बिहार के वित्त मंत्री सुशील मोदी ने कहा, सावन-भादो के महीने में हर साल रहती है मंदी

बिहार के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सुशील मोदी ने कहा कि वैसे तो हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है, लेकिन इस बार मंदी का ज्यादा शोर मचा कर कुछ लोग चुनावी पराजय की खीझ उतार रहे हैं.

/
Bengaluru: Chairman of the State Finance Ministers Group and Bihar Deputy Chief Minister Sushil Kumar Modi speaks during a press conference after meeting with the group of ministers constituted to monitor and remove IT challenges faced in implementation of GST, in Bengaluru on Saturday, July 14, 2018. (PTI Photo/Shailendra Bhojak)(PTI7_14_2018_000148B)
सुशील कुमार मोदी. (फाइल फोटो: पीटीआई)

बिहार के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सुशील मोदी ने कहा कि वैसे तो हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है, लेकिन इस बार मंदी का ज्यादा शोर मचा कर कुछ लोग चुनावी पराजय की खीझ उतार रहे हैं.

Bengaluru: Chairman of the State Finance Ministers Group and Bihar Deputy Chief Minister Sushil Kumar Modi speaks during a press conference after meeting with the group of ministers constituted to monitor and remove IT challenges faced in implementation of GST, in Bengaluru on Saturday, July 14, 2018. (PTI Photo/Shailendra Bhojak)(PTI7_14_2018_000148B)
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी. (फोटो: पीटीआई)

पटना: बिहार के उप मुख्यमंत्री और वित्तमंत्री सुशील मोदी ने रविवार को कहा कि देश के आर्थिक हालात को लेकर कुछ विपक्षी पार्टियां भय का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रही हैं जबकि सावन-भादो के महीने में हर साल मंदी रहती है.

एक ट्वीट कर सुशील मोदी ने कहा, ‘वैसे तो हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है, लेकिन इस बार मंदी का ज्यादा शोर मचा कर कुछ लोग चुनावी पराजय की खीझ उतार रहे हैं.’

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश की आर्थिक वृद्धि दर (जीडीपी) छह साल के निचले स्तर पर जाते हुए पिछले साल के 8 फीसदी की तुलना में इस साल अप्रैल-जून की तिमाही में पांच फीसदी हो गई.

कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने मैन्युफैक्चरिंग और कृषि क्षेत्र में गिरावट को रोक पाने में निष्प्रभावी होने का नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाया है.

सुशील मोदी ने आगे कहा कि अर्थव्यवस्था में सुस्ती को लेकर चिंतित होने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि केंद्र सरकार ने इसको नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं.

उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल से लेंडिंग कैपिसिटी बढ़ाने जैसे जो चौतरफा उपाय किए हैं, उनका असर अगली तिमाही में महसूस किया जाएगा.’

उन्होंने आगे कहा कि आर्थिक सुस्ती से बिहार अछूता रहा और दावा किया कि राज्य में मोटर वाहनों की बिक्री में कोई गिरावट नहीं दर्ज की गई.

उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘बिहार में मंदी का खास असर नहीं है इसलिए वाहनों की बिक्री नहीं घटी. केंद्र सरकार जल्द ही तीसरा पैकेज घोषित करने वाली है.’

वहीं, एक अन्य ट्वीट में कहा कि बिहार पहला राज्य है, जिसने एक देश-एक कर की कल्पना साकार करने वाले पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की प्रतिमा लगाने और उनकी जयंती पर हर साल राजकीय समारोह आयोजित करने का फैसला किया.

उन्होंने कहा, ‘बिहार को 15 साल के कुशासन से मुक्ति दिलाने वाले भाजपा-जदयू गठबंधन की सरकार का बनना और इसका टिकाऊ होना राज्य के लिए अरुण जेटली का ऐसा राजनीतिक योगदान है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए के सभी दल संसदीय चुनाव की सफलता दोहरा कर अरुण जेटली को अपनी श्रद्धांजलि देंगे.’