इस साल दिसंबर में दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान बृहस्पतिवार तक 19.85 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार इससे पहले दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान केवल 1919, 1929, 1961 और 1997 में 20 डिग्री सेल्सियस से कम रहा था. साल 1901 के बाद दूसरा सबसे सर्द दिसंबर रहने की संभावना.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को मौसम का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सुबह न्यूनतम तापमान गिरकर 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
दिल्ली में वर्ष 1997 के बाद पहली बार लोग दिसंबर में इतनी जबरदस्त ठंड का सामना कर रहे हैं. शुक्रवार को अधिकतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से सात डिग्री कम है.
दिल्ली में लगातार 14वें दिन कड़ाके की सर्दी पड़ रही है और इससे पहले 1997 में ऐसा हुआ था जब ऐसे ही लगातार 13 दिन कड़ाके की सर्दी पड़ी थी. दिल्ली में 1992 के बाद केवल चार साल 1997, 1998, 2003 और 2014 में इतने दिन तक लगातार ठंड रही. 29 दिसंबर तक ‘अत्यधिक ठंड’ रहने का अनुमान है.
शहर में घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता कम हो गई और सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ा.
मौसम विज्ञान विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अन्य वेधशालाओं में दर्ज तापमान इस प्रकार रहा- पालम में 3.1 डिग्री सेल्सियस, लोधी रोड पर 1.7 डिग्री सेल्सियस, आया नगर में 1.9 डिग्री सेल्सियस.
घने कोहरे के कारण पालन वेधशाला इलाके में शून्य दृश्यता रही. इसके पास ही हवाई अड्डा स्थित है.
हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह घने कोहरे के कारण दिल्ली हवाईअड्डे से चार विमानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया. अधिकारी ने बताया कि विमान सीएटी-3बी शर्तों के तहत उड़ान भर रहे हैं, जिसका मतलब है कि रनवे की दृश्यता सीमा 50 मीटर से 175 मीटर के बीच है.
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, खराब दृश्यता के कारण 24 ट्रेनों में दो से पांच घंटे तक की देरी हुई. हावड़ा-नई दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस में पांच घंटे तक की देरी हुई.
वायु गुणवत्ता शनिवार को फिर से बिगड़ गई. तापमान गिरने, उच्च नमी और हवा की कम गति के कारण प्रदूषक तत्व एकत्रित हो गए. कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह दस बजे तक 413 रहा.
आईएमडी में वरिष्ठ मौसम विज्ञानी कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में शीतलहर चलने और अत्यधिक ठंड रहने का अनुमान है.
उन्होंने बताया कि 1992 से लेकर अब तक सफदरजंग वेधशाला में 30 दिसंबर 2013 को न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस और 11 दिसंबर 1996 को 2.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. 1930 में 27 दिसंबर को शून्य डिग्री तापमान दर्ज किया गया था जो कि रिकॉर्ड है.
1901 के बाद दूसरा सबसे सर्द दिसंबर रहने की संभावना
मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को बताया था कि दिल्ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड के चलते 1901 के बाद से दूसरा सबसे सर्द दिसंबर रिकॉर्ड किए जाने की संभावना है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस साल दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान बृहस्पतिवार तक 19.85 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अधिकतम तापमान 31 दिसंबर तक गिरकर 19.15 डिग्री सेल्सियस तक जाने की संभावना है.
अधिकारी ने कहा, ‘अगर ऐसा होता है तो यह 1901 के बाद दूसरा सबसे सर्द दिसंबर होगा. दिसंबर 1997 में औसत अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.’
उन्होंने बताया, ‘इससे पहले दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान 20 डिग्री या उससे कम केवल 1919 (19.8 डिग्री सेल्सियस), 1929 (19.8 डिग्री सेल्सियस), 1961 (20 डिग्री सेल्सियस) और 1997 (17.3 डिग्री सेल्सियस) में रहा था.’
उत्तर भारत में अगले दो दिन गंभीर शीत लहर
दिल्ली में मौसम का सबसे कम तापमान दर्ज किए जाने के बीच अगले दो दिन उत्तर, पूर्वी और मध्य भारत के कई हिस्सों के गंभीर शीत लहर की चपेट में रहने की संभावना है. साथ ही, मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में 31 दिसंबर के बाद राहत मिलने का भी पूर्वानुमान किया गया है.
राष्ट्रीय राजधानी में बीते शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से तीन डिग्री कम है. शुक्रवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक 365 दर्ज किया गया जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है.
