तेलंगाना के गोशामहल से भाजपा विधायक टी. राजा सिंह ने कहा कि वह नहीं चाहते कि ख़ून-खराबा हो. इसे रोकना है तो गाय को ‘राष्ट्र माता’ घोषित किया जाए.
हैदराबाद: राजस्थान के अलवर में गो-तस्कर होने के संदेह के चलते एक मुस्लिम व्यक्ति को मारे जाने की घटना पर मचे शोरगुल के बीच तेलंगाना से भाजपा विधायक ने कहा कि जब तक गाय को ‘ राष्ट्र माता ’ का दर्जा नहीं मिलता तब तक पीट-पीटकर मारने जैसी घटनाएं नहीं रुकेंगी.
गोशामहल से भाजपा विधायक टी. राजा सिंह लोध ने रविवार को सोशल नेटवर्किंग साइट पर एक वीडियो मैसेज में कहा कि वह नहीं चाहते कि इस तरह का खून-खराबा हो लेकिन यदि इसे रोकना चाहते हैं तो गाय को ‘राष्ट्र माता’ घोषित किया जाए.
सात मिनट की क्लिप में विधायक ने सांसदों से अनुरोध किया कि इस तरह की मांग संसद में भी उठाएं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इस मांग का समर्थन करने का अनुरोध किया.
सिंह ने कहा उनका मानना है कि जब तक गाय को ‘राष्ट्र माता’ का दर्जा नहीं दिया जाता है, तब तक गो-रक्षा की लड़ाई नहीं रुकेगी. चाहे गो-रक्षकों को जेल में डाल दें या उन पर गोली चलाएं.
उन्होंने कहा कि वह कभी भी गो-रक्षकों द्वारा किसी व्यक्ति की हत्या का समर्थन नहीं करते हैं. हालांकि आलोचना करने वाला ‘कोई भी व्यक्ति गाय के संरक्षण और इस तरह की हिंसा को रोकने की बात नहीं करता.’
Same day When Rakbar Khan was allegedly Lynched Kheta Ram Bheel a Dalit was also Lynched in Rajasthan by the Muslim family of the girl he loved. BUT MEDIA & other secular parties are not interested as all the accused are from Peaceful community which doesn't suit their agenda.
— Raja Singh (@TigerRajaSingh) July 23, 2018
विधायक टी. राजा सिंह ने अपने ट्विटर पर लिखा कि जिस दिन राजस्थान में रकबर खान उर्फ अकबर की हत्या हुई उसी दिन राजस्थान में खेता राम भील नामक दलित को मुसलमानों ने पीट-पीटकर मार दिया क्योंकि वो एक मुस्लिम लड़की से प्यार करता था. लेकिन मीडिया और सेक्युलर पार्टी इस घटना में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं, क्योंकि उनके अनुसार अपराधी शांतिप्रिय समाज से हैं.’
राजनीतिक बयानबाज़ी को सिलसिला शुरू
मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं के बाद राजनीतिक सरगर्मी बढ़ने के बीच भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने इस तरह की घटनाओं के मुद्दे को उठाने वालों को ढोंगी करार दिया. उन्होंने कहा कि ये लोग 1984 के सिख विरोधी दंगों और 2002 में कारसेवकों की कथित ‘लिंचिंग’ को भूल गए हैं जिसने गुजरात में सांप्रदायिक दंगे भड़काए.
आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने बीते दिनों रांची में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि यदि गोमांस खाना बंद कर दिया जाता है तो शैतान के इस तरह के कई अपराध रोके जा सकते हैं. उन्होंने भीड़ द्वारा पीट-पीट कर की जाने वाली हत्या की घटनाओं का संभवत: ज़िक्र करते हुए यह बात कही.
कुमार ने कहा कि कोई भी धर्म गो-हत्या की मंज़ूरी नहीं देता. उन्होंने कहा कि भीड़ हिंसा की सभी घटनाएं निंदनीय हैं.
गोमांस खाने की परंपरा रोकने के लिए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, इंद्रेश कुमार के विचारों से सहमति जताते नज़र आएं. उन्होंने कहा कि वह एक परिपक्व व्यक्ति हैं और उन्होंने जो कुछ भी कहा, अवश्य ही सोच विचार कर कहा होगा.
अलवर घटना के बाद राजस्थान के मंत्री जसवंत यादव ने मुसलमानों से गो-तस्करी का कारोबार रोकने को कहा. उन्होंने कहा कि यह हिंदुओं का खून खौला देता है. उन्होंने मुसलमानों से हिंदुओं की भावनाएं समझने को कहा.
राजस्थान में भाजपा के एक विधायक ने प्रदेश के अलवर और भरतपुर, हरियाणा के कुछ हिस्से में फैले मेवात क्षेत्र में अपराध के लिए मेव समाज को ज़िम्मेदार बताया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)