संघ के वरिष्ठ नेता ने कहा, जो लोग गोमांस खाते हैं उनका कोई मानवाधिकार नहीं होता

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने जयपुर में आयोजित संघ के एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में गाय, गोमांस और अन्य मुद्दों पर बयान दिए.

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने जयपुर में आयोजित संघ के एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में गाय, गोमांस और अन्य मुद्दों पर बयान दिए.

Indresh Kumar PTI
आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार. (फाइल फोटो: पीटीआई)

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा है कि जो लोग गोमांस खाते हैं उनका कोई मानवाधिकार नहीं होता. साथ ही उनका यह भी मानना है कि भारत में वैलेंटाइन डे जैसी पश्चिमी संस्कृति की वजह से बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक, ‘इंद्रेश कुमार ने जयपुर में आरएसएस द्वारा आयोजित संघ शिक्षा वर्ग के समापन कार्यक्रम में शुक्रवार को कहा कि वे लोग जो सेना पर पत्थर फेंकते हैं, गोमांस खाते हैं, गाय की तस्करी करते हैं, देशविरोधी नारे लगाते हैं और महिलाओं की इज़्ज़त नहीं करते, उनका कोई मानवाधिकार नहीं होता.’

अख़बार के मुताबिक, ‘इंद्रेश कुमार ने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे रोज़ा खोलने में बीफ़ की जगह गाय के दूध का इस्तेमाल करें. इस्लाम के आख़िरी पैगंबर ने गोमांस को बीमारी कहा था और गाय के दूध को दवा. उन्होंने कहा कि तथाकथित प्रगतिशील और राष्ट्रविरोधी लोग अभिव्यक्ति की आज़ादी की बात करते हैं लेकिन एकतरफा विश्वास रखते हैं. इसीलिए उन्होंने केरल में अलग राय रखने के कारण आरएसएस के 273 कार्यकर्ताओं को मार दिया.’

गौरतलब है कि केरल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और वाम दलों के बीच कई सालों से चल रहे राजनीतिक संघर्ष में दोनों तरफ के सैकड़ों कार्यकर्ताओं की हत्याएं हो चुकी हैं.

हफिंगटन पोस्ट के मुताबिक, ‘आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार का मानना है कि बलात्कार, बच्चों और महिलाओं के ख़िलाफ़ हो रही हिंसा के लिए वैलेंटाइन डे जैसी पश्चिमी परंपरा ज़िम्मेदार है. उन्होंने कहा कि भारतीय प्यार में ‘पवित्रता’ और ‘धर्मपरायणता’ होती है, लेकिन पश्चिम ने इसे बाज़ार की वस्तु बना दिया है और उत्सव का रूप दे दिया है. यह बलात्कार, बच्चों और महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा जैसी समस्याओं के लिए ज़िम्मेदार है.’

आरएसएस आत्मा का शुद्धीकरण करता है

उन्होंने यह भी कहा कि ‘आरएसएस किसी व्यक्ति के चरित्र और आत्मा का शुद्धीकरण करता है और मानवीय व नैतिक मूल्यों पर ज़ोर देता है. लोगों की आत्मा के शुद्धीकरण के लिए एक आंदोलन चलना चाहिए ताकि समाज और देश तरक्की कर सके.’

समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, जयपुर के संघ शिक्षा वर्ग में संघ के नेता ने गोमांस पार्टियों का विरोध करते हुए कहा कि जो लोग ऐसा कर रहे है उन्हें इसे बदलना होगा क्योंकि इस तरह के अमानवीय कृत्य से देश शर्मसार हो रहा है.

कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि 121 करोड़ की जनसंख्या वाले देश में जो लोग ऐसा कर रहे हैं जो कुछ ही लोग है. ये लोग देश की आम राय का नेतृत्व नहीं करते, उनका कृत्य अमानवीय है और उन्हें इसे बदलना होगा. गोमांस पार्टियों से जुड़े प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि इस तरह कृत्य कर ये लोग बुराई का समर्थन कर रहे हैं और इससे देश शर्मसार हुआ है.

उन्होंने कहा कि लोगों को समझना चाहिए कि गाय का दूध, गोमांस के मुकाबले स्वास्थ्यवर्धक होता है. गाय का दूध एक दवा है और गोमांस बीमारियों का घर है, इसलिए लोगों को इसे नहीं खाना चाहिए.

