जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने इसे ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ बताते हुए कहा कि जब भी वो किसी ग़लत काम के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाती हैं, कोई न कोई समन उनके परिवार के किसी सदस्य का इंतज़ार कर रहा होता है.
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के भाई तस्सदुक हुसैन मुफ्ती को पूछताछ के लिए तलब किया है. अधिकारियों ने बीते बुधवार को यह जानकारी दी.
अपनी बहन के मंत्रिमंडल में पर्यटन मंत्री रहे तस्सदुक हुसैन मुफ्ती को गुरुवार को श्रीनगर में मामले के जांच अधिकारी के सामने पेश होने और धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया था.
उन्होंने कहा कि जांच कश्मीर के कुछ व्यवसायों से उनके खातों में कथित रूप से प्राप्त कुछ धन से संबंधित है.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह उनके खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध है.
उन्होंने कहा, ‘जब भी मैं किसी भी गलत काम के खिलाफ आवाज उठाती हूं, कोई न कोई समन मेरे परिवार के किसी सदस्य का इंतजार कर रहा होता है. इस बार मेरे भाई की बारी है.’
एक अन्य धनशोधन मामले में ईडी द्वारा पूछताछ का सामना करने वाली महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह सोमवार को श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके में निर्दोष नागरिकों की हत्या का विरोध कर रही हैं.
महबूबा ने कहा कि सेना और पुलिस द्वारा बीते सोमवार को शहर के बाहरी इलाके में चार लोगों की हत्या कर दी गई. उन्होंने मारे गए लोगों को ‘आतंकवादी’ और ‘आतंकवादियों को पनाह देने वाला’ बताया.
हालांकि, इन लोगों के परिवारों ने दावों का विरोध करते हुए कहा है कि वे निर्दोष थे. मामले में पुलिस के विरोधाभासी बयानों ने भी महबूबा मुफ्ती सहित राजनीतिक नेताओं को इसके खिलाफ विरोध जाहिर करने के लिए प्रेरित किया है.
गुरुवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस मुठभेड़ की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं.
महबूबा ने खुद को घर पर हिरासत में रखे जाने का दावा किया
महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को दावा किया कि उन्हें घर पर हिरासत में रखा गया है और पार्टी के दो अन्य सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सुहैल बुखारी और प्रवक्ता नजमू साकिब को गिरफ्तार कर लिया गया है.
मुफ्ती ने अपने आवास के ‘लॉक’ किये गए गेट की तस्वीर साझा की और ट्वीट किया, ‘फिर से मुझे घर पर हिरासत में रखा गया है और पीडीपी के साकिब और सुहैल बुखारी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.’
Again under house arrest & PDPs @SAAQQIIB & @Suhail_Bukhari too have been arrested. The pattern of using innocent civilians as human shields & then denying their families the right to a decent burial shows that GOI has plumbed new depths of inhumanity. pic.twitter.com/COnUZdJnix
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 18, 2021
हैदरपुरा मुठभेड़ का हवाला देते हुए पीडीपी अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि निर्दोष नागरिकों को मानव कवच के रूप में इस्तेमाल करना और फिर उनके परिजन को अंतिम संस्कार की अनुमति नहीं देना यह दिखाता है कि केंद्र सरकार ‘अमानवीयता के नए तल’ को छू रही है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)