चीन: कोरोना वायरस से अब तक 25 लोगों की मौत, 13 शहरों को बंद​ किया गया

मुंबई में दो लोग निगरानी में, विशेष वार्ड बनाया गया. नई दिल्ली के एम्स में भी कोरोना वायरस के लिए अलग से वार्ड बनाया. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि कोरोना वायरस अभी वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित नहीं हुआ है.

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(फोटो: रॉयटर्स)

मुंबई में दो लोग निगरानी में, विशेष वार्ड बनाया गया. नई दिल्ली के एम्स में भी कोरोना वायरस के लिए अलग से वार्ड बनाया. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि कोरोना वायरस अभी वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित नहीं हुआ है.

Passengers wearing masks are seen at Hongqiao International Airport in Shanghai, China January 20, 2020. REUTERS/Aly Song
चीन के शंघाई स्थित हॉन्गकिआओ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मास्क पहने यात्री. (फोटो: रॉयटर्स)

बीजिंग/शंघाई/नई दिल्ली/मुंबई/जिनेवा: चीन में कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है और इससे 830 लोगों के पीड़ित होने की पुष्टि हुई है. इस वायरस का संक्रमण रोकने के लिए प्राधिकारियों ने देश के 13 शहरों को बंद कर दिया गया है. यहां आवागमन पर रोक लगा दी है.

राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि इस वायरस के कारण 26 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 24 की मौत मध्य चीन के हुबेई प्रांत में और एक की मौत उत्तरी चीन के हेबेई में हुई है.

आयोग के अनुसार, गुरुवार तक कोरोना वायरस के कारण निमोनिया से पीड़ित होने के तकरीबन 830 मामलों की पुष्टि हुई है. आयोग ने बताया कि देश के 20 प्रांतीय स्तर के क्षेत्रों में कुल 1072 संदिग्ध मामले सामने आए हैं.

चीन ने देश और दुनिया में कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए बृहस्पतिवार को वुहान सहित 13 शहरों में आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया.

चीनी नववर्ष के पहले सड़कों पर भीड़भाड़ बढ़ने के मद्देनजर गाड़ियों, ट्रेनों और विमानों समेत आवागमन के विभिन्न माध्यमों को रोक दिया गया है.

कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है जो सामान्य जुकाम से लेकर श्वांस तंत्र की गंभीर समस्या तक पैदा कर सकता है. चीन में जिस वायरस से संक्रमित होकर लोगों की जान जा रही है, वह इससे अलग किस्म का है और इसे पहले कभी नहीं देखा गया.  विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस वायरस को ‘2019-एनकोव’ नाम दिया है.

कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर व्यक्ति में बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, हांफना जैसे लक्षण नजर आते हैं.

चीन ने 13 शहर में लगाया यात्रा प्रतिबंध, 4.1 करोड़ लोग प्रभावित

वायरस के फैलने की आशंका को देखते हुए और इस पर नियंत्रण करने के मद्देनजर इससे प्रभावित शहर के आसपास मौजूद चार और शहरों में शुक्रवार को यात्रा प्रतिबंध लगा दिया, जिससे यात्रा प्रतिबंध वाले शहरों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है और इसके कारण इन शहरों में रह रही करीब 4.1 करोड़ की आबादी प्रभावित है.

हांगकांग स्थित ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने शुक्रवार को बताया कि स्थानीय सरकारों की ओर से जारी नोटिस के अनुसार हुबेई प्रांत में आठ शहरों- हुआगांग, एझाओ, चीबी, शिआताओ, झिजियांग, छिनजिआंग, लिचुआन और वुहान में सार्वजनिक परिवहन को रोकने की घोषणा की गई है.

इन शहरों में मनोरंजन केंद्र, सिनेमाघर, इंटरनेट कैफे और अन्य केंद्रों को भी बंद करने का आदेश दिया गया है.

चीन ने बीजिंग के फॉरबिडन सिटी को भी बंद करने का फैसला किया है. यह सांस्कृतिक स्थलों का केंद्र है. अगले निर्देश मिलने तक इंपीरियल पैलेस शनिवार तक बंद रहेगा.

