गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने साबरमती आश्रम में नागरिकता कानून के समर्थन में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जब आजादी मिली तब भारत में मुस्लिमों की आबादी कुल जनसंख्या का महज नौ फीसदी थी, जो 70 साल में बढ़कर 14 फीसदी हो गई है.
![गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी. (फोटो: पीटीआई)](https://hindi.thewire.in/wp-content/uploads/2017/07/Vijay-Rupani-PTI-e1525074352899.png)
वडोदराः गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का कहना है कि मुसलमान रहने के लिए दुनिया के 150 इस्लामिक देशों में से किसी को भी चुन सकते हैं, लेकिन हिंदुओं के लिए भारत ही एकमात्र देश है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, रूपाणी ने मंगलवार को अहमदाबाद के साबरमती आश्रम के बाहर नागरिकता कानून (सीएए) के समर्थन में रैली को संबोधित करते हुए यह बयान दिया.
रूपाणी ने कहा, ‘पाकिस्तान में विभाजन के समय (1947) 22 प्रतिशत हिंदू थे. अब प्रताड़ना, बलात्कार और उत्पीड़न की वजह से उनकी जनसंख्या घटकर केवल तीन प्रतिशत रह गई है इसलिए हिंदू भारत वापस आना चाहते हैं. हम वही काम कर रहे हैं, जो कांग्रेस को इन संकटग्रस्त हिंदुओं की मदद के लिए करना चाहिए था और अब हम इसे कर रहे हैं तो आप इसका विरोध कर रहे हैं.’
रूपाणी ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, ‘भारत में मुस्लिम खुश थे. उनकी आबादी नौ फीसदी से बढ़कर 14 फीसदी हो गई. धर्मनिरपेक्ष संविधान की वजह से वे भारत में सम्मान के साथ रहते आए हैं.’
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान में हिंदुओं का प्रतिशत 22 फीसदी से घटकर तीन फीसदी रह गया है क्योंकि उन्हें प्रताड़ित किया जाता है, उनका बलात्कार होता है, उनकी संपत्तियां लूट ली गईं. वे बहुत पहले भारत आ गए लेकिन उन्हें यहां कोई सुविधाएं नहीं मिली क्योंकि वे भारत के नागरिक नहीं हैं. बांग्लादेश में हिंदू आबादी का सिर्फ दो फीसदी है जबकि अफगानिस्तान में हिंदुओं और सिखों की संख्या लगभग 500 है जबकि पहले यह दो लाख से अधिक थी.’
उन्होंने कहा, ‘मुस्लिमों के पास रहने के लिए 150 देश हैं जहां वे रह सकते हैं लेकिन हिंदुओं के लिए सिर्फ एक देश है, भारत.’
भाजपा ने मंगलवार को नागरिकता कानून के समर्थन में गुजरात के विभिन्न शहरों में 62 रैलियां निकाली. रूपाणी ने अहमदाबाद में जबकि उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने मेहसाणा में इन रैलियों की अगुवाई की.
नागरिकता कानून के विरोध के लिए विपक्ष को जिम्मेदार बताते हुए रूपाणी ने कहा, ‘कांग्रेस और उनकी सहयोगी पार्टियां लोगों को भ्रमित कर, दंगे कराकर और सार्वजनिक संपत्ति नष्ट कर देश में अशांति फैला रही हैं. मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि यह नागरिकता कानून महात्मा गांधी के उस कथन के खिलाफ कैसे है, जब गांधी ने कहा था कि इन तीनों देशों (पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान) के हिंदू जब चाहे, वे भारत आ सकते हैं.’
रूपाणी ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के वादों में एनआरसी भी शामिल था.
उन्होंने कहा, ‘चुनाव के समय भाजपा ने ऐलान किया था कि अगर हमारी सरकार बनती है तो हम अनुच्छेद 370 हटा देंगे, हम रामजन्मभूमि में मंदिर का मार्ग प्रशस्त करेंगे, तीन तलाक खत्म करेंगे, शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए नागरिकता कानून लागू करेंगे, एनआरसी को लागू करेंगे और घुसपैठियों को वापस भेजेंगे. लोग लोकतांत्रिक रूप से भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों को सत्ता में लाई है.’
रूपाणी ने कहा, ‘नागरिकता कानून की वजह से किसी भी मुस्लिम की नागरिकता खतरे में नहीं है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)