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल दिसंबर का महीना 1901 के बाद से दूसरा सबसे ठंडा महीना है. उत्तर भारत के कई हिस्से पिछले हफ्ते से गंभीर शीत लहर की स्थिति का सामना कर रहे हैं.
क्षेत्रीय मौसम कर्यालय के मुताबिक बृहस्पतिवार को जम्मू कश्मीर में श्रीनगर में मौसम की सबसे सर्द रात दर्ज की गई, जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 5.6 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया.
कश्मीर और लद्दाख में न्यूनतम तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे बना हुआ है. उत्तर कश्मीर के पर्यटन स्थल गुलमर्ग में बृहस्पतिवार की रात शून्य से 9.5 डिग्री सेल्सियस कम तापमान दर्ज किया गया जो एक रात पहले के शून्य से 11.2 डिग्री नीचे के तापमान से कुछ अधिक है.
अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में शून्य से 12 डिग्री कम तापमान दर्ज किया गया.
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित पहलगाम में कश्मीर घाटी में सबसे सर्द स्थान रहा. केंद्र शासित प्रदेश के लेह में तापमान शून्य से 20.7 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया.
मौसम अधिकारी ने बताया कि हरियाणा के हिसार में इस मौसम की सबसे सर्द रात रही जहां न्यूनतम तापमान छह डिग्री नीचे लुढ़ककर 0.3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया.
रोहतक में दो डिग्री जबकि भिवानी में चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
बृहस्पतिवार को पंजाब में बठिंडा सबसे ठंडा स्थान रहा जहां न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अमृतसर में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री, लुधियाना में 5.6 डिग्री और पटियाला में 6.9 डिग्री सेल्सिस रहा.
मौसम अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को कहा था कि हरियाणा एवं पंजाब की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो पिछले दो दशकों में एक रिकार्ड है.
राजस्थान के कई हिस्से भी शीतलहर की चपेट में हैं. सीकर जिले के फतेहपुर शहर में बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान शून्य से तीन डिग्री नीचे रहा. सीकर, चुरू और पिलानी में यह शून्य के काफी करीब रहा.
गंगानगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.4 डिग्री नीचे दर्ज किया गया. वहीं, जयपुर में चार डिग्री सेल्सियस, जोधपुर में 4.4, कोटा में 4.6 और जैसलमेर में 8.9 डिग्री सेल्सियस रहा.
मौसम विभाग ने अपनी रोजाना की मौसम रिपोर्ट में कहा है कि उत्तर पश्चिम भारत में उत्तर-पछुआ सर्द हवाओं और अन्य मौसमी दशाओं के चलते पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में अगले दो दिनों में शीत लहर से लेकर गंभीर शीत लहर की स्थिति रहने की संभावना है.
विभाग ने कहा कि इन क्षेत्रों में 31 दिसंबर के बाद शीत लहर के कम होने की संभावना है. विभाग ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के बड़े हिस्से में 31 दिसंबर से एक जनवरी के बीच वर्षा होने तथा छिटपुट स्थानों पर ओलावृष्टि होने की संभावना है.
हिमाचल का केलांग सबसे ठंडा इलाका, शून्य से 15 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंचा तापमान
शिमला: हिमाचल प्रदेश के कुफ्री, मनाली, सोलन, भुंतर, सुंदरनगर और कल्पा में तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है जबकि केलांग शून्य से नीचे 15 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ सबसे ठंडा इलाका बना हुआ है.
मौसम विभाग ने यह जानकारी दी.
मौसम विभाग ने राज्य के मध्यम और ऊंचे पर्वतीय इलाकों में 31 दिसंबर से दो जनवरी के बीच बर्फबारी होने का अनुमान जताया है.
शिमला मौसम केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि शुक्रवार को राज्य में मौसम शुष्क और ठंडा रहा. बीते 24 घंटे में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक से दो डिग्री नीचे दर्ज किया गया.
किन्नौर जिले के कल्पा में तापमान शून्य से 1.7 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा. सुंदरनगर में (-2.2 डिग्री सेल्सियस), कुफ्री में (-1.6 डिग्री सेल्सियस), सोलन में (-1.4 डिग्री सेल्सियस) मनाली में (-1.3 डिग्री सेल्सियस) और भुंतर में (-1.3 डिग्री सेल्सियस) तापमान दर्ज किया गया.
उन्होंने कहा कि शिमला में न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस और डलहौजी में चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा कि राज्य के मध्यम और ऊंची पहाड़ी वाले कुछ इलाकों में 31 दिसंबर से दो जनवरी के बीच बर्फबारी होने का अनुमान है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)