बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट एक मामले की सुनवाई करते हुए कहा था कि देशभर में 14,000 से ज़्यादा मौतें सड़कों पर बने गड्ढों के कारण होती हैं, जो संभवत: सीमा पर या आतंकवादियों द्वारा मारे गए लोगों से अधिक है.
मुंबई: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सड़कों की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं करने पर बल देते हुए कहा कि सड़क खराब निकलने पर वह ठेकदारों पर बुलडोज़र चलवा देंगे.
गडकरी ने गुरुवार को एक पुस्तक विमोचन समारोह में ये बात कही. उनकी यह टिप्पणी सड़क गुणवत्ता पर टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट की चिंताओं के बाद आई है.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सड़क दुर्घटनाओं में देश में 14,000 से ज्यादा मौतें सड़कों पर गड्ढे के कारण होती हैं. यह आतंकी हमलों में मारे गए लोगों की संख्या से अधिक है. सड़क पर गड्ढों के कारण इस कदर लोगों की मौत ‘स्वीकार्य’ नहीं है.
पीठ ने कहा था कि नगर निगम, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और उनके लिए काम करने वाले संस्थान या राज्यों के सड़क विभाग इन मौतों के लिए ज़िम्मेदार होंगे क्योंकि वे ही सड़कों का ठीक से रखरखाव नहीं कर रहे हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ‘हमने अब तक लगभग 10 लाख करोड़ के वर्क आॅर्डर दिए हैं. और मैं एक बात गर्व के साथ कह सकता हूं कि अब तक किसी भी कॉन्ट्रैक्टर को आॅर्डर मांगने के लिए मेरे दिल्ली आॅफिस में नहीं आना पड़ा. और ये मैं बिल्कुल अभिमान के साथ कह सकता हूं. लेकिन एक बात और भी है जिसे बोलने के लिए मुझे संकोच नहीं हैं. मैंने बड़े-बड़े कॉन्ट्रैक्टर को कहा कि रोड ख़राब होगा तो बुलडोज़र के नीचे तुम्हें डलवा दूंगा.’
उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार आई तो सड़क निर्माण की दर 2 किलोमीटर प्रति दिन थी लेकिन अब यब बढ़कर 28 किलोमीटर प्रति दिन हो गई है. इसे मार्च 2019 तक बढ़ाकर 40 किलोमीटर प्रति दिन करने का लक्ष्य है.
गडकरी ने कहा कि देशभर में 12 नए एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है.
गडकरी ने कहा कि प्रदूषित गंगा नदी का 70-80 प्रतिशत काम मार्च अंत तक पूरा हो जाएगा. राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत राज्यों के साथ मिलकर इस पर करीब 26,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.
गडकरी ने कहा, ‘मेरा मानना है कि मार्च 2020 तक गंगा नदी पूरी तरह से स्वच्छ हो जाएगी.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)