पुरुलिया में जिस व्यक्ति का शव टावर से लटका मिला था, उसने आत्महत्या की थी: पुलिस अधीक्षक

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया ज़िले में भाजपा कार्यकर्ता का शव शनिवार को बिजली के टावर से लटका मिला था. पार्टी ने राजनीतिक हत्या का आरोप लगाया था.

पुरुलिया (फोटो: गूगल मैप)

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया ज़िले में भाजपा कार्यकर्ता का शव शनिवार को बिजली के टावर से लटका मिला था. पार्टी ने राजनीतिक हत्या का आरोप लगाया था.

पुरुलिया (फोटो: गूगल मैप)
पुरुलिया (फोटो: गूगल मैप)

पुरुलिया (पश्चिम बंगाल): पुरुलिया के पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि यहां बिजली के एक टॉवर से लटका हुआ जिस व्यक्ति का शव बरामद हुआ था, उसने आत्महत्या की थी.

उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर यह बात कही.

वहीं, भाजपा द्वारा किए गए 12 घंटे के बंद के आह्वान के बाद जिले में जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित रहा. पार्टी का दावा है कि मृतक उसका कार्यकर्ता था.

भाजपा ने यह आरोप भी लगाया है कि दुलाल कुमार की मौत एक राजनीतिक हत्या है.

गौरतलब है कि इस घटना से ठीक पहले एक अन्य व्यक्ति का शव बलरामपुर जिले में 30 मई को एक पेड़ से लटका मिला था. भाजपा ने 18 वर्षीय त्रिलोचन महतो नाम के इस व्यक्ति को पार्टी की युवा शाखा का सदस्य बताया था. राज्य सरकार ने महतो की मौत की सीआईडी जांच का आदेश दिया था.

तो वहीं, भाजपा इन घटनाओं को राजनीतिक हत्या बताते हुए इनकी सीबीआई जांच की मांग कर रही है.

पुरुलिया के नव नियुक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मघारिया ने कहा कि पांच डॉक्टरों की एक टीम ने कुमार के शव का पोस्टमार्टम किया है. इसके मुताबिक, यह दम घुटने से हुई मौत का मामला है.

राज्य की ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस सरकार ने लगातार दो घटनाएं होने के बाद जॉय बिश्वास को जिले के पुलिस अधीक्षक पद से हटा कर मघारिया को नियुक्त किया था.

इस बीच, भाजपा समर्थकों ने जिले में कई स्थानों पर राजमार्गों की नाकेबंदी की.

मालूम हो कि इससे पहले पुरुलिया जिले में एक दलित भाजपा कार्यकर्ता की हत्या का मामला सामने आया था. बीए में पढ़ने वाला 18 वर्षीय त्रिलोचन महतो का शव बुधवार को उनके घर से 200 मीटर की दूरी पर एक पेड़ से लटका मिला. मृतक स्थानीय भाजपा नेता का बेटा था.

त्रिलोचन के लटके शव के पास एक कागज का टुकड़ा मिला था और टी-शर्ट पर भी लिखा गया था कि भाजपा में काम करने का यही अंजाम है.

बलरामपुर में ही ये दोनों घटनाएं हुई हैं. वहां सन्नाटा पसरा रहा. स्थानीय लोग अपने-अपने घरों के अंदर ही रहे. जिले के अन्य हिस्सों में भी ऐसा ही नजारा था जहां सार्वजनिक एवं निजी वाहन सड़कों पर नहीं दिखे और दुकानें तथा बाजार बंद रहे. बंद सुबह छह बजे शुरू हुआ.

पुरुलिया के जिलाधिकारी आलोकेश प्रसाद रॉय ने बताया कि जिले में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)