स्पिन के जादूगर कहे जाने वाले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर शेन वॉर्न का निधन

52 वर्षीय शेन वॉर्न के प्रबंधन ने एक बयान जारी करके कहा है कि उनकी मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना हो सकता है. 15 सालों के अपने करिअर में वॉर्न ने टेस्ट और एकदिवसीय में मिलाकर कुल 1001 विकेट अपने नाम किए थे. एक हज़ार अंतरराष्ट्रीय विकेट चटकाने वाले वे दूसरे गेंदबाज़ थे.

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52 वर्षीय शेन वॉर्न के प्रबंधन ने एक बयान जारी करके कहा है कि उनकी मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना हो सकता है. 15 सालों के अपने करिअर में वॉर्न ने टेस्ट और एकदिवसीय में मिलाकर कुल 1001 विकेट अपने नाम किए थे. एक हज़ार अंतरराष्ट्रीय विकेट चटकाने वाले वे दूसरे गेंदबाज़ थे.

शेन वॉर्न (रॉयटर्स)

मेलबर्न/नई दिल्ली: स्पिन गेंदबाजी को नई परिभाषा देने वाले ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न का थाईलैंड में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. उनके प्रबंधन की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई. लेग स्पिनर वॉर्न को ‘स्पिन का जादूगर’ कहा जाता था. वह 52 वर्ष के थे.

वॉर्न के प्रबंधन ने ऑस्ट्रेलियाई मीडिया को एक संक्षिप्त बयान जारी किया है कि वॉर्न का थाईलैंड में निधन हो गया है.

फॉक्स स्पोर्ट्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वॉर्न के प्रबंधन ने एक बयान जारी करके कहा है कि उनकी मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना हो सकता है.

बयान में कहा गया, ‘शेन अपने विला में अचेत पाए गए. मेडिकल स्टाफ की तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.’

उन्होंने कहा, ‘उनके परिवार ने इस मौके पर निजता बनाए रखने की अपील की है. समय आने पर आगे ब्योरा दिया जाएगा.’

15 सालों के अपने करिअर में वॉर्न ने टेस्ट और एकदिवसीय में मिलाकर कुल 1001 विकेट अपने नाम किए थे. एक हज़ार अंतरराष्ट्रीय विकेट चटकाने वाले वे पहले गेंदबाज़ थे. बाद में उनका रिकॉर्ड श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन ने तोड़ा था.

वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में दूसरे पायदान पर हैं.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में शुमार वॉर्न ने 1992 में ऑस्ट्रेलिया के लिये पदार्पण करके 145 टेस्ट खेले और 708 विकेट लिए थे. वहीं 194 वनडे में 293 विकेट चटकाए आईपीएल के पहले सत्र में 2008 में राजस्थान रॉयल्स ने उनकी कप्तानी में खिताब जीता था.

वह श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (800 विकेट) के बाद सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज थे. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका क्रिकेट ने 2007 में दोनों दिग्गजों के सम्मान में दोनों देशों के बीच टेस्ट श्रृंखला का नाम वॉर्न मुरलीधरन ट्रॉफी रखा.

वे महान गेंदबाज होने के साथ-साथ बल्ले से भी ऑस्ट्रेलिया के लिए अनेक मौकों पर उपयोगी साबित हुए. टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 12 अर्द्धशतकों के साथ 3154 रन हैं. जो कि शतक के बिना सर्वाधिक रन बनाने के मामले में शीर्ष पर हैं. वहीं, एकदिवसीय में भी उन्होंने 1018 रन बनाए और इस तरह बिना शतक के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन (4172) उनके नाम हैं.

भारत के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर पहला टेस्ट खेलने वाले वॉर्न को 1992 से 2007 के बीच उनकी अतुल्य उपलब्धियों के लिए विजडन ने शताब्दी के पांच क्रिकेटरों में चुना.

उन्हें 2013 में आईसीसी हाल ऑफ फेम में शामिल किया गया.