देश में सबसे ज्यादा प्रभावित वुहान के रेलवे स्टेशन पर पुलिस, स्वाट टीम और अर्द्धसैन्य कर्मियों को तैनात किया गया है. सुबह में अवरोधक लगाकर प्रवेश को बंद कर दिया गया.
सड़कों, शॉपिंग मॉल, रेस्तरां और अन्य स्थानों पर आम तौर पर भीड़ रहती है लेकिन 1.1 करोड़ आबादी वाले इस शहर में बिल्कुल सन्नाटा पसरा है. सारे सार्वजनिक स्थानों को बंद कर दिया गया है.

इसके अलावा मध्य हुबेई प्रांत में स्थित शियानिंग, शियाओगन, एन्शी और झिजियांग शहरों में अधिकारियों ने बताया कि बस एवं रेलवे स्टेशन समेत सार्वजनिक परिवहन बंद रहेंगे. हुबेई प्रांत में ही इस वायरस का सबसे पहले पता चला था.

550,000 की आबादी वाले झिजियांग ने दवा की दुकानों को छोड़कर लगभग सभी कारोबारों को बंद रखने की घोषणा की जबकि 800,000 की आबादी वाले एन्शी ने सभी मनोरंजन स्थलों को बंद कर दिया है.

चीन के हुबेई प्रांत के जिंगझोऊ में इस विषाणु का सबसे पहले पता चला था. जिंगझोऊ के अधिकारियों ने कहा कि शहर से गुजरने वाली सभी रेल सेवाएं अंतरराष्ट्रीय समयानुसार सुबह चार बजे से बंद रहेंगी जबकि सार्वजनिक बसें, यात्री परिवहन, पर्यटन बसें, फेरी एवं अन्य नौका सेवाएं भी अस्थायी रूप से बंद रहेंगी.

शुक्रवार सुबह 64 लाख की आबादी वाले जिंगझोऊ शहर के रेलवे स्टेशन से हर तरह की सेवाएं बंद रहेंगी.

वहीं 24 लाख की आबादी वाले हुआंगशी ने भी शुक्रवार को परिवहन मार्ग बंद कर दिए और साथ ही फेरी टर्मिनल एवं यांगत्जी नदी पर बने पुल तथा सार्वजनिक परिवहन को बंद कर दिया.

खतरनाक कोरोना वायरस के कारण शंघाई डिज्नीलैंड इस सप्ताहांत अगले आदेश तक बंद रहेगा. डिज्नीलैंड के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

शंघाई डिज्नीलैंड रिसॉर्ट ने अपनी वेबसाइट पर बताया, ‘बीमारी की रोकथाम एवं इस पर नियंत्रण के मकसद से अपने मेहमानों और कर्मचारियों की सेहत और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है.’

इस विषाणु से मरने वालों की औसत उम्र 73 साल है. मृतकों में सबसे उम्रदराज शख्स 89 साल का था जबकि सबसे कम उम्र के लिहाज से 48 साल के व्यक्ति की मौत हुई.

भारतीय दूतावास ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि चीनी अधिकारियों ने प्रांत में रह रहे भारतीयों को खाद्य आपूर्ति सहित सभी सहयोग का आश्वासन दिया है.

भारत के लिहाज से भी चिंता की वजह है क्योंकि करीब 700 भारतीय छात्र वुहान और आसपास के इलाके में रहते हैं. इन छात्रों में ज्यादातर चीनी विश्वविद्यालयों में चिकित्सा की पढ़ाई करते हैं .

विषाणु का पता सबसे पहले हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान शहर में चला था, जहां इस महामारी के केंद्र के तौर पर एक सीफूड और पशुओं के बाजार की पहचान हुई थी.

कोरोना वायरस की आनुवंशिक समानताएं सार्स (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) से हैं. सार्स के कारण चीन और हांगकांग में वर्ष 2002-2003 में करीब 650 लोगों की मौत हो गई थी.

