लिए आभारी हूं, लेकिन अब कांग्रेस में नहीं रहूंगा.’

उन्होंने संकेत दिया था कि वह पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले एक राजनीतिक दल बनाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर किसान आंदोलन का समाधान किसानों के पक्ष में होता है तो उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सीटों को लेकर समझौता होने की उम्मीद है.

कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के साथ मतभेद और प्रदेश कांग्रेस में अंदरूनी कलह के बाद अमरिंदर ने मुख्यमंत्री पद से बीते 18 सितंबर को इस्तीफा दे दिया था. पार्टी ने उनके स्थान पर चरणजीत सिंह चन्नी को नया मुख्यमंत्री बनाया है.

इसी बीच सिद्धू ने बीते 28 सितंबर को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.

मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सिंह ने कहा था कि वह खुद को ‘अपमानित’ महसूस कर रहे हैं. बाद में उन्होंने कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को ‘अनुभवहीन’ भी कहा था.

सिंह ने प्रदेश कांग्रेस प्रमुख सिद्धू को ‘राष्ट्र विरोधी’ और ‘खतरनाक’ करार दिया था और कहा था कि वह आगामी विधानसभा चुनावों में सिद्धू के खिलाफ एक मजबूत उम्मीदवार खड़ा करेंगे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)