दिल्ली के अनाज मंडी के रानी झांसी रोड पर एक फैक्ट्री में आग लगने से हुआ हादसा. फैक्ट्री मालिक के ख़िलाफ़ केस दर्ज. मामले की मजिस्ट्रेट जांच करने के आदेश. सात दिन के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के बीचोंबीच स्थित अनाज मंडी के रानी झांसी रोड पर चार मंजिला फैक्ट्री में रविवार सुबह लगी भीषण आग में 43 मजदूर मारे गए.
कारखाने में रविवार तड़के आग लगी. दिल्ली अग्निशमन सेवा के अधिकारियों ने बताया कि आग लगने की जानकारी सुबह पांच बजकर 22 मिनट पर मिली जिसके बाद दमकल की 30 गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया.
उन्होंने बताया कि 150 दमकल कर्मचारियों ने बचाव अभियान चलाया और 63 लोगों को इमारत से बाहर निकाला.
अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में प्रतीत होता है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी. दमकल अधिकारियों ने बताया कि 43 मजदूर मारे गए और दो दमकल कर्मचारी घायल हुए हैं.
उन्होंने बताया कि इकाइयों के पास दमकल विभाग का अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं था. इलाके के संकरा होने की वजह से बचाव अभियान में दिक्कत आ रही है और दमकल कर्मचारी खिड़कियां काट कर इमारत में दाखिल हुए.
इस बीच बिजली वितरण कंपनी बीवाईपीएल ने दावा किया कि इमारत के भूतल पर लगे मीटर सुरक्षित हैं, जिससे प्रतीत होता है कि आग किसी अन्य कारण की वजह से लगी.
वहीं दिल्ली पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने बताया कि फैक्ट्री मालिक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैरइरादन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
यह मामला अपराध शाखा को सौंप दिया गया है.
दिल्ली सरकार में मंत्री इमरान हुसैन ने कहा है कि घटना की जांच की जाएगी और इस घटना के पीछे जो भी जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
दमकल अधिकारियों ने बताया कि जब आग लगी तब तमाम मजदूर नींद में थे. इमारत में हवा आने-जाने की उचित व्यवस्था नहीं थी, इसलिए कई लोगों की जान दम घुटने से चली गई.
सभी झुलसे हुए लोगों और मृतकों को आरएमएल अस्पताल, एलएनजेपी और हिंदू राव अस्पताल ले जाया गया है, जहां लोग अपने रिश्तेदारों को ढूंढने में लगे हैं.
इमारत में सिर्फ एक ही दरवाज़ा था
जिस इमारत में आग लगी वह ज्वलनशील सामग्री से भरी हुई थी और उसमें सिर्फ एक दरवाजा था जो पतली गली की ओर खुलता था. इस इमारत में कम से कम 12-15 मशीनें लगी हुई हैं और कई इकाइयां चल रही थीं.
दमकल कर्मियों ने बताया कि जलती सिलाई मशीनों, प्लास्टिक के खिलौनों तथा डिब्बों और कपड़ों आदि से निकलते घने जहरीले धुएं ने पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे बचाव अभियान चलाने में काफी दिक्कतें आईं.
दिल्ली अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 600 गज के भवन में सिर्फ एक दरवाजा था, लिहाजा दमकल कर्मियों को अंदर घुसने के लिये खिड़कियों और लोहे की जालियों को काटना पड़ा.
उन्होंने कहा कि तंग गलियों में एक बार में केवल एक ही गाडी़ भेजी जा सकती थी.
एलएनजेपी के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर किशोर सिंह ने बताया कि इस अस्पताल में 34 लोगों को मृत लाया गया था और लोगों के मरने की मुख्य वजह धुएं की चपेट में आकर दम घुटना है. कुछ शव जले हुए थे.
उन्होंने बताया कि एलएनजेपी में लाए गए 15 झुलसे लोगों में से नौ निगरानी में हैं और कई आंशिक रूप से झुलसे हैं.
घटना की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश
दिल्ली सरकार ने इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश देते हुए सात दिनों के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा है. इस घटना को 1997 के उपहार सिनेमा अग्निकांड के बाद राष्ट्रीय राजधानी में आग लगने की सबसे बड़ी घटना बताया जा रहा है. उपहार अग्निकांड में 59 लोगों की मौत हो गई थी.
दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने जिला मजिस्ट्रेट (मध्य) को जांच करने और सात दिन के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया. उत्तर दिल्ली के मेयर अवतार सिंह ने कहा कि उन्होंने नगर निगम आयुक्त से एक टीम का गठन करने, घटनास्थल का दौरा करने और आग लगने के कारण का पता लगाने को कहा है.
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की
राष्ट्रीय राजधानी में रानी झांसी रोड पर अनाज मंडी स्थित एक फैक्ट्री मे लगी आग के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटनास्थल का दौरा किया.
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की. केजरीवाल ने इस घटना में झुलसे लोगों के लिए एक लाख रुपये मुआवजा राशि की घोषणा की है. केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार दोषी को नहीं छोड़ेगी और उन्हें कड़ी सजा मिलेगी. वहीं प्रधानमंत्री ने घटना में मारे गए लोगों के परिजन के लिए दो-दो लाख रुपये और झुलसे लोगों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है.
इसके अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को दिल्ली के अनाज मंडी इलाके में लगी आग में 43 लोगों की मौत पर शोक जताया और राज्य के रहने वाले मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अनाज मंडी में लगी आग की घटना पर दुख जताया है.
The fire in Delhi’s Anaj Mandi on Rani Jhansi Road is extremely horrific. My thoughts are with those who lost their loved ones. Wishing the injured a quick recovery. Authorities are providing all possible assistance at the site of the tragedy.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 8, 2019
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘दिल्ली के अनाज मंडी इलाके में लगी आग भयावह है. हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों प्रति मैं शोक संवेदना प्रकट करता हूं और जो घायल हुए हैं, उनके जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. घटनास्थल पर प्रशासन सभी जरूरी सहायता पहुंचा रहा है.’
V v tragic news. Rescue operations going on. Firemen doing their best. Injured are being taken to hospitals. https://t.co/nWwoNB4u3Q
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 8, 2019
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘बहुत ही दुखद खबर. बचाव कार्य जारी है. दमकल विभाग के कर्मचारी काम कर रहे हैं. घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है.’
एक अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं.