राजस्थान: कोटा अस्पताल में दिसंबर में 100 बच्चों की मौत, 2019 में 963 बच्चों की जान गई

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि सरकार बीमार शिशुओं की मौत पर पूरी तरह संवेदनशील है और इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए. बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर उठाए सवाल.

राजस्थान: कोटा अस्पताल में शिशुओं की मौत का आंकड़ा दिसंबर में बढ़कर 91 पहुंचा

राजस्थान के कोटा स्थित जेके लोन अस्पताल में पिछले पांच दिन में 14 और शिशुओं की मौत हो गई है. अस्पताल की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, 24 दिसंबर तक 77 शिशुओं की यहां मौत हुई थी, इनमें से 10 शिशुओं की मौत 23 दिसंबर और 24 दिसंबर को 48 घंटे के भीतर हुई थी.

देशभर के अस्पताल में रोजाना तीन-चार मौतें होती हैं, नई बात नहींः अशोक गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह टिप्पणी कोटा के जेके लोन अस्पताल में 48 घंटे में दस बच्चों की मौत होने के मामले में बोलते हुए की है, जिसमें नवजात शिशु भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि बीते छह साल में सबसे कम जानें इस साल गई हैं. एक बच्चे की मौत भी दुर्भाग्यपूर्ण है.

दिल्ली में शनिवार को मौसम का सबसे ठंडा दिन, सुबह न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस

इस साल दिसंबर में दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान बृहस्पतिवार तक 19.85 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार इससे पहले दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान केवल 1919, 1929, 1961 और 1997 में 20 डिग्री सेल्सियस से कम रहा था. साल 1901 के बाद दूसरा सबसे सर्द दिसंबर रहने की संभावना.

कोटा के अस्पताल में एक महीने में 77 बच्चों की मौत, मुख्यमंत्री ने जांच के लिए समिति गठित की

राजस्थान के कोटा में जेके लोन अस्पताल में 48 घंटे में दस बच्चों की मौत हुई है, जिसमें नवजात शिशु भी शामिल हैं. अस्पताल प्रशासन ने डॉक्टरों की ओर से किसी तरह की लापरवाही होने से इनकार किया है.

2008 जयपुर धमाका मामले में चार को फांसी की सजा

जयपुर में 13 मई 2008 को हुए सिलसिलेवार विस्फोट में कुल 80 लोगों की मौत हुई थी तथा लगभग 170 घायल हुए थे. राजस्थान की एक विशेष अदालत ने मामले में चार आरोपियों मोहम्मद सरवर आजमी, मोहम्मद सैफ, मोहम्मद सलमान और सैफुर्रहमान को दोषी ठहराया जबकि एक आरोपी शाहबाज हुसैन को दोषमुक्त करार दिया था.

2008 जयपुर धमाका: चार आरोपी दोषी क़रार, एक दोषमुक्त

13 मई 2008 को जयपुर में हुए आठ सिलसिलेवार बम धमाकों में 70 लोगों की मौत हुई थी और 185 घायल हुए थे. दोषियों की सज़ा पर गुरुवार को जिरह के बाद फ़ैसला लिया जाएगा.

बाल तस्करी के मामले में राजस्थान शीर्ष पर, बिहार से हर दिन एक बच्चे की तस्करी: एनसीआरबी

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, बाल तस्करी के 886 मामलों के साथ राजस्थान पहले स्थान पर है, जबकि पश्चिम बंगाल 450 ऐसे मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है. बाल तस्करी के 121 दर्ज मामले में बिहार पुलिस ने आरोप पत्र ही दायर नहीं किए.

राजस्थान: छह साल की बच्ची के बलात्कार और हत्या मामले में एक गिरफ़्तार

राजस्थान के टोंक ज़िले का मामला. बच्ची शनिवार को एक स्कूली कार्यक्रम में हिस्सा लेने गई थी लेकिन वापस नहीं लौटी. बच्ची का शव अगले दिन पास के एक गांव से बरामद किया गया.

राजस्थान: अलवर में सरपंच के पति की पीट-पीट कर हत्या

राजस्थान के अलवर ज़िले के मुंडावर थाना क्षेत्र की घटना. परिजनों ने हत्या के पीछे राजनीतिक रंज़िश होने की आशंका जताई है. पुलिस हत्या का केस दर्ज किया.

राजस्थान: मुस्लिम पुलिसकर्मियों के दाढ़ी न रखने का फ़ैसला वापस लिया गया

मामला अलवर जिले का है, जहां गुरुवार को एसपी ने जिले में तैनात नौ पुलिसकर्मियों के दाढ़ी रखने पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था. ये सभी नौ पुलिसकर्मी मुस्लिम समुदाय से थे.

राजस्थान: नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस का दबदबा, अशोक गहलोत ने सरकार के काम पर जनादेश बताया

राजस्थान निर्वाचन विभाग की वेबसाइट के अनुसार, 49 नगर निकायों में 2,100 से अधिक पार्षदों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस के 961, भाजपा के 737, बसपा के 16, माकपा के तीन, एनसीपी के दो प्रत्याशी जीते हैं. वहीं, 386 वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है.

राजस्थान: सांभर झील के किनारे अब तक 17,000 से ज्यादा पक्षियों की मौत, सही कारणों का पता नहीं

अब तक 32 प्रजातियों के पक्षियों की मौत हो चुकी है. राज्य सरकार का दावा है कि वे कारणों का पता लगाने के लिए हरसंभव कदम उठा रहे हैं.

पहलू ख़ान के ख़िलाफ़ गो-तस्करी में दर्ज केस राजस्थान हाईकोर्ट ने ख़ारिज किया

राजस्थान के अलवर में अप्रैल 2017 में कथित गोरक्षकों की भीड़ ने मवेशी ले जा रहे पहलू ख़ान, उनके दो बेटों और ट्रक चालक पर हमला कर दिया था. इस हमले के दो दिन बाद पहलू ख़ान की अस्पताल में मौत हो गई थी.

शवों के साथ प्रदर्शन को दंडनीय अपराध घोषित करे राज्य सरकार: राजस्थान मानवाधिकार आयोग

राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग ने मुआवज़े और ऐसी अन्य मांगों को लेकर शवों के साथ प्रदर्शन के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है. इससे पहले आयोग ने राज्य सरकार से लिव-इन रिलेशनशिप की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने और महिलाओं के सम्मानपूर्वक जीवन के अधिकार को सुरक्षित करने के लिए क़ानून बनाने की सिफ़ारिश की थी.

1 27 28 29 30 31 48