मामला आरा के सदर अस्पताल का है, जहां कोविड-19 की जांच के लिए क़रीब 300 स्वैब सैंपल इकट्ठा किए गए थे. बीते कई दिनों से लगातार हो रही बारिश में अस्पताल में जलभराव हुआ, जिसके चलते सैंपल पानी में बह गए.
घटना बिहार के भोजपुर ज़िले के आरा की है. मुसहर समुदाय से आने वाले आठ वर्षीय राकेश की मौत 26 मार्च को हो गई थी. उनकी मां का कहना है कि लॉकडाउन के चलते उनके पति का मजदूरी का काम बंद था, जिसके चलते 24 मार्च के बाद उनके घर खाना नहीं बना था.
महिला के भाई ने बताया कि सोमवार को पहले तो उसके साथ मारपीट की गई, इसके बाद जब वह बेहोश हो गई तो उसे सोन नदी के किनारे पर एक चिता बनाकर जिंदा जलाने का प्रयास किया गया.
आरोपी गांव का पूर्व मुखिया है. हादसे से उग्र ग्रामीणों ने चक्का जाम किया और तोड़-फोड़ भी की. मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है.