देश में बेरोज़गारी दर चार महीने के उच्च स्तर पर, दिसंबर में 7.9 फीसदी हुई: रिपोर्ट

सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी की बेरोज़गारी दर को लेकर जारी रिपोर्ट से पता चला कि दिसंबर में यह दर बढ़कर 7.9 फीसदी हो गई जबकि नवंबर में यह सात फीसदी थी. दिसंबर के आंकड़े अगस्त के बाद सर्वाधिक हैं, तब यह दर 8.3 फीसदी थी.

(फोटो: रॉयटर्स)

सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी की बेरोज़गारी दर को लेकर जारी रिपोर्ट से पता चला कि दिसंबर में यह दर बढ़कर 7.9 फीसदी हो गई जबकि नवंबर में यह सात फीसदी थी. दिसंबर के आंकड़े अगस्त के बाद सर्वाधिक हैं, तब यह दर 8.3 फीसदी थी.

(फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्लीः देश में दिसंबर महीने में बेरोजगारी दर चार महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई है.

सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की बेरोजगारी दर को लेकर सोमवार को जारी रिपोर्ट से यह पता चला.

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सीएमआईआई के आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर में बेरोजगारी दर बढ़कर 7.9 फीसदी हो गई जबकि नवंबर में यह दर सात फीसदी थी.

दिसंबर की बेरोजगारी दर अगस्त के बाद सबसे अधिक है. अगस्त में यह 8.3 फीसदी थी.

कई राज्यों में ओमीक्रॉन कोरोना वायरस वेरिएंट और सोशल डिस्टेंसिंग प्रतिबंधों के मामलों में बढ़ोतरी के बाद देश में आर्थिक गतिविधि और उपभोक्ता सेंटीमेंट प्रभावित हुए हैं.

आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर में शहरी बेरोजगारी दर बढ़कर 9.3 फीसदी हो गई जबकि नवंबर में यह दर 8.2 फीसदी थी.

वहीं, दिसंबर में ग्रामीण बेरोजगारी दर बढ़कर 7.3 फीसदी हो गई जो नवंबर में 6.4 फीसदी थी.

कई अर्थशास्त्रियों को चिंता है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट पिछली तिमाही में देखे गए आर्थिक सुधार को उलटा सकता है.

बेरोजगारी को लेकर मुंबई स्थित सीएमआईई के आंकड़ों पर अर्थशास्त्रियों और नीति निर्माताओं की बारीकी नजर रखते हैं क्योंकि सरकार मासिक आंकड़ें जारी नहीं करती.