गुजरात: सरकारी भर्ती परीक्षा में धांधली के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे 700 छात्र हिरासत में

राज्य में 17 नवंबर को जूनियर क्लर्क और ऑफिस असिस्टेंट की भर्ती परीक्षा हुई थी. गांधीनगर में छात्रों ने इसका प्रश्नपत्र लीक होने और अनियमितता बरतने का आरोप लगाते हुए बड़ी संख्या में प्रदर्शन किया और परीक्षा रद्द करने की मांग की. इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में ले लिया.

राज्य में 17 नवंबर को जूनियर क्लर्क और ऑफिस असिस्टेंट की भर्ती परीक्षा हुई थी. गांधीनगर में छात्रों ने इसका प्रश्नपत्र लीक होने और अनियमितता बरतने का आरोप लगाते हुए बड़ी संख्या में प्रदर्शन किया और परीक्षा रद्द करने की मांग की. इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में ले लिया.

Gandhinagar

गांधीनगरः गुजरात के गांधीनगर में छात्रों ने जूनियर क्लर्क और ऑफिस असिस्टेंट की भर्ती परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इन छात्रों ने परीक्षा में अनियमितता और पेपर लीक का आरोप लगाते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग की. इसके बाद जिला पुलिस प्रशासन ने लगभग 700 प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में लिया.

राज्य के गृहमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने कहा कि इस अनियमितता में दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. राज्य प्रशासन कुल 39 शिकायतों की जांच कर रहा है.

यह प्रदर्शन सचिवालय से लगभग तीन किलोमीटर दूर उद्योग भवन के पास गांधीनगर में हो रहा है. पुलिस हिरासत से रिहा होने के बाद बुधवार रात को बड़ी संख्या में लोग जुटने लगे.

प्रदर्शनकारियों के नेता युवराज सिंह जडेजा ने कहा कि जब तक सरकार परीक्षा रद्द नहीं कर देती, वे प्रदर्शन करना जारी रखेंगे. उन्होंने कहा, ‘हमने राज्य सरकार को पेपर लीक और अनियमितता को लेकर बहुत साक्ष्य दिए हैं.’

बनासकांठा से एक अन्य छात्र सुरेश ठाकोर ने कहा, ‘मैंने सचिवालय क्लर्क परीक्षा दी थी. अब मैं चाहता हूं कि यह परीक्षा रद्द हो जा क्योंकि प्रश्नपत्र लीक हो गया था और परीक्षा में बहुत सारी अनियमितताएं हुई थीं.’

यह परीक्षा 17 नवंबर को हुई थी. निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने प्रश्नपत्र लीक होने की वजह से युवाओं को नौ दिसंबर को गुजरात विधानसभा के बाहर इकट्ठा होने को कहा था.

परीक्षा के बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों से पेपर लीक और अनियमितताओं की शिकायतें आईं. बुधवार को हजारों की संख्या में छात्र गांधीनगर के सत्याग्रह छावनी में इकट्ठा हुए, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को तितर-बितर करना शुरू किया और बल का प्रयाग कर उन्हें हिरासत में लिया.

गांधीनगर पुलिस के सुपरिंटेंडेंट मयूर चावड़ा ने कहा, ‘हमने लगभग 700 प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में लिया. प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के तीन विधायक किरीट पटेल, गुलाबसिंह राजपूत और सीजे चावड़ा को भी हिरासत में लिया गया और बाद में छोड़ दिया गया.’

एसपी ने कहा कि छात्रों को हिरासत में लिया गया क्योंकि वे प्रशासन से बिना मंजूरी के इकट्ठा हुए थे. विरोध प्रदर्शन बढ़ने के दौरान जडेजा ने कहा कि परीक्षा के लिए पेपर लीक नहीं हुआ था.

उन्होंने कहा, ‘जीएसएसएसबी को पांच जिलों से अनियमितताओं को लेकर 39 शिकायतें और 26 वॉट्सऐप संदेश मिले थे. सभी शिकायतों की जांच की जा रही है, संबंधित परीक्षा केंद्रों की सीसीटीवी फुटेज भी देखी जा रही है. यह बहुत बड़ा काम है और इसमें एक से दो दिन लग सकते हैं. दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.’

राज्य के गृहमंत्री ने भी कहा कि जहां से परीक्षा में अनियमितताओं की शिकायतें आ रही हैं, वहां के परीक्षा केंद्रों के एडमिनिस्ट्रेशन, ब्लॉक पर्यवेक्षकों और क्लास पर्यवेक्षकों से जीएसएसएसबी संपर्क में रहेगा और दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.

उन्होंने कहा कि उन्हें सुरेंद्रनगर, बनासकांठा और गिर सोमनाथ जिलों से वॉट्सऐप के जरिए अनियमितताओं की शिकायतें मिलीं, जिनकी भी जांच की जा रही है. वहीं, विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि अगर सरकार परीक्षा रद्द नहीं करती है तो वे नौ दिसंबर को विधानसभा परिसर तक मार्च करेंगे.