नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ लोगों प्रदर्शन कर रहे लोग ज़ाफ़राबाद की ओर बढ़ रहे थे. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों की झड़प हो गई. प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. हिंसा को देखते हुए दिल्ली मेट्रो के कुछ स्टेशनों को बंद कर दिया है.
नई दिल्ली: संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ उत्तर पूर्व दिल्ली के सीलमपुर इलाके में हो रहे प्रदर्शन ने मंगलवार को हिंसक रूप ले लिया, जहां स्थानीय लोगों ने कई मोटरबाइकों को आग लगा दी, पुलिस पर पथराव किया और कई बसों को नुकसान पहुंचाया.
प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया. कम से कम दो मोहल्लों से धुएं का गुबार उठता दिखा.
पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने यातायात पुलिसकर्मियों की दो बाइकों को जला दिया. साथ ही इलाके में एक पुलिस बूथ को भी नुकसान पहुंचाया गया.
हिंसा के बाद से भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को वहां तैनात किया गया.
इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीलमपुर टी-पॉइंट पर लोग एकत्र हुए और दोपहर करीब बारह बजे विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ. प्रदर्शनकारी सीलमपुर से जाफराबाद की ओर बढ़ रहे थे.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक प्रदर्शन दोपहर 12 बजे के करीब शुरू हुए थे. प्रदर्शनकारियों ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और सरकार के विरोध में नारे लगाए.
Oh. My. God. Mobsters attacking Delhi Police with stones at Seelampur in New Delhi. This vandalism is tragic. Is this really the idea of India that the protesters are propagating through violence? pic.twitter.com/kEpTNtzORY
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) December 17, 2019
सीलमपुर चौक पर सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की तब उनके बीच संघर्ष हुआ.
प्रदर्शन में शामिल मोहम्मद सादिक ने बताया कि उनका यह विरोध जामिया मिलिया इस्लामिया में छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई तथा देश में एनआरसी लागू करने के लिए तैयार की जा रही पृष्ठभूमि के खिलाफ है.
कासिम नामक एक अन्य व्यक्ति ने कहा, ‘देश में एनआरसी लागू नहीं होना चाहिए. हमारा विरोध इसी बात को लेकर है. पृष्ठभूमि तैयार की जा रही है ताकि एनआरसी को देश भर में लागू किया जाए.’
मोबाइल रिपेयरिंग का काम सीख रहे नूर ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी के जरिये हिंदू-मुसलमानों के बीच दरार पैदा की जा रही है.
Protestors in Seelampur in North East Delhi hitting the police.
Who are these protestors indulging in these provocations? Absolutely condemnable. #CAA2019 pic.twitter.com/X8HgIB9YRC
— Marya Shakil (@maryashakil) December 17, 2019
उन्होंने कहा, ‘जामिया में अगर विरोध प्रदर्शन हुआ भी था तो भी पुलिस को लाइब्रेरी और परिसर में घुसने का हक नहीं था.’
जाफराबाद थाने के बाहर भी प्रदर्शन हुआ और पुलिस के खिलाफ नारे लगाए गए.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि प्रदर्शन को देखते हुए सीलमपुर से जाफराबाद के बीच 66 फीट रोड बंद कर दी गई.
यह हिंसा ऐसे समय में हो रही है, जब दो दिन पहले ही जामिया मिलिया इस्लामिया के पास दक्षिणी दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके में प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी.
मेरी सभी दिल्लीवासियो से अपील है कि शांति बनाए रखें। एक सभ्य समाज में किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जा सकती। हिंसा से कुछ हासिल नहीं होगा। अपनी बात शांति से कहनी है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 17, 2019
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘मेरी सभी दिल्लीवासियों से अपील है कि शांति बनाए रखें. एक सभ्य समाज में किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जा सकती. हिंसा से कुछ हासिल नहीं होगा. अपनी बात शांति से कहनी है.’
उत्तर-पूर्व दिल्ली में सात मेट्रो स्टेशन बंद
संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में सीलमपुर इलाके में विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर उत्तर-पूर्व दिल्ली के सात मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार मंगलवार को बंद कर दिए गए.
Security Update
Entry & exit gates of Johri Enclave and Shiv Vihar are closed. Trains will not be halting at these stations.
— Delhi Metro Rail Corporation I कृपया मास्क पहनें😷 (@OfficialDMRC) December 17, 2019
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने ट्वीट किया, ‘जौहरी एन्क्लेव और शिव विहार में प्रवेश और निकास द्वार बंद हैं. इन स्टेशनों पर मेट्रो ट्रेन नहीं रुकेगी.’
दोनों स्टेशन पिंक लाइन पर हैं.
इससे पहले डीएमआरसी ने पिंक लाइन पर वेलकम, जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर और गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशनों और रेड लाइन पर सीलमपुर को बंद कर दिया.
डीएमआरसी ने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि सीलमपुर मेट्रो के सभी प्रवेश और निकास द्वार खोल दिए गए हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)