बेंगलुरु में सीवर सफाई के दौरान दम घुटने से 17 साल के बच्चे की मौत

बच्चे को बचाने गए 50 वर्षीय मारिआन्ना की हालत बहुत गंभीर है और वो अस्पताल में भर्ती हैं. मामले में अभी एफआईआर दर्ज की जानी बाकी है.

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​​(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

बच्चे को बचाने गए 50 वर्षीय मारिआन्ना की हालत बहुत गंभीर है और वो अस्पताल में भर्ती हैं. मामले में अभी एफआईआर दर्ज की जानी बाकी है.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)
(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: कर्नाटक के बेंगलुरु में सीवर सफाई के दौरान सिड्डप्पा नाम के एक 17 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई. वहीं बच्चे को बचाने गए 50 वर्षीय मारिआन्ना की हालत बहुत गंभीर है और वो अस्पताल में भर्ती हैं.

द न्यूज मिनट की रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे को सीवर में घुसने पर मजबूर किया गया था. ये घटना बीते शनिवार को बेंगलुरु के इन्फैंट्री रोड पर हुई.

सिड्डप्पा लिंगराजपुरम के पास कचराकानहल्ली में रहते थे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सिड्डप्पा के पड़ोसियों ने बताया कि शनिवार को मारिआन्ना नाम के एक लेबर कॉन्ट्रैक्टर ने सिड्डप्पा से संपर्क किया और उसे एक इमारत में मलबे को हटाने के लिए काम पर रखा, जिसे एएसबीएस जैन संघ ट्रस्ट द्वारा चलाया जाता है.

सिड्डप्पा को इस काम के लिए 600 रुपये देने का वादा किया गया. हालांकि इस वादे के उलट और मैनुअल स्कैवेंजिंग कानून का उल्लंघन करते हुए सिड्डप्पा से सीवर चैंबर साफ करने के लिए मजबूर किया गया.

जब सिड्डप्पा सीवर में से बाहर नहीं आए तो मारिआन्ना लड़के बचाने के लिए सीवर में घुस गए. हालांकि वो भी सीवर चैंबर में बेहोश हो गए. बिल्डिंग में काम कर रहे मजदूरों ने दोनों को बाहर निकाला और तुरंत सरकारी अस्पताल ले गए. डॉक्टरों ने सिड्डप्पा को तुरंत मृत घोषित कर दिया जबकि मारिआन्ना की स्थिति की काफी गंभीर है और वो आईसीयू में हैं.

ट्रस्ट के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कार्यकर्ताओं और वकीलों कॉमर्शियल स्ट्रीट पुलिस स्टेशन पहुंचे थे. हालांकि अभी एफआईआर दर्ज की जानी बाकी है.

सिड्डप्पा आदि कर्नाटक समुदाय से हैं, जिन्हें कर्नाटक में अनुसूचित जाति के रूप में वर्गीकृत किया गया है. सिड्डप्पा के पड़ोसी अकबर का कहना है कि यहां पर आस-पास के लोगों को सीवेज साफ करने के लिए काम पर रखना आम बात है.