केंद्रीय मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा कि नागरिकता कानून को 70 साल पहले लागू हो जाना चाहिए था. नागरिकता कानून देश विभाजन के पाप का प्रायश्चित है. यह कांग्रेस के पाप का प्रायश्चित है.
सूरतः केंद्रीय मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी का कहना है कि नागरिकता कानून कांग्रेस द्वारा किए गए विभाजन के पाप का प्रायश्चित है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए गैर मुस्लिमों को भारतीय नागरिकता देने वाला यह कानून 70 साल पहले ही लागू हो जाना चाहिए था.
सारंगी ने कहा, ‘नागरिकता कानून को 70 साल पहले लागू हो जाना चाहिए था. नागरिकता कानून हमारे पूर्वजों और कुछ चुनिंदा नेताओं द्वारा किए गए पाप का प्राश्यचित करने का तरीका है. यह विभाजन के पाप का प्रायश्चित है और हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन करना चाहिए. कांग्रेस ने पाप किया और हम उसका प्रायश्चित कर रहे हैं.’
#WATCH Union Minister Pratap Sarangi in Surat, Gujarat: Those who do not accept Vande Mataram have no right to live in India. (18.01.2020) pic.twitter.com/zEr4R8Z7Op
— ANI (@ANI) January 18, 2020
उन्होंने कहा, ‘विभाजन किसी राजनीतिक, आर्थिक, भौगोलिक और ऐतिहासिक आधार पर नहीं हुआ था. यह सांप्रदायिक आधार पर हुआ था. हमने कभी नहीं कहा कि हम मुस्लिमों के साथ नहीं रह सकते. हम उनके साथ हजारों सालों से रह रहे थे लेकिन दो राष्ट्र का सिद्धांत रखने वालों के साथ समझौता करने के लिए हमें किसने मजबूर किया? विभाजन से बचा नहीं जा सकता था. नेहरू को किसने मजबूर किया? यह देश किसी की पैतृक संपत्ति नहीं है. किसी के पास इसका बंटवार करने का अधिकार नहीं था.’
सारंगी ने कहा कि धार्मिक आधार पर देश का बंटवारा करने से करोड़ों हिंदुओं को पाकिस्तान में और बाद में 1971 में पाकिस्तान का बंटवारा होने पर बांग्लादेश में रहना पड़ा लेकिन बड़े पैमाने पर धर्मांतरण, बलात्कार, हत्या, नरसंहार और जबरन निष्कासन से हिंदुओं की संख्या घटी.
उन्होंने कहा, ‘महात्मा गांधी ने कहा था कि धार्मिक प्रताड़ना की वजह से भारत आए लोगों को नागरिकता प्रदान करना और उन्हें रोजगार मुहैया कराना सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है. हमारी सरकार ने उन देशों के अल्पसंख्यकों को अधिकार देने के लिए नागरिकता संशोधन कानून पारित किया.’
सारंगी ने नागरिकता कानून के बारे में गलत जानकारी फैलाने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया.
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने पाप किए थे, उनका अस्तित्व समाप्त होता जा रहा है, इसलिए वे देश में आग लगा रहे हैं और जो लोग देश में आग लगाते हैं, वे देशप्रेमी नहीं हैं. जो लोग देश की आजादी स्वीकार नहीं, अखंडता स्वीकार नहीं, वंदे मातरम स्वीकार नहीं, उन्हें देश में रहने का अधिकार नहीं है. वे जहां जाना चाहते हैं, उन्हें वहां चले जाना चाहिए.’