भाजपा महासचिव की धमकी- संघ के पदाधिकारी यहां हैं, नहीं तो आज आग लगा देता इंदौर में

भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आरोप लगाया है कि इंदौर में ज़िला प्रशासन भाजपा कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर कार्रवाई कर रहा है. इसी दौरान उन्होंने अधिकारियों को यह धमकी दी. इससे पहले एक वीडियो में उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय नगर निगम के एक अधिकारी को बल्ले से पीटते नज़र आए थे.

New Delhi: BJP National General Secretary Kailash Vijayvargiya and party MP Rupa Ganguly take part in a demonstration against alleged atrocities on BJP workers in West Bengal by TMC workers, in New Delhi on Tuesday, June 19, 2018. (PTI Photo/Kamal Singh) (PTI6_19_2018_000044B)
कैलाश विजयवर्गीय (फाइल फोटो: पीटीआई)

भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आरोप लगाया है कि इंदौर में ज़िला प्रशासन भाजपा कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर कार्रवाई कर रहा है. इसी दौरान उन्होंने अधिकारियों को यह धमकी दी. इससे पहले एक वीडियो में उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय नगर निगम के एक अधिकारी को बल्ले से पीटते नज़र आए थे.

New Delhi: BJP National General Secretary Kailash Vijayvargiya and party MP Rupa Ganguly take part in a demonstration against alleged atrocities on BJP workers in West Bengal by TMC workers, in New Delhi on Tuesday, June 19, 2018. (PTI Photo/Kamal Singh) (PTI6_19_2018_000044B)
कैलाश विजयवर्गीय (फोटो: पीटीआई)

इंदौर: सोशल मीडिया पर शुक्रवार को सामने आए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के वीडियो पर विवाद खड़ा हो गया है. इस वीडियो में विजयवर्गीय अपने गृहनगर इंदौर में सरकारी अधिकारियों को कथित तौर पर धमकाते हुए यह कहते सुनाई पड़ रहे हैं कि ‘हमारे संघ के पदाधिकारी (यहां) हैं, नहीं तो आज आग लगा देता इंदौर में.’

भाजपा महासचिव का यह वीडियो तब सामने आया है, जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आंतरिक बैठकों के लिए संगठन के प्रमुख मोहन भागवत और इसके अन्य शीर्ष पदाधिकारी शहर में ही हैं.

चश्मदीद लोगों ने बताया कि यह वीडियो विजयवर्गीय की अगुवाई में भाजपा के स्थानीय जन प्रतिनिधियों के रेसीडेंसी क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर किए गए धरना-प्रदर्शन का है. इस दौरान विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन शहर में भाजपा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर कार्रवाई कर रहा है.

इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं ने पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों को सीधी चर्चा के लिए बुलाया था. लेकिन वे नहीं आए. बाद में जब कुछ कनिष्ठ सरकारी अधिकारी प्रदर्शनकारियों के पास पहुंचे, तो विजयवर्गीय ने आला अफसरों के रवैये पर तीखी नाराजगी जाहिर की.

सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए इस वीडियो में विजयवर्गीय कहते सुनाई पड़ रहे हैं, ‘क्या वे (आला अधिकारी) इतने बड़े हो गए? इतनी औकात हो गई है उनकी? जब हम लिखित में पत्र दे रहे हैं कि हम आपसे मिलना चाहते हैं तो इतने बड़े अधिकारी हो गए हैं क्या? उनको समझना चाहिए कि वे जनता के नौकर हैं.’

नाराज विजयवर्गीय को शांत करने की कोशिश करते हुए एक प्रशासनिक अधिकारी उनसे कहते सुनाई पड़ रहे हैं कि आला अफसरों से भाजपा नेताओं के पत्र व्यवहार के बारे में उसे न तो कोई जानकारी है, न ही उससे किसी तरह की चर्चा की गई है.

विजयवर्गीय वीडियो में आगे कहते सुनाई पड़ रहे हैं, ‘आखिर कुछ प्रोटोकॉल होता है कि नहीं होता है. ये चिट्ठी लिखी है उनको कि हम मिलना चाहते हैं. अब ये भी सूचना नहीं दोगे कि हम बाहर हैं शहर से. ये हम अब बर्दाश्त नहीं करेंगे. वो तो हमारे संघ के पदाधिकारी (यहां) हैं, नहीं तो आग लगा देता इंदौर में.’

उधर, सूबे में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने इस वीडियो के आधार पर भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है.

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने कहा, ‘सरकारी अधिकारियों को खुलेआम धमकाते हुए शहर में आग लगाने की बात करने वाले विजयवर्गीय पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए.’

मालूम हो कि इससे पहले एक वीडियो में उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय नगर निगम के अधिकारी को बल्ले से पीटते नज़र आए थे. बीते साल जून महीने में एक जर्जर मकान ढहाने गए इंदौर नगर निगम के दल के साथ हुए विवाद के दौरान भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने एक अधिकारी को बल्ले से पीट दिया था. इसके बाद उस अधिकारी को आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा था.

34 वर्षीय आकाश विजयवर्गीय साल 2018 में हुए विधानसभा का चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे.

इंदौर के गंजी कम्पाउंड क्षेत्र में एक जर्जर भवन ढहाने की मुहिम के दौरान बीते 26 जून को विवाद के बाद भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम के भवन निरीक्षक को क्रिकेट के बल्ले से पीट दिया था.

नगर पालिका के इस कदम का स्थानीय लोगों ने विरोध किया था. इस दौरान आकाश विजयवर्गीय भी मौके पर पहुंचे थे और उन्होंने कथित तौर पर नगर निगम की टीम को चेतावनी दी थी कि अगर वह जल्द वापस नहीं लौटी तो परिणाम के लिए वे खुद जिम्मेदार होंगे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)