इस बैठक में दिल्ली के अधिकरियों के अलावा पंजाब और हरियाणा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये हिस्सा लिया. राज्यों के प्रमुख सचिवों से कहा गया है कि वे चौबीसो घंटे अपने जिलों की मॉनिटरिंग करें.
नई दिल्ली: दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण के गहराते संकट से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों और हवा की गुणवत्ता में लगातार गिरावट के मुद्दे पर प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव और कैबिनेट सचिव ने रविवार देर शाम उच्च स्तरीय बैठक बुलाई.
प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के अनुसार इस बैठक में दिल्ली के अधिकरियों के अलावा पंजाब और हरियाणा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये हिस्सा लिया.
Principal Secretary to Prime Minister had earlier reviewed the situation on 24th October. A series of meetings have taken place for the necessary preparation, including one meeting by the Cabinet Secretary on this subject (air pollution), on 4th October. https://t.co/osbUhemsqJ
— ANI (@ANI) November 3, 2019
प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अगुवाई में हुई बैठक में दिल्ली के वायु प्रदूषण के संकट से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा की गई.
कैबिनेट सचिव दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को प्रतिदिन के आधार पर मॉनिटर करेंगे. वहीं राज्यों के प्रमुख सचिवों से कहा गया है कि वे चौबीसो घंटे अपने जिलों की मॉनिटरिंग करें. प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव ने इससे पहले 24 अक्टूबर को स्थिति की समीक्षा की थी.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली और आसपास के शहरों में रविवार को वायु प्रदूषण के स्तर में एक बार फिर बढ़ोतरी होनो के बाद केंद्र सरकार को इस मामले में उच्च स्तर पर दखल देना पड़ा है. दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में अधिकांश स्थानों पर रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक में हवा की गुणवत्ता ‘अति गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई.
दिल्ली और नोएडा सहित अन्य इलाकों में स्थानीय प्रशासन ने वायु प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य कारणों से मंगलवार को ही आपात स्थिति घोषित कर दी थी. रविवार को प्रदूषित हवाओं से धुंध बढ़ने के बाद दृश्यता में कमी आने के कारण दिल्ली में हवाई यातायात प्रभावित हुआ. इस कारण से दिल्ली आने वाली 37 उड़ानों का रूट बदलना पड़ा.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)