A security officer in a protective mask checks the temperature of a passenger at an expressway toll station in Xianning, Hubei province, China, January 24, 2020. (Photo: Reuters)
चीन कोरोना वायरस के मद्देनजर के हुबेई प्रांत के झियानिंग स्टेशन पर एक यात्री की जांच करता सुरक्षा अधिकारी. (फोटो: रॉयटर्स)

मुंबई में दो लोग निगरानी में, विशेष वार्ड बनाया गया

चीन से लौटे दो व्यक्तियों के नए किस्म के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका के चलते उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में यहां एक अस्पताल के अलग वार्ड में रखा गया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

उन्होंने कहा कि मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 19 जनवरी से 1,789 यात्रियों की कोरोना वायरस संक्रमण की जांच (थर्मल स्क्रीनिंग) हो चुकी है. इन्हीं में से दो यात्री, जो चीन से यहां आए थे, उन्हें बीएमसी द्वारा संचालित चिंचपोकली के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक इस जानलेवा संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है.

उन्होंने कहा, ‘बीते 14 दिन में चीन के वुहान से होकर आए किसी भी यात्री को थर्मल स्क्रीनिंग में इससे संक्रमित नहीं पाया गया.’

वायरस के मद्देनजर बृह्ममुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के कस्तूरबा अस्पताल में एक अलग वार्ड बनाया गया है.

बीएमसी में कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पद्मजा केस्कर ने बताया, ‘ऐसे लोगों के निदान और उपचार के लिए एक अलग वार्ड बना दिया गया है जिनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका है.’

केस्कर ने बताया कि निकाय के स्वास्थ्य अधिकारियों ने चीन से यहां आए दो लोगों को निगरानी में रखा है. उन्हें हल्का जुकाम है और सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण हैं.

निगरानी में रखे गए दोनों व्यक्तियों के बारे में और विवरण का इंतजार है.

उन्होंने बताया कि मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर नियुक्त डाक्टरों से कहा गया है कि चीन से आने वाले किसी भी यात्री में अगर कोरोना वायरस से संक्रमित होने के लक्षण नजर आते हैं तो उन्हें इस वार्ड में भेजने को कहा गया है.

निजी प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों को भी चीन से लौटे और इस तरह के लक्षण वाले लोगों का पता चलने पर उन्हें इस वार्ड में भेजने को कहा गया है.

सऊदी अरब में भारतीय नर्स कोरोना वायरस से पीड़ित लेकिन यह मामला चीन वाला नहीं

नई दिल्ली/तिरुवनतंपुरम: विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा कि भारत की एक नर्स कोरोना वायरस से पीड़ित पाई गई है और उसका इलाज सऊदी अरब में चल रहा है. हालांकि यह वायरस चीन के शहर वुहान से अलग है.

हालांकि जेद्दा में भारतीय दूतावास ने यह स्पष्ट किया है कि वह नर्स कोरोनावायरस-सीओवी से पीड़ित हैं. वह 2019-एनसीवो (वुहान) से पीड़ित नहीं हैं.

पीड़ित नर्स और उसकी करीब 100 सहकर्मियों की जांच की गई थी. इनमें से ज्यादातर नर्स केरल की हैं.

विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि पीड़ित नर्स का इलाज असीर नेशनल हॉस्पिटल में चल रहा है और वह स्वस्थ हो रही हैं.

एक ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘करीब 100 भारतीय नर्स (जिनमें से ज्यादातर केरल की हैं, अल-हयात अस्पताल में) काम कर रहीं थी और उनकी जांच की गई. सिर्फ एक नर्स कोरोना वायरस से पीड़ित पाईं गईं. असीर नेशनल हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है और वह स्वस्थ हो रही हैं.’

नई दिल्ली के एम्स में अलग वार्ड

राजधानी नई दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने नए कोरोना वायरस से संक्रमित होने के किसी भी संदिग्ध मामले के सामने आने पर इलाज मुहैया कराने के लिए एक अलग वार्ड बनाया है और वहां बिस्तर तैयार रखे गए हैं.

एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा, ‘दिल्ली या भारत में कहीं से भी आने वाले कोरोनावायरस के संदिग्ध मरीजों की देखभाल और इलाज के लिये हमारे यहां एक अलग वार्ड बनाया गया है.’

उन्होंने कहा, ‘संक्रमित मरीजों के इलाज के दौरान बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा के लिए उपकरणों समेत सभी ऐहतियाती उपाय किए गए हैं.’

बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने गणतंत्र दिवस समारोह रद्द किया

वायरस के प्रसार के कारण बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को गणतंत्र दिवस समारोह कार्यक्रम रद्द करने की घोषणा की है.

भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाला समारोह रद्द कर दिया गया है.

दूतावास ने ट्वीट किया, ‘चीन में कोरोना वायरस के प्रसार तथा सार्वजनिक सभाओं एवं कार्यक्रमों को रद्द करने के चीनी अधिकारियों के निर्णय के आलोक में बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने 26 जनवरी को आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह को रद्द करने का फैसला किया है.’

दक्षिण कोरिया समेत कई देशों में वायरस की पुष्टि

सियोल: दक्षिण कोरिया में सार्स जैसे विषाणु के दूसरे मामले की पुष्टि हुई है. इस विषाणु के कारण चीन में कम से कम 25 लोगों की मौत हो चुकी है और इसके बड़े पैमाने पर फैलने की आशंका है.

Hong Kong: People wear masks on a street in Hong Kong, Friday, Jan. 24, 2020 to celebrate the Lunar New Year which marks the Year of the Rat in the Chinese zodiac. Cutting off access to entire cities with millions of residents to stop a new virus outbreak is a step few countries other than China would consider, but it is made possible by the ruling Communist Party's extensive social controls and experience fighting the 2002-03 outbreak of SARS. AP/PTI(AP1_24_2020_000076B)
चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद हांगकांग में लोग मास्क लगाकर बाहर निकल रहे हैं. (फोटो: एपी/पीटीआई)

कोरोना वायरस के रूप में चिह्नित इस विषाणु के प्रसार के खतरों के मद्देनजर कई देशों ने हवाई अड्डे पर यात्रियों में इसकी जांच गहन कर दी.

शुक्रवार को सियोल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वुहान में कार्यरत दक्षिण कोरिया के लगभग 50 वर्ष के एक व्यक्ति में 10 जनवरी को इसके लक्षण नजर आने लगे थे.

मंत्रालय ने बताया कि इस हफ्ते की शुरुआत में देश लौटने पर उस व्यक्ति की जांच की गई और बृहस्पतिवार को उसके दक्षिण कोरिया के इस विषाणु से पीड़ित दूसरे मामले के रूप में पुष्टि हो गई.

रोग के प्रसार को देखते हुए चीन में कई शहरों से लोगों का आवागमन बंद कर दिया गया है लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह रोग अभी भी वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थिति के दायरे में नहीं आया है.

मकाऊ के बाद हांगकांग में भी एक मामले की पुष्टि हुई है.

हनोई से मिली खबर के मुताबिक, वियतनाम में दो चीनी नागरिकों में वायरस की जांच के परिणाम सकारात्मक आए हैं और उनका अस्पताल में उपचार चल रहा है. हो ची मिन्ह शहर में रहने वाले एक चीनी व्यक्ति को अपने पिता से यह संक्रमण हुआ, जो 13 जनवरी को चीन के शहर वुहान से वियतनाम आए थे.

सिंगापुर में भी पहले मामले की पुष्टि हुई है. सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि वुहान से आया 66 वर्षीय व्यक्ति संक्रमण की चपेट में आ गया है. यह व्यक्ति अपने परिवार के साथ सोमवार को आया था. वुहान से आए एक व्यक्ति को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

दुबई से मिली जानकारी के अनुसार, दुनिया के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में शामिल दुबई हवाई अड्डा प्रशासन ने कहा कि वह चीन से आने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग करेगा.

दुबई के प्रशासन ने बृहस्पतिवार को कहा कि पिछले साल चीन से 9,89,000 पर्यटक आए थे और इस साल पर्यटकों की संख्या 10 लाख से ज्यादा रहने की संभावना है. पिछले साल 36 लाख चीनी नागरिक इस हवाई अड्डे के जरिए दूसरी जगहों पर गए थे.

चीन का नया वायरस अभी वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित नहीं हुआ है: डब्ल्यूएचओ

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस के मामले में अभी अंतरराष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति की घोषणा नहीं की गई है.

डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेडरोस एडहानोम घेब्रेयासस ने वायरस को लेकर जिनेवा में दो दिवसीय आपात बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘मैं आज अंतरराष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति नहीं घोषित कर रहा हूं.’

उन्होंने कहा, ‘चीन में यह आपात स्थिति की तरह है, लेकिन यह वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल नहीं बना है.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)