1941 से अब तक मेक्सिको के 33 पादरियों ने 175 बच्चों का यौन शोषण कियाः रिपोर्ट

रोमन कैथोलिक चर्च की आंतरिक रिपोर्ट में 1941 से लेकर 16 दिसंबर 2019 तक के मामलों की जानकारी दी गई है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बच्चों का यौन शोषण करने वाले 33 पादरियों में से 14 का भी यौन शोषण हो हुआ था.

रोमन कैथोलिक चर्च की आंतरिक रिपोर्ट में 1941 से लेकर 16 दिसंबर 2019 तक के मामलों की जानकारी दी गई है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बच्चों का यौन शोषण करने वाले 33 पादरियों में से 14 का भी यौन शोषण हो हुआ था.

पॉप जॉन पॉल (द्वितीय) के साथ लीगनरीज ऑफ क्राइस्ट के संस्थापक मार्शियल मैसिएल. रिपोर्ट के अनुसार मार्शियल ने 60 बच्चों का यौन शोषण किया था. (फोटोः रॉयटर्स)
पॉप जॉन पॉल (द्वितीय) के साथ लीगनरीज ऑफ क्राइस्ट के संस्थापक मार्शियल मैसिएल. रिपोर्ट के अनुसार मार्शियल ने 60 बच्चों का यौन शोषण किया था. (फोटोः रॉयटर्स)

मेक्सिको सिटीः रोमन कैथोलिक चर्च की अति रूढ़िवादी मेक्सिको शाखा के पादरियों ने 175 बच्चों का यौन शोषण किया है. चर्च की एक आंतरिक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है.

रिपोर्ट के अनुसार, लीगनरीज ऑफ क्राइस्ट के संस्थापक मार्शियल मैसिएल ने 60 बच्चों का यौन शोषण किया. इसके अनुसार, साल 1941 के बाद से कुल 33 पादरियों या छोटे पदों पर नियुक्त पादरियों ने नाबालिगों का यौन शोषण किया है.

शनिवार को जारी रिपोर्ट में 1941 से लेकर 16 दिसंबर 2019 तक के मामलों की जानकारी दी गई है.

इस संबंध में एक बयान में कहा गया है, ‘अधिकतर पीड़ितों में 11 से 16 वर्ष की आयु के किशोर लड़के हैं.’

रिपोर्ट में कहा गया कि यौन शोषण करने वाले 33 में से 18 पादरी अब भी संगठन का हिस्सा हैं लेकिन उन्हें जनता और नाबालिगों से जुड़े कार्यों से हटा दिया गया है.

मालूम हो कि यौन शोषण के आरोपों का वर्षों तक सामना करने के बाद पोप बेनेडिक्ट 16वें ने मैसिएल को 2006 में जीवनभर के लिए प्रार्थना करने के अधिकार से वंचित करने के आदेश दिए थे.

मैसिएल की 87 उम्र की आयु में 2008 में मौत हो गई थी. यह रिपोर्ट इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वैटिकन दशकों से मैशियल के खिलाफ सभी बाल यौन शोषण के आरोपों को खारिज करता रहा है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके अलावा 32 अन्य पादरियों में से पांच की भी मौत हो चुकी है, जबकि आठ अब पादरी नहीं है, जबकि 18 अभी भी सदस्य बने हुए हैं.

लीगनरीज ने जारी बयान में कहा कि बीते आठ दशकों में उनके 33 पादरियों ने 175 नाबालिगों का यौन शोषण किया है. इनमें से जो 18 अभी भी अपने पदों पर हैं, उनमें से चार पर मंत्रिस्तरीय प्रतिबंध लगाए गए हैं.

इसके तहत बच्चों से जुड़े कार्यों से उन्हें हटा दिया गया है. वहीं, 14 पर किसी तरह के सार्वजनिक प्रतिबंध नहीं लगाए गए हैं. रिपोर्ट कहती है कि 33 पादरियों में से 14 पादरी जिन्होंने बच्चों का यौन शोषण किया, वे खुद लीगनरीज के पीड़ित रहे हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्चों के यौन शोषण के संभावित रूप से और मामले हो सकते हैं और इस आंकड़े को नियमित रूप से अपडेट किया जाएगा.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)