जीएसटी से जुड़ी धोखाधड़ी के लिए फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के निर्देशक गिरफ़्तार

फिल्म निर्देशक विजय रत्नाकर गुट्टे के पिता रत्नाकर गुट्टे पर 5,500 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का आरोप है. 2014 में रत्नाकर गुट्टे महाराष्ट्र में भाजपा गठबंधन की ओर से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं.

फिल्म निर्देशक विजय रत्नाकर गुट्टे और ​फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनि​स्टर का पोस्टर. (फोटो साभार: फेसबुक)

फिल्म निर्देशक विजय रत्नाकर गुट्टे के पिता रत्नाकर गुट्टे पर 5,500 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का आरोप है. 2014 में रत्नाकर गुट्टे महाराष्ट्र में भाजपा गठबंधन की ओर से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं.

फिल्म निर्देशक विजय रत्नाकर गुट्टे और फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का पोस्टर. (फोटो साभार: फेसबुक)
फिल्म निर्देशक विजय रत्नाकर गुट्टे और फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का पोस्टर. (फोटो साभार: फेसबुक)

मुंबई: फिल्मकार विजय रत्नाकर गुट्टे को 34 करोड़ रुपये से ज़्यादा की वस्तु एवं सेवा कर (जीसीटी) धोखाधड़ी मामले में गिरफ़्तार किया गया है.

जीएसटी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वस्तु एवं सेवा कर खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीएसटीआई) ने बीते गुरुवार को ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के निर्देशक गुट्टे को गिरफ़्तार किया और मुंबई की मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया. अदालत ने उन्हें 14 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

उन्होंने कहा, ‘गुट्टे को सीजीएसटी अधिनियम की धारा 132(1)(सी) के तहत गिरफ़्तार किया गया. धारा 132(1)(सी) वस्तु या सेवाओं की आपूर्ति के बिना जारी किए गए बिल का इस्तेमाल कर गलत तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त करने से जुड़ा है.’

अधिकारी ने बताया कि गुट्टे की कंपनी वीआरजी डिजिटल कॉर्प प्राइवेट लिमिटेड ने कथित रूप से एनिमेशन और दूसरी सेवाओं के लिए एक दूसरी कंपनी होरॉइज़न आउटसोर्स सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड से 34.37 करोड़ रुपये के जीएसटी संबंधी 149 फ़र्ज़ी बिल हासिल किए.

होरॉइजन आउटसोर्स सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड जीएसटी धोखाधड़ी के 170 करोड़ रुपये से ज़्यादा के मामले में सरकारी एजेंसी की नज़र में आई थी. एजेंसी ने कहा कि ऐसा कर गुट्टे और उनकी कंपनी ने धोखाधड़ी की और सरकारी खज़ाने को नुकसान पहुंचाया.

इस साल मई में डीजीजीएसटीआई ने जीएसटी संबंधी कथित धोखाधड़ी के लिए होरॉइज़न आउटसोर्स सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक को गिरफ़्तार किया था.

अनुपम खेर के साथ फिल्म की शूटिंग के दौरान विजय रत्नाकर गुट्टे. (फोटो साभार: इंस्टाग्राम/अनुपम खेर)
अनुपम खेर के साथ फिल्म की शूटिंग के दौरान विजय रत्नाकर गुट्टे. (फोटो साभार: इंस्टाग्राम/अनुपम खेर)

मुंबई की एक अदालत ने विजय रत्नाकर गुट्टे को 14 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में अर्थर रोड जेल भेज दिया है.

बीते 19 मई को इंडियन एक्सप्रेस ने रिपोर्ट की थी कि मुंबई की दो कंपनियों होरॉइज़न होरॉइज़न आउटसोर्स सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड और बेस्ट कंप्यूटर सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों को 173 करोड़ रुपये के सेवा कर और जीएसटी से जुड़ी धोखाधड़ी के संबंध में गिरफ़्तार किया गया है.

गुट्टे ‘इमोशनल अत्याचार’, ‘टाइम बारा वेट’ और ‘बदमाशियां’ जैसी फिल्मों का निर्माण कर चुके हैं. ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ निर्देशक के रूप में उनकी पहली फिल्म है. फिल्म इस साल 21 दिसंबर को रिलीज होगी. फिल्म के लेखक हंसल मेहता हैं. अनुपम खेर इस फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भूमिका निभा रहे हैं.

फिल्म में प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह के कार्यकाल और उनके कामकाज के तरीकों पर उनके तत्कालीन मीडिया सलाहकार संजय बारू द्वारा लिखी गई इसी नाम की किताब पर आधारित है.

अक्षय खन्ना फिल्म में संजय बारू का किरदार निभा रहे हैं. इसके अलावा सुज़ैन बरनर्ट सोनिया गांधी, अहाना कुमरा प्रियंका गांधी, अर्जुन माथुर राहुल गांधी, विमल वर्मा लालू प्रसाद यादव, अवतार सैनी लाल कृष्ण आडवाणी और अनिल रस्तोगी शिवराज पाटिल की भूमिका में नज़र आएंगे.

फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का पोस्टर. (फोटो साभार: फेसबुक)
फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का पोस्टर. (फोटो साभार: फेसबुक)

मालूम हो कि गुट्टे चीनी कारोबार से जुड़े उद्योगपति रत्नाकर गुट्टे के बेटे हैं. उन्होंने 2014 में महाराष्ट्र के परभणी ज़िले के गंगाखेड़ से भाजपा गठबंधन की तरफ से 2014 का विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उनकी हार हो गई थी.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार गुट्टे की गिरफ़्तारी ऐसे समय हुई है जब उनके पिता की कंपनी पर 5,500 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का आरोप लगा है.

विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने आरोप लगाया है कि रत्नाकर गुट्टे की आठ कंपनियों ने अलग अलग बैंकों के साथ 5500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की और महाराष्ट्र सरकार उन्हें बचाने की कोशिश में लगी है.

मुंडे ने यह भी आरोप लगाया है कि रत्नाकर गुट्टे ने 22 फ़र्ज़ी कंपनियां बनाकर कई बैंकों और 26 हज़ार किसानों के साथ धोखाधड़ी की है.

मुंडे ने आरोप लगाया कि गुट्टे की चीनी मिल ने साल 2015 में 600 से ज़्यादा किसानों के नाम पर लोन लिया था. अब क़र्ज़ वसूलने के लिए बैंक संबंधित किसानों का परेशान कर रहे हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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