रघुबर दास को पटखनी देने वाले सरयू राय ने कहा, ज़रूरत पड़ी तो महागठबंधन को समर्थन दूंगा

झारखंड के पूर्व मंत्री सरयू राय ने टिकट न मिलने पर रघुबर दास मंत्रिमंडल और फिर भाजपा से इस्तीफ़ा दे दिया था. निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे सरयू राय जमशेदपुर (पूर्व) सीट पर झारखंड के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता रघुबर दास से पांच हज़ार वोटों से आगे चल रहे हैं.

Jamshedpur: Independent candidate from East Jamshedpur seat Saryu Roy flashes the victory sign after he lead against his BJP rival and Chief Minister of Jharkhand Raghubar Das, in Jamshedpur, Monday, Dec. 23, 2019. Roy, a former minister in Das' government, contested the election as an independent candidate after the BJP denied poll ticket to the veteran leader. (PTI Photo) (PTI12_23_2019_000189A)(PTI12_23_2019_000199B)

झारखंड के पूर्व मंत्री सरयू राय ने टिकट न मिलने पर रघुबर दास मंत्रिमंडल और फिर भाजपा से इस्तीफ़ा दे दिया था. निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे सरयू राय जमशेदपुर (पूर्व) सीट पर झारखंड के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता रघुबर दास से पांच हज़ार वोटों से आगे चल रहे हैं.

Jamshedpur: Independent candidate from East Jamshedpur seat Saryu Roy flashes the victory sign after he lead against his BJP rival and Chief Minister of Jharkhand Raghubar Das, in Jamshedpur, Monday, Dec. 23, 2019. Roy, a former minister in Das' government, contested the election as an independent candidate after the BJP denied poll ticket to the veteran leader. (PTI Photo) (PTI12_23_2019_000189A)(PTI12_23_2019_000199B)
भाजपा के बागी नेता सरयू राय. (फोटो: पीटीआई)

जमशेदपुर: जमशेदपुर (पूर्व) विधानसभा सीट से झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास को लगभग पांच हजार मतों से पीछे छोड़ने के बाद भाजपा के शीर्ष विद्रोही नेता सरयू राय ने सोमवार को जमशेदपुर में कहा कि अब राज्य में रघुबर दास मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे और झामुमो-कांग्रेस-राजद महागठबंधन की ही सरकार बनने की संभावना है, जिसकी स्थिरता के लिए आवश्यक होने पर वह स्वयं उसका समर्थन कर सकते हैं.

सरयू राय ने आज यहां नौवें चरण की मतगणना में जमशेदपुर (पूर्व) सीट पर पांच हजार से अधिक मतों की बढ़त बनाने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि अब रघुबर दास किसी भी हाल में राज्य के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे.

भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से अपना टिकट काटे जाने से भारी रुष्ट चल रहे सरयू राय ने कहा, ‘वर्तमान रुझान को देखते हुए राज्य में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की ही सरकार बनने की संभावना है और मैं चाहूंगा कि राज्य में किसी भी प्रकार की अस्थिरता न हो. ऐसे में महागठबंधन की स्थिरता के लिए आवश्यकता पड़ने पर समर्थन देने में हमें कोई एतराज नहीं होगा.’

भाजपा को आवश्यक होने पर समर्थन देने के सवाल पर राय ने कहा, ‘भाजपा को अव्वल तो मेरे समर्थन की आवश्यकता नहीं होगी और मेरे द्वारा उन्हें समर्थन देने की संभावना बहुत ही कम है.’

उन्होंने अपना टिकट काटे जाने पर कहा, ‘भाजपा नेतृत्व ने मेरे स्वाभिमान को चोट पहुंचायी और उसी से आहत होकर मैंने मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ने का मन बनाया.’

एक अन्य सवाल के जवाब में सरयू राय ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी मुहिम जारी रहेगी और इस बात की उन्होंने मंत्री रहते हुए भी मुख्यमंत्री रघुबर दास को चेतावनी दी थी.

उन्होंने कहा कि किसी भी भ्रष्टाचारी का स्थान मधु कोड़ा की ही जगह पर है अर्थात उसे जेल जाना होगा.

झारखंड के पूर्व मंत्री सरयू राय ने टिकट न मिलने पर रघुबर दास मंत्रिमंडल और फिर भाजपा से इस्तीफा दे दिया था. राय 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर (पश्चिम) सीट से दूसरी बार चुने गए थे.

ऐसे अटकलें थीं कि मुख्यमंत्री रघुबर दास की वजह से उनका टिकट काटा गया. इसी वजह से सरयू राय ने रघुबर दास की परंपरागत सीट जमेशदपुर (पूर्व) से उन्हें चुनौती दी थी. रघुबर दास साल 1995 में जमशेदपुर (पूर्व) सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे.

रांची स्थित राजभवन में सोमवार को मुख्यमंत्री रघुबर दास ने अपना इस्तीफा राज्यपाल  द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया.

चुनाव आयोग की ओर से अब तक जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, निर्दलीय चुनाव लड़ रहे सरयू राय को अब तक 68 हज़ार से ज्यादा वोट मिल चुके हैं, वहीं मुख्यमंत्री और भाजपा नेता रघुबर दास को 52 हज़ार से ज्यादा वोट मिले हैं. कांग्रेस प्रत्याशी गौरव बल्लभ को अब तक 17 हज़ार से ज्यादा वोट मिले हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)