नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध के संबंध में पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने बीते दिनों कहा था कि उत्तर प्रदेश और असम में हमारी सरकारों ने प्रदर्शनकारियों को कुत्तों की तरह मारा.
कोलकाता: आपत्तिजनक बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले दिलीप घोष को भाजपा के पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष के तौर पर बृहस्पतिवार को दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से निर्वाचित किया गया.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि घोष को तीन और साल के कार्यकाल के लिए फिर से निर्वाचित करने का फैसला कोलकाता में पार्टी की राज्य समिति की बैठक में लिया गया.
घोष ने फिर से निर्वाचित होने के बाद कहा, ‘हम अब 2021 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव जीतने के लिए लड़ेंगे.’
दिसंबर 2015 में पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख बने घोष पिछले साल लोकसभा चुनाव के कारण दिसंबर 2018 में अपना कार्यकाल पूरा होने के बाद भी प्रदेश अध्यक्ष बने रहे.
मालूम हो कि हाल में दिलीप घोष ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कहा था कि उत्तर प्रदेश और असम में हमारी सरकारों ने प्रदर्शनकारियों को कुत्तों की तरह मारा. इन्हें गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.
एक रैली के दौरान उन्होंने घुसपैठियों के संबंध में कहा था, ‘तुम यहां आओगे, हमारा खाना खाओगे, यहां रहोगे और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाओगे. क्या यह तुम्हारी जमींदारी है? हम तुम्हें लाठियों से मारेंगे, गोली मारेंगे और तुम्हें जेल में डाल देंगे.’
बीते साल सितंबर महीने में एक कार्यक्रम के दौरान पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था जाधवपुर विश्वविद्यालय राष्ट्रविरोधी तत्वों और वामपंथियों का अड्डा बन गया है. हमारे कैडर को चाहिए कि उसे नष्ट करने के लिए वहां बालाकोट की तर्ज पर सर्जिकल स्ट्राइक करें.
पश्चिम बंगाल के बर्धमान में बीते साल नवंबर में हुई एक सभा के दौरान दिलीप घोष ने कहा था, ‘पढ़े-लिखे समाज से आने वाले कुछ लोग सड़क किनारे बीफ खाते हैं, लेकिन गाय ही क्यों? मैं उनसे कहना चाहता हूं कि वे कुत्तों का भी मीट खाएं. यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है. दूसरे जानवरों का भी मीट खाओ.’
उन्होंने आगे कहा था, ‘आपको कौन रोक रहा है? लेकिन अपने घर पर खाओ. गाय हमारी माता है और हमारी नजर में गाय की हत्या असामाजिक काम है. कुछ लोग हैं जो घर में विदेशी कुत्ते रखते हैं और उनका मल भी साफ करते हैं. यह महा-अपराध है. मां के दूध के बाद एक बच्चा गाय के दूध पर ही जिंदा रहता है. गाय हमारी माता है और कोई हमारी मां की हत्या करता है तो यह हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे.’
उन्होंने इस सभा के दौरान यह भी कहा था कि देसी गाय के दूध में सोना होता है. देसी और विदेशी गायों में अंतर बताते हुए उन्होंने कहा था कि सिर्फ देसी गायें ही हमारी माता हैं, विदेशी नहीं. कुछ लोग हैं जो विदेशी पत्नियां ले आते हैं और अब वे परेशानी में हैं.
साल 2017 में एक सभा के दौरान पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष ने बयान दिया था, ‘नरेंद्र मोदी जैसा नेता ही ऐसे निर्णय ले सकता है. अगर इसमें कोई बाधा डालेगा तो उसे यहां से बाहर फेंक दिया जाएगा. गुजरात से गुवाहाटी और कश्मीर से कन्याकुमारी तक सभी को भारत माता की जय और जय श्री राम बोलना होगा और अगर कोई इसका विरोध करेगा तो वह इतिहास का हिस्सा हो जाएगा.’
साल 2017 में ही ममता बनर्जी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने पर दिलीप घोष ने कहा था, ‘जब ममता दिल्ली में दिल्ली में ड्रामा कर रही थी तब हम चाहते तो उनके बाल खींचकर उन्हें बाहर कर सकते थे. हमारी पुलिस वहां थी, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया. एक मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करती हैं, ये सही नहीं है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)