महाराष्ट्र सरकार की एक रिपोर्ट में कहा गया कि बेमौसम बरसात से 44,33,549 किसान प्रभावित हुए और आठ जिलों में 41,49,175 हेक्टेयर जमीन पर फसल बर्बाद हुई.
औरंगाबाद: सरकार की एक रिपोर्ट में बेमौसम बरसात से फसलों को हुए नुकसान के लिए महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के किसानों को 2,904.36 करोड़ रुपये के मुआवजे की सिफारिश की गई है.
औरंगाबाद के मंडलायुक्त कार्यालय द्वारा तैयार एक रिपोर्ट में कहा गया कि बेमौसम बरसात से 44,33,549 किसान प्रभावित हुए और आठ जिलों में 41,49,175 हेक्टेयर जमीन पर फसल बर्बाद हुई.
उप मंडलायुक्त पराग सोमन ने बताया कि यह रिपोर्ट राजस्व विभाग द्वारा किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है. इसे बुधवार को राज्य प्रशासन को सौंपा गया.
24 अक्टूबर को आए महाराष्ट्र विधानसभा नतीजों के बाद किसी पार्टी की सरकार न बनने के कारण प्रदेश में अभी राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है.
लगातार सूखे का सामना करने वाले मराठवाड़ा क्षेत्र में इस साल भी मानसून के दौरान बारिश अच्छी नहीं हुई थी लेकिन अक्टूबर में यहां भारी बारिश हुई, जिससे खरीफ की खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा.
सोमन ने आगे कहा, ‘हमें इस क्षेत्र के किसानों को मुआवजा देने के लिए 2,904.36 करोड़ रुपयों की जरूरत है.’ उन्होंने कहा कि अधिकतर मामलों में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है.
उन्होंने कहा कि नांदेड़, बीड और औरंगाबाद जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और इन तीनों जिलों को मुआवजे के रूप में 400 करोड़ रुपये से अधिक की आवश्यकता है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, रिपोर्ट में कहा गया कि जबकि पूरी तरह से वर्षा पर निर्भर गैर-सिंचित भूमि 6,800 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा प्राप्त करेगी, सिंचित भूमि 13,000 रुपये प्रति हेक्टेयर और बागों को 18,000 रुपये प्रति हेक्टेयर प्राप्त होगा.
इसमें कहा गया है कि इस मानसून में इस क्षेत्र में कुल 50,20,591 हेक्टेयर भूमि खेती के अधीन आ गई थी.
बता दें कि, सरकार ने हाल ही में पूरे महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों को तत्काल सहायता के लिए 10,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)