सबरीमाला में श्रद्धा​लुओं का दमन नहीं रुका तो भाजपा केरल सरकार की ईंट से ईंट बजा देगी: अमित शाह

केरल पहुंचे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि सबरीमाला में भगवान अयप्पा के भक्तों की भावनाओं का दमन किया जा रहा है.

New Delhi: Bharatiya Janata Party President Amit Shah addresses a press conference, in New Delhi, on Monday. (PTI Photo/Kamal Singh) (PTI5_21_2018_000094B)
अमित शाह (फोटो: पीटीआई)

केरल पहुंचे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि सबरीमाला में भगवान अयप्पा के भक्तों की भावनाओं का दमन किया जा रहा है.

New Delhi: Bharatiya Janata Party President Amit Shah addresses a press conference, in New Delhi, on Monday. (PTI Photo/Kamal Singh) (PTI5_21_2018_000094B)
अमित शाह (फोटो: पीटीआई)

कन्नूर (केरल): सभी उम्र की महिलाओं को केरल के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश देने के उच्चतम न्यायालय के आदेश के इतर शनिवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मुख्यमंत्री पिनारई विजयन को चेतावनी देते हुए कहा कि कहा कि अगर उन्होंने सबरीमाला के श्रद्धालुओं का दमन नहीं रोका तो भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता आपकी सरकार की ईंट से ईंट बजा देगा.

उन्होंने कहा कि केरल में माकपा नीत एलडीएफ सरकार के फैसले का विरोध करने वाले श्रद्धालुओं को शनिवार को अपना पूर्ण समर्थन देते हुए आरोप लगाया कि वामपंथी सरकार प्रदर्शनों को ताकत के बल पर दबाना चाहती है.

केरल के कन्नूर शहर में भाजपा के ज़िला कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद शाह ने कहा कि प्रदेश सरकार श्रद्धालुओं के प्रदर्शन को चुनौती देने के लिए पुलिस बल का इस्तेमाल कर रही है.

उन्होंने कहा, ‘अभी केरल में एक और संघर्ष चल रहा है. आस्था, श्रद्धा, धर्म और शासन के बीच दमन का संघर्ष चल रहा है. केरल की ये सरकार सबरीमाला मंदिर के अंदर जो श्रद्धालु अपनी आस्था के लिए संघर्ष कर रहे हैं उनके दमन का कुचक्र चला रही है.’

उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के कार्यकर्ताओं समेत प्रदेश भर में सभी वर्ग की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे 2000 से ज़्यादा श्रद्धालुओं की गिरफ़्तारी की भी आलोचना की.

उन्होंने कहा, ‘26 अक्टूबर से अब तक दो हज़ार से ज़्यादा भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, एनएसएस और बीडीसीएस के कार्यकर्ताओं को जेल में डालने का काम किया है. ऐ कम्युनिस्ट सरकार! कान खोलकर सुन ले, जिस प्रकार से भगवान अयप्पा के श्रद्धालुओं पर, उनके भक्तों पर दमन का कुचक्र चला रहे हो पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी केरल के आस्थावान भक्तों के साथ चट्टान की तरह खड़ी है.’

शाह ने कहा, ‘1500 से ज़्यादा डीवाईएफआई (डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन आॅफ इंडिया) के कार्यकर्ताओं को स्पेशल पुलिस फोर्स के नाम पर भर्ती कर रहे हैं. मैं मुख्यमंत्री विजयन को चेतावनी देने आया हूं कि अगर आपने दमन का ये कुचक्र बंद नहीं किया तो भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता आपकी सरकार का ईंट से ईंट बजा देगा.’

अपने संबोधन की शुरुआत ‘स्वामी शरणम अयप्पा’ के मंत्र से करते हुए उन्होंने कहा कि अगर विरोध प्रदर्शनों को दबाया जाना जारी रहा तो मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को भारी कीमत चुकानी होगी.

विजयन को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का विरोध प्रदर्शन को दबाना आग से खेलने के तुल्य है.

उन्होंने कहा, ‘उच्चतम न्यायालय के फैसले के क्रियान्वयन के नाम पर मुख्यमंत्री को बर्बरता बंद करनी चाहिए.’ शाह ने कहा, यहां तक कि प्रदेश में महिलाएं भी उच्चतम न्यायालय के आदेश के क्रियान्वयन के ख़िलाफ़ हैं.

भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि वामपंथी सरकार सबरीमाला मंदिर को बर्बाद करने की कोशिश कर रही है और उनकी पार्टी माकपा के नेतृत्व वाली सरकार को हिंदू धर्म को दांव पर नहीं लगाने देगी.

शाह ने कहा, ‘किसी भी दूसरे अयप्पा मंदिर में महिलाओं के पूजा करने पर कोई पाबंदी नहीं है… सबरीमला मंदिर की विशिष्टता को बचाए रखना चाहिए.’

उन्होंने कहा, ‘कम्युनिस्ट सरकार मंदिरों के ख़िलाफ़ साज़िश रच रही है. उन्होंने केरल में आपातकाल जैसी स्थिति बना दी है.’

अमित शाह ने कहा, ‘केरल के अंदर इमरजेंसी जैसे हालात खड़े किए गए हैं. कौन सबरीमाला का आंदोलन चला रहा है. भगवान अयप्पा में श्रद्धा रखने वाली मेरी माताएं और बहनें स्वयं कह रही हैं कि मंदिर में स्त्रियों का प्रवेश नहीं होना चाहिए. वो आंदोलन चला रही हैं और आप ‘आॅर्डर’ के नाम पर केरल की माताओं-बहनों पर अत्याचार कर रहे हो.’

मुख्यमंत्री पिनारई विजयन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘जितना ध्यान भगवान अयप्पा के भक्तों का दमन करने में लगा रहे हो उतना ध्यान केरल की पूर्व पीढ़ी के ऊपर करते तो केरल की जनता की ये हालत न होती. 100 साल हो गए इतनी बाढ़ केरल में कभी नहीं आई और ये कम्युनिस्ट सरकार और ये मुख्यमंत्री केरल की जनता की सहायता करने में विफल रहे है. विजयन को मुख्यमंत्री बने रहने का एक पल का भी अधिकार नहीं है.’

वामपंथी सरकार द्वारा पूर्व के कई अदालती आदेशों को लागू न किए जाने को याद करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि इस मामले में अदालत के आदेश का क्रियान्वयन लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)