नागरिकता क़ानून और एनआरसी के विरोध में बिहार बंद, रेल एवं सड़क यातायात प्रभावित

नागरिकता संशोधन क़ानून और प्रस्तावित एनआरसी के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार बंद का आह्वान किया था. अतिरिक्त एडीजी ने बताया कि बिहार बंद के संबंध में 38 ज़िलों से एहतियातन 1550 लोगों को हिरासत में लिया गया है. 14 केस दर्ज किए गए हैं और 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

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Patna: RJD leader Tejashwi Yadav with supporters raises slogans during a demonstration against NRC and Citizenship (Amendment) Act (CAA), in Patna, Saturday, Dec. 21, 2019. (PTI Photo)(PTI12_21_2019_000061B)

नागरिकता संशोधन क़ानून और प्रस्तावित एनआरसी के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार बंद का आह्वान किया था. अतिरिक्त एडीजी ने बताया कि बिहार बंद के संबंध में 38 ज़िलों से एहतियातन 1550 लोगों को हिरासत में लिया गया है. 14 केस दर्ज किए गए हैं और 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

Patna: RJD leader Tejashwi Yadav with supporters raises slogans during a demonstration against NRC and Citizenship (Amendment) Act (CAA), in Patna, Saturday, Dec. 21, 2019. (PTI Photo)(PTI12_21_2019_000061B)
बिहार बंद के दौरान पार्टी समर्थकों के साथ पटना में राजद नेता तेजस्वी यादव. (फोटो: पीटीआई)

पटना: बिहार में संशोधित नागरिकता कानून और प्रस्तावित एनआरसी के खिलाफ विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) द्वारा बिहार बंद का आह्वान किया गया था. बंद के चलते राज्य के विभिन्न जिलों में रेल एवं सड़क यातायात बाधित रहा.

इस दौरान कुछ हिस्सों से तोड़फोड़ की भी खबरें आई हैं.

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव ने पटना के बीर चंद पटेल मार्ग में पार्टी कार्यालय से डाक बंगला क्रॉसिंग तक एक बड़े जुलूस के साथ मार्च किया जिससे व्यस्त फ्रेजर रोड तथा बेली रोड पर यातायात थम-सा गया.

इस बंद को कांग्रेस तथा राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) जैसे दल भी समर्थन दे रहे हैं. मुख्य विपक्षी दलों द्वारा बुलाए बिहार बंद से महज दो दिन पहले वाम दलों ने राज्यव्यापी बंद बुलाया था.

पूर्व केंद्रीय मंत्री रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने पटना में मार्च में हिस्सा लिया.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आश्वासन दिया है कि राज्य में एनआरसी लागू नहीं की जाएगी इस पर कुशवाहा ने कहा, ‘राज्य सरकारों द्वारा ऐसे आश्वासन देने का कोई मतलब नहीं है. हमें केंद्र को ऐसा कदम उठाने से रोकना चाहिए.’

राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने दावा किया कि सभी विपक्षी दल लोकतंत्र को बचाने के लिए बंद का समर्थन कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘नीतीश कुमार का आश्वासन आधा-अधूरा है. उनकी पार्टी ने कैब का समर्थन क्यों किया था.’

राज्य के हाजीपुर में स्थित मुख्यालय वाले पूर्वी केंद्रीय रेलवे ने एक बयान में कहा कि विभिन्न स्टेशनों पर कम से कम सात ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित है.

उत्तर बिहार के सबसे बड़े शहर मुजफ्फरपुर में राजद और कांग्रेस नेता बंद आहूत करने के लिए राजमार्गों, प्रमुख सड़कों और रेलवे क्रॉसिंग पर बैठ गए. कुछ स्थानों पर पर उनकी दुकानदारों के साथ झड़प हुई, जिन्होंने दुकानें बंद करने से इनकार कर दिया था.

नवादा में बंद समर्थकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर प्रदर्शन किया. उन्होंने वहां सड़क पर टायर जलाए जिससे वाहनों का आवागमन बाधित हुआ. प्रदर्शनकारियों ने मुजफ्फरपुर के जीरो माइल चौक पर भी प्रदर्शन किया. अररिया और पूर्वी चंपारण जिले में बंद समर्थकों ने रेल को अवरूद्ध कर प्रदर्शन किया.

मुंगेर, भागलपुर, बेगूसराय, जहानाबाद और नवादा जैसे जिलों से भी बंद के कारण सामान्य कारोबार और यातायात बाधित होने की खबरें हैं. आरा से प्राप्त एक खबर के मुताबिक बंद समर्थकों की पुलिस के साथ झड़प हुई. शनिवार रहने के कारण स्कूल, कॉलेज और ज्यादातर सरकारी कार्यालय बंद रहे.

अतिरिक्त डीजीपी जितेंद्र कुमार ने कहा, ‘राज्य के हर जिले में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और संबंधित अधिकारियों को समस्या उत्पन्न करने वाले लोगों से कड़ाई से निपटने के आदेश दिए गए हैं.’

उन्होंने बताया, ‘बिहार बंद के संबंध में 38 जिलों से एहतियाती तौर पर 1550 लोगों को हिरासत में लिया गया है. 14 केस दर्ज किए गए हैं, जिसमें 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)