वॉर्न 1999 विश्व कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य थे. उन्होंने एशेज़ क्रिकेट में सर्वाधिक 195 विकेट लिए हैं.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद उन्होंने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स को पहले ही सत्र में कप्तान और कोच के रूप में खिताब दिलाया.

मैदान के भीतर और बाहर बेहतरीन शख्सियत के मालिक वॉर्न ने कमेंटेटर के रूप में भी कामयाबी पाई.

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट ने एक ही दिन में दो दिग्गजों को खो दिया. सुबह महान विकेटकीपर रॉड मार्श का निधन हो गया था.

वॉर्न ने सुबह ही उनके निधन पर शोक जताते हुए लिखा था, ‘रॉड मार्श के निधन के समाचार से दुखी हूं. वह हमारे शानदार खेल के लीजैंड और कई युवा खिलाड़ियों के प्रेरणास्रोत थे. उन्होंने क्रिकेट को खासकर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड क्रिकेट को बहुत कुछ दिया. उनके परिवार को प्यार. रेस्ट इन पीस दोस्त.’

उन्होंने अपने करिअर का पहला मैच 1992 में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी मैदान पर भारत के खिलाफ खेला था और आखिरी मैच भी सिडनी में ही इंग्लैंड के खिलाफ 2007 में खेला.

वे ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के सबसे सुनहरे दौर में से एक में टीम का हिस्सा रहे. इस दौरान विश्व क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया की तूती बोलती थी और उसमें एक अहम योगदान शेन वॉर्न की लेग स्पिन का भी था.

1993 में इंग्लैंड के मैनचेस्टर मैदान में एक एशेज मैच के दौरान उनके द्वारा डाली गई एक गेंद को ‘बॉल ऑफ द सेंचुरी’ का उपाधि प्राप्त है.

 

लंबे समय तकऑस्ट्रेलिया के उप-कप्तान रहे शेन ने कई मौकों पर टीम की कप्तानी भी की थी. सबसे पहला आईपीएल उनकी ही कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स ने जीता था. वे ऑस्ट्रेलिया के स्थायी कप्तान नहीं बन सके तो इसका एक कारण उनका विवादों से नाता भी रहा.

अक्सर ही विवादों में रहने वाले वॉर्न पर 2003 में प्रतिबंधित दवाओं के सेवन के चलते 12 महीनों का प्रतिबंध भी लगा था. जिसके चलते वे 2003 के विश्वकप में हिस्सा नहीं ले सके थे.

साथ ही, निजी जीवन में भी उनका हमेशा विवादों से नाता रहा था. वर्ष 2000 में ब्रिटिश नर्स से अश्लील मैसेज भेजने के चलते उन्हें ऑस्ट्रेलिया की उप-कप्तानी से हाथ धोना पड़ा था.

साथ ही, विभिन्न महिलाओं के साथ संबंध होने के चलते 2007 में उनकी पत्नी से भी उनका तलाक हो गया था. महिलाओं के साथ संबंधों को लेकर वे हमेशा ही सुर्खियों में रहे.

शोक में डूबा खेल जगत

ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न के असामयिक निधन पर समूचा क्रिकेट जगह गमगीन है और दुनिया भर से ट्विटर पर मौजूदा और पूर्व खिलाड़ियों ने उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी है.

भारतीय क्रिकेट ​सचिन तेंदुलकर ने कहा, ‘स्तब्ध. तुम्हारी कमी खलेगी वॉर्नी. मैदान से भीतर या बाहर तुम्हारे साथ कोई पल उबाऊ नहीं होता था. मैदान के भीतर हमारी प्रतिद्वंद्विता और बाहर हंसी मजाक को हमेशा याद करूंगा. भारत के लिए तुम्हारे मन में खास जगह थी और भारतीयों के मन में तुम्हारे लिए. बहुत जल्दी चले गए.’

विराट कोहली ने कहा, ‘जीवन कितना अप्रत्याशित और अस्थिर है. एक ऐसे महान खिलाड़ी जिन्हें मैं मैदान से बाहर भी जानता था, उनके जाने पर विश्वास नहीं कर पा रहा हूं. क्रिकेट की गेंद को टर्न कराने वाले सबसे महान खिलाड़ी #जीओएटी (ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम).’

