बेअदबी के आरोप में बीते 19 दिसंबर को कपूरथला के एक गुरुद्वारा में की गई लिंचिंग में पीड़ित व्यक्ति के शव पर घाव के क़रीब 30 निशान मिले हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि यह घटना हत्या की ओर इशारा करती है, क्योंकि जांच में बेअदबी का कोई सबूत नहीं मिला है. कपूरथला के अलावा बीते 18 दिसंबर को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में जिन लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी, उन दोनों की पहचान नहीं हो सकी है.
कपूरथला: पंजाब के कपूरथला के निजामपुर गांव स्थित एक गुरुद्वारा में धर्मग्रंथ की कथित तौर पर बेअदबी का प्रयास करने के मामले में जिस व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी उसके शव पर घाव के करीब 30 निशान हैं, जो संभवत: तलवार से हमले के कारण हुए थे. यह खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ.
इस बीच कपूरथला में हुई लिंचिंग पर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि यह एक हत्या की ओर इशारा करती है क्योंकि जांच में बेअदबी का कोई सबूत नहीं मिला है. गुरुद्वारा की देख-रेख करने वाले को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है.
गुरुद्वारा प्रबंधक की शिकायत पर धारा 295 ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया था, जिसने दावा किया था कि उसने उस व्यक्ति को निशान साहिब (धार्मिक ध्वज) का अनादर करने की कोशिश करते देखा था.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमें बेअदबी के प्रयास या इस दावे की पुष्टि से जुड़ा कोई सबूत नहीं मिला है. एक व्यक्ति गुरुद्वारे की देख-रेख करता था. यह हत्या का मामला हो गया है और जांच जारी है.’
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार 24 दिसंबर को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा यह घोषणा किए जाने के तुरंत बाद गुरुद्वारे की देख-रेख करने वाले अमरजीत सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.
बहरहाल कपूरथला गुरुद्वारा मामले में पीड़ित के शव के में घाव के 30 निशान होने की पुष्टि वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी नरिंदर सिंह ने की. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि स्थानीय सिविल अस्पताल के पांच सदस्यीय चिकित्सकों के बोर्ड ने पोस्टमॉर्टम किया.
इस बीच व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर दिया गया, क्योंकि कोई भी उसका शव लेने नहीं आया. इतना ही नहीं पुलिस ने अभी तक हत्या का मामला दर्ज नहीं किया है.
इससे पहले पुलिस ने कहा था कि कपूरथला-सुभानपुर मार्ग पर स्थित निजामपुर गांव के गुरुद्वारा में उन्हें किसी तरह की बेअदबी के निशान नहीं दिखे.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, डॉ. सिंह ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पीड़ित की गर्दन, सिर, छाती और दाहिने कूल्हे पर तेज और गहरे कट पाए गए. उनकी गर्दन पर गहरे कट के कारण उनकी मौत हो सकती है.
उन्होंने कहा कि बोर्ड ने रासायनिक जांच के लिए विसरा के नमूने के अलावा डीएनए परीक्षण के लिए बाल, दांत और रक्त के नमूने लिए हैं.
अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में कथित बेअदबी को लेकर की गई एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या मामले में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आनी अभी बाकी है.
एसएसपी हरकमलप्रीत खाख ने कहा कि वे पीड़ित की पहचान करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कोई भी शव पर दावा करने के लिए आगे नहीं आया.
पुलिस ने गुरुवार को शव का अंतिम संस्कार करने के लिए स्थानीय नगर निगम के अधिकारियों को शव सौंप दिया. एक स्थानीय एनजीओ, जो आमतौर पर शवों को श्मशान घाट तक ले जाने के लिए स्वेच्छा से काम करता है, ने कथित तौर पर शव लेने से इनकार कर दिया.
इसी बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि कपूरथला (कथित बेअदबी के लिए व्यक्ति की हत्या) मामले में इस बात का कोई सबूत नहीं है कि बेअदबी की गई थी. मामले की जांच की जा रही है. प्राथमिकी में संशोधन किया जाएगा.
मालूम हो कि अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में बीते 18 दिसंबर को कथित तौर पर बेअदबी का प्रयास करने पर गुस्साई भीड़ ने एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी.
इस घटना के 24 घंटे के भीतर (19 दिसंबर) ही कपूरथला के निजामपुर गांव स्थित एक गुरुद्वारे में बेअदबी के आरोप में एक अन्य व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने बेअदबी किए जाने से इनकार किया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)