श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने शनिवार को घोषणा की थी कि वे 13 जुलाई को अपने पद से इस्तीफ़ा देंगे, लेकिन उससे पहले ही वे आधी रात को सेना के विमान से अपने परिजनों संग मालदीव चले गए. बताया जा रहा है कि वे नई सरकार द्वारा गिरफ्तार किए जाने की आशंका के चलते इस्तीफ़ा देने से पहले विदेश जाना चाहते थे. इस बीच, भारत पर आरोप लगे हैं कि उसने राजपक्षे की देश छोड़ने में मदद की. श्रीलंका
चुनाव से पहले निवर्तमान राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन पर अपनी जीत पक्की करने के लिए गड़बड़ियां करने का आरोप लगा था. यामीन ने देश में आपातकाल की घोषणा करते हुए अपने विरोधियों को जेल में डाल दिया था.