युवराज सिंह ने ट्वीट किया, ‘विश्व क्रिकेट के लिए दुखद दिन. पहले रॉडनी मार्श और अब शेन वॉर्न. दिल टूट गया है. वॉर्न के साथ खेलने की सुखद यादें हैं. वह स्पिन के जादूगर थे और क्रिकेट के लीजेंड. समय से पहले चले गए. उनकी कमी बहुत खलेगी. उनके परिवार को मेरी संवेदनाएं.’

वीवीएस लक्ष्मण ने कहा, ‘बिल्कुल अविश्वसनीय. मेरे पास शब्द नहीं हैं. लीजेंड और महानतम खिलाड़ियों में से एक. इतनी जल्दी चले गए. उनके परिवार और दोस्तों को संवेदना.’

गौतम गंभीर ने कहा, ‘कुदरती प्रतिभा के साथ उनके जैसे तेवर बिरलों में ही होते हैं. शेन वॉर्न ने गेंदबाजी को जादू जैसा बना दिया. आरआईपी.’

हरभजन सिंह ने लिखा, ‘विश्वास नहीं होता कि शेन वॉर्न नहीं रहे. ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे मेरे हीरो. इस पर विश्वास करने का मन नहीं करता. पूरी तरह से टूट चुका हूं.’

वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट किया, ‘स्पिन को ‘कूल’ बनाने वाले दुनिया के महानतम स्पिनरों में से एक शेन वॉर्न नहीं रहे. जीवन बहुत नाजुक है, लेकिन इस पर भरोसा करना मुश्किल है. उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों को मेरी संवेदनाएं.’

इरफान पठान ने कहा, ‘शेन वॉर्न दर्शकों के पसंदीदा थे. स्पिन के जादूगर. ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लीजेंड. आईपीएल जीतने वाले पहले कप्तान. उनकी कमी खलेगी.’

अभिनेत्री और राजस्थान रॉयल्स की पूर्व सह-मालिक शिल्पा शेट्टी ने ट्वीट किया, ‘लीजेंड हमेशा जीवित रहते हैं.’

न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर और कोच ब्रेंडन मैकुलम ने लिखा, ‘नहीं नहीं. दिल टूट गया है. अभी से ‘द किंग’ की कमी खलने लगी.’

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर एडम गिलक्रिस्ट ने ट्विटर पर बिना कुछ लिखे ही टूटे हुए दिन की इमोजी बनाई.

भारतीय हॉकी खिलाड़ी पीआर श्रीजेश ने कहा, ‘हमारे बचपन को खास बनाने वाला नहीं रहा. आरआईपी लीजेंड.’

भारतीय फुटबॉल कप्तान सुनील छेत्री ने कहा, ‘शेन वॉर्न के निधन की खबर से स्तब्ध हूं. उनके खेल को देखकर और प्रेरणा लेकर बड़े हुए. अपूरणीय क्षति.’

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने कहा, ‘क्रिकेट ने लेग स्पिन गेंदबाजी की यूनिवर्सिटी को खो दिया. अपने करिअर की शुरुआत से मैं उनकी गेंदबाजी का कायल था और उनके खिलाफ खेलना हमेशा खास रहा. उनके परिवार को मेरी संवेदनाएं.’

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने ​ट्वीट कर क​हा, ‘इस कमी से उबरने में काफी समय लगेगा. महान शेन वॉर्न अब हमारे बीच नहीं रहे.’

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बाबर आजम ने लिखा, ‘इस पर विश्वास करना मुश्किल है. क्रिकेट जगत के लिए अपूरणीय क्षति. अपनी जादुई लेग स्पिन से उन्होंने पीढ़ियों को प्रेरित किया. आपकी कमी हमेशा खलेगी शेन वॉर्न. उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों को मेरी संवेदनाएं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)