दूसरे ब्लाइंड क्रिकेट टी-20 विश्व कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 9 विकेट से हराकर विश्व कप अपने नाम कर लिया है.
बंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में बदर मुनीर के 57 रनों की अर्द्धशतकीय पारी के बदौलत 198 रन बनाए. जिसे भारत ने 1 विकेट के नुकसान पर ही 17.4 ओवरों में हासिल कर लिया.
भारत की ओर से ओपनर प्रकाश जयरमैया ने नाबाद 99 रनों की पारी खेली, वहीं कप्तान अजय कुमार रेड्डी ने भी 43 रन बनाए और पहले विकेट के लिए प्रकाश के साथ 110 रनों की साझेदारी की. मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार प्रकाश जयरमैया को दिया गया. साथ ही उन्हें विश्व कप के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर के खिताब से भी नवाजा गया.
वहीं मैन ऑफ द सीरीज का खिताब बी1 कैटेगरी के लिए पाकिस्तान के रियासत अली को पूरे टूर्नामेंट में 452 रन और 4 विकेट के लिए दिया गया. बी2 कैटेगरी में मैन आॅफ द सीरीज का खिताब पाकिस्तान के ही बदर मुनीर को 917 रन और 8 विकेट के लिए दिया गया और बी3 कैटेगरी में श्रीलेका के सुरंगा सम्पत को 733 रन और 4 विकेट के लिए इसी खिताब से नवाज़ा गया.
पाकिस्तान इस पूरे टूर्नामेंट में अपराजित रहा था और ग्रुप श्रेणी के सभी मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचा था, जहां उसने इंग्लैंड को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी. वहीं भारत ग्रुप श्रेणी के 9 में से 8 मैच जीता था, एकमात्र मैच उसने पाकिस्तान के खिलाफ ही गंवाया था और सेमीफाइनल में श्रीलंका को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था.
2012 में आयोजित हुआ पिछला टी-20 विश्वकप भी भारत ने जीता था, उसमें भी फाइनल में पाकिस्तान से ही उसका सामना हुआ था. इसके अलावा भारतीय ब्लाइंड क्रिकेट टीम एकदिवसीय में विश्व विजेता है. एकदिवसीय क्रिकेट विश्व कप उसने 2014 में पाकिस्तान को ही हराकर जीता था.
इसके साथ ही भारत विश्व में ब्लाइंड क्रिकेट की एकमात्र टीम है जिसने ब्लाइंड क्रिकेट के तीनों बड़े खिताब (टी-20 विश्व कप, एकदिवसीय विश्व कप और एशिया कप) अपने नाम किए हैं.
इस टूर्नामेंट में पहली बार दस टीमों ने हिस्सा लिया था. और पहली बार यह टूर्नामेंट देश के विभिन्न शहरों में खेला गया था. विजेता टीम को पांच लाख रुपये दिए गए. वहीं उपविजेता को दो लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया.
गौरतलब है कि भारत में ब्लाइंड क्रिकेट विकट आर्थिक संकटों का सामना कर रहा है. न तो उसे सरकार का समर्थन है और न ही बीसीसीआई उसे कोई आर्थिक सहयोग करता है. इस लिहाज से यह जीत ब्लाइंड क्रिकेट के लिए और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है.