गुजरात में क़रीब 24 हज़ार गर्भपात किट और मादक पदार्थ ज़ब्त, आठ आरोपी गिरफ़्तार

खाद्य और औषधि नियंत्रण प्रशासन के आयुक्त ने बताया कि सात आरोपियों के ख़िलाफ़ औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है, जबकि एक व्यक्ति को गुजरात पुलिस ने उसके पास से ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की तीन लाख शीशियों सहित मादक पदार्थ मिलने के बाद एनडीपीएस अधिनियम के तहत गिरफ़्तार किया.

मध्य प्रदेश: हिरासत में युवक की मौत होने पर नारकोटिक्स विभाग के पांच पुलिसकर्मी निलंबित

मध्य प्रदेश के मंदसौर ज़िले का मामला. पुलिस ने मादक पदार्थ ब्राउन शुगर की तस्करी के आरोप में 21 वर्षीय युवक को गिरफ़्तार किया था. परिवार ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने युवक की रिहाई के लिए 50 लाख रुपये की मांग की थी. साथ ही ये भी दावा किया कि युवक के शव पर चोट के कई निशान मिले हैं.

बाल संरक्षण आयोग ने नेटफ्लिक्स से ‘बॉम्बे बेगम्स’ की स्ट्रीमिंग रोकने के लिए कहा

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पास शिकायत आई थी कि नेटफ्लिक्स पर प्रसारित वेब सीरीज बॉम्बे बेगम्स में दिखाया गया है कि नाबालिगों का यौन गतिविधि और मादक पदार्थों के सेवन में संलिप्त होना आम बात है.

बीस साल पहले ऐसा ही मीडिया ट्रायल मैंने भी सहा था: लेखक और रिसर्चर पांचाली रे

वीडियो: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग मामले में पूछताछ के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) जाते समय अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के साथ मीडियाकर्मियों ने धक्का-मुक्की की थी. ऐसा ही 20 पहले उस वक़्त की मॉडल और अब रिसर्चर और लेखक पांचाली रे के साथ हुआ था. उनसे आरफ़ा ख़ान शेरवानी की ख़ास बातचीत.

पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट को 30 साल पुराने पुलिस हिरासत में मौत मामले में उम्रकैद

गुजरात में जामनगर सत्र न्यायालय ने भट्ट को साल 1990 के एक 'हिरासत में मौत' मामले में दोषी पाया है. उस समय संजीव भट्ट जामनगर में सहायक पुलिस अधीक्षक थे.

संजीव भट्ट को शीर्ष अदालत में याचिका दायर करने से रोकने को सुप्रीम कोर्ट ने गंभीर आरोप बताया

गुजरात के पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट की पत्नी श्वेता संजीव भट्ट ने याचिका दायर आरोप लगाया है कि सुप्रीम कोर्ट का रुख़ करने के लिए उनके पति को हिरासत में किसी काग़ज़ पर हस्ताक्षर करने की इजाज़त नहीं दी जा रही है.

पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट 22 साल पुराने मामले में गिरफ़्तार

वर्ष 1996 में गुजरात के बनासकांठा में कथित तौर पर मादक पदार्थ रखने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ़्तार करने का मामला. उस वक्त पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट बनासकांठा ज़िले के पुलिस अधीक्षक थे.