आरएसएस नेता ने कांग्रेस पर इस बुराई का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी को जीवित रखने के लिए कांग्रेस को ख़ुद को बदलने के लिए सुधार आंदोलन करना चाहिए. यदि कांग्रेस पार्टी ने सुधार नहीं किया तो पार्टी कमजोर हो जाएगी और अलग थलग पड़ जाएगी.

2024 के चुनावों में भी मोदी की सत्ता बरक़रार रहेगी

इससे पहले एक जून को इंद्रेश कुमार ने अपना विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सत्ता बरक़रार रहेगी.

कुमार ने राजग सरकार के तीन वर्ष पूर्ण होने पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्ण समर्पण और मेहनत के साथ कार्य किया है और अफसरशाही के कार्य प्रणाली में बदलाव लाने का प्रयास किया है.

उन्होंने दावा किया कि यह जनता की राय है कि मोदी सबसे अच्छे और देश के प्रति समर्पित नेता है. ना केवल 2019 के लोक सभा चुनावों में बल्कि 2024 के लोक सभा चुनावों में भी मोदी सत्ता में बने रहेंगे.

उन्होंने कहा कि मोदी अपने कार्य, देश के प्रति समर्पण और मन की बात के ज़रिये युवा पीढी और युवाओं के बीच राजा बन गए हैं.

उन्होंने चीन पर आर्थिक सर्जिकल स्ट्राइक की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि लोगों को त्योहारों पर चीन निर्मित उत्पाद का बहिष्कार करना चाहिए. उन्होंने सभी धर्म के लोगों से अपील करते हुए कहा कि कम से कम एक त्योहार पर चीनी उत्पाद नहीं खरीदें. इससे देश में बेरोज़गारी जैसी समस्याओं से निजात मिलेगी.

कुमार ने महंगी होती शिक्षा और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसे सस्ती दरों पर सभी को उपलब्ध कराई जानी चाहिए. युवाओं को नैतिक मूल्यों के बारे में शिक्षा के ज़रिये बताया जाना चाहिए. ऐसी संस्थाएं जहां धर्म से जुड़ी शिक्षा के बारे में बताया जाता है वहां भी नैतिक मूल्यों के बारे में बताया जाना चाहिए ताकि युवा कट्टरपंथी ना बनें.

तीन तलाक पर सुधार आंदोलन की ज़रूरत

तीन तलाक़ के बारे में कुमार ने कहा कि मुस्लिम महिलाएं जिन्हें गैर संवैधानिक और ग़ैर इस्लामिक प्रक्रिया के ज़रिये मुश्किलों का सामना करना पडता है उनके लिए यह बहुत बड़े सुधार आंदोलन की शुरूआत हुई है.

मेजर के क़दम पर प्रश्न नहीं उठना चाहिए

कश्मीर में पत्थरबाजों से बचने के लिये सेना के मेजर नितिन गोगोई द्वारा कश्मीरी युवा को मानवीय सुरक्षा कवच बनाकर जीप के आगे बांधने का समर्थन करते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली में गत रविवार को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से अपने देवर को छुडाने के लिए राष्ट्रीय निशानेबाज आयशा फलक द्वारा गोली चलाने पर उसकी बहादुरी को सराहा गया. ठीक उसी तरह मेजर के क़दम पर भी प्रश्न नहीं उठाना चाहिए.

बम विस्फोट कांड पर सफाई

उन्होंने 2007 में अजमेर बम विस्फोट मामले के बारे में कहा कि उनके ख़िलाफ़ यह एक साज़िश थी. एफआईआर में उनका नाम नहीं था और जांच एजेंसी ने भी रिपोर्ट में उनका नाम नहीं लिया.

मार्च में विशेष राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की अदालत ने भावेश पटेल और देवेंद्र गुप्ता को इस मामले में आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई थी. अप्रैल माह में एनआईए ने मामले में अंतिम रिपोर्ट पेश कर आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार और तीन अन्य लोगों को पर्याप्त सबूत नहीं होने पर बेदाग़ साबित किया था, लेकिन अदालत ने अंतिम निर्णय देने से पहले परिवादी को सुनने के लिए एक नोटिस जारी किया था.