बिहार: वैशाली ज़िला जेल में क़ैदी की गोली मारकर हत्या, झड़प में पांच अन्य घायल

मृतक क़ैदी सोना लूटने की एक घटना का आरोपी था. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा जेलर और वार्डन सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया.

बिहार के वैशाली जिले का हाजीपुर स्थित जिला जेल (फोटो: पीटीआई)

मृतक क़ैदी सोना लूटने की एक घटना का आरोपी था. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा जेलर और वार्डन सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया.

बिहार के वैशाली जिले का हाजीपुर स्थित जिला जेल (फोटो: पीटीआई)
बिहार के वैशाली जिले का हाजीपुर स्थित जिला जेल (फोटो: पीटीआई)

हाजीपुर: बिहार में वैशाली जिले की हाजीपुर स्थित जिला जेल में शुक्रवार को एक विचाराधीन कैदी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्या के बाद हुई झड़प में कम से कम पांच अन्य कैदी घायल हो गए. यह जानकारी जेल के एक अधिकारी ने दी.

पुलिस को संदेह है कि घायल हुए पांच कैदियों में से किसी एक ने ही कैदी की हत्या की है. जिलाधिकारी उदिता सिंह इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारियों के साथ जेल पहुंचीं.

सिंह ने कहा, ‘एक पिस्तौल और कुछ गोलियां मिली हैं. मामले की जांच चल रही है.’

पुलिस ने बताया कि जिस कैदी की मौत हुई है, उसकी पहचान मनीष के रूप में हुई है और उसकी उम्र 20 साल के आसपास है. सालभर पहले लूट के एक मामले में मनीष को गिरफ्तार किया था और बाद में जेल लाया गया था.

इस घटना के बाद कैदी उग्र हो गए और झड़प शुरू हो गई, जिसमें पांच कैदी घायल हो गए.

सूत्रों ने बताया कि पांचों घायलों को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.

अधिकारी घायलों का बयान दर्ज करने के लिए डॉक्टरों की मंजूरी की प्रतीक्षा कर रहे हैं ताकि इसका सुराग मिल पाए कि हथियार जेल में कैसे पहुंचा, किसने मंगवाया था और किस वजह से यह हमला हुआ था.

दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक हाजीपुर सदर के एसडीपीओ राघव दयाल ने बताया कि शुक्रवार करीब दो बजे मंडल कारा में वार्ड से कैदियों को बाहर निकाला गया था. इसी दौरान जयपुर सोना लूटकांड में संलिप्त और विचाराधीन कैदी मनीष कुमार उर्फ तेलिया की जेल अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी गई.

गोली मारने की घटना के लगभग 45 मिनट बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ पुलिस पदाधिकारी जेल के अंदर गए और सभी कैदियों को वार्ड के अंदर किया. इस दौरान कैदियों से हुई झड़प में कई पुलिसकर्मियों की भी चोटें आई हैं.

एसडीपीओ ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला है कि सोना लूटकांड में बंद शातिर अपराधी अन्नू सिंह के गैंग ने इस घटना को अंजाम दिया है. कैदी अन्नू सिंह ने जेल के अंदर हथियार मंगवाया है और उसके सहयोगी राजा कुमार ने मनीष को गोली मारी.

उन्होंने बताया, ‘जिस हथियार से गोली मारी गई, उसे जेल के अंदर ही कैंपस में लगे केले के पौधे के निकट से बरामद कर लिया गया है. वहां से मोबाइल और अन्य सामान भी बरामद किए गए हैं.’

प्रभात खबर की रिपोर्ट के मुताबिक जिला जेल में बंदी की हत्या के बाद आईजी मिथिलेश मिश्रा ने जेलर और वार्डन सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.

मिश्रा ने कहा, ‘जेल के अंदर हथियार का आना और गोलीबारी से स्पष्ट होता है कि बड़े स्तर पर लापरवाही हुई है. मामले की जांच का आदेश दिया है.’ साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा.

पुलिस ने अनु सिंह और राजा को भी गिरफ्तार कर लिया है. मृतक सोना लूट कांड में आरोपित था.

इससे पहले अपराधियों ने मनीष पर हाजीपुर कोर्ट में पेशी के दौरान 23 मई, 2019 को फायरिंग की थी. इस घटना में दो पुलिस वाले घायल हो गए थे.

इसी बीच हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी और राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने इस घटना पर चिंता प्रकट की. उन्होंने नीतीश कुमार सरकार पर कानून का उल्लंघन करने वालों के सामने घुटने टेकने का आरोप लगाया.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)