केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के बाबरपुर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा उम्मीदवार को आपका मत दिल्ली और देश को सुरक्षित बनाएगा और शाहीन बाग जैसी हजारों घटनाओं को रोकेगा.
नई दिल्लीः केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक रैली को संबोधित करते हुए नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर निशाना साधा.
हफिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, शाह ने बीते रविवार को बाबरपुर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित की गई एक रैली में कहा, ‘इस बार कमल के निशान पर बटन दबाओ तो इतने गुस्से के साथ दबाना कि बटन बाबरपुर में दबे, करंट वहां शाहीन बाग में लगे.’
उन्होंने कहा, ‘भाजपा उम्मीदवार को आपका मत दिल्ली और देश को सुरक्षित बनाएगा और शाहीन बाग जैसी हजारों घटनाओं को रोकेगा. जब आप आठ फरवरी को ईवीएम का बटन दबाएंगे, तो इतने गुस्से में दबाना की उसका करंट शाहीन बगा में महसूस किया जा सके.’
Union Home Minister Amit Shah: Button (on EVM) dabao tab inte gusse ke saath dabana ki button yahan Babarpur mein dabbe, current Shaheen Bagh ke andar lage. #DelhiElections2020 pic.twitter.com/QtD1Fmbc58
— ANI (@ANI) January 26, 2020
बता दें कि अमित शाह ने बीते शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में भी इसी तरह का बयान दिया था.
उन्होंने कहा था, ‘बटन इतनी ताकत से दबाना कि इसके करंट से आठ फरवरी को शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी वो जगह छोड़ने पर मजबूर हो जाएं.’
अमित शाह के इस बयान पर कांग्रेस नेता चिदंबरम ने कहा कि महात्मा गांधी का तिरस्कार करने वाले शाहीन बाग से मुक्ति पाना चाहेंगे.
Home Minister seeks votes to ‘get rid of Shaheen Bagh’.
Only those who despise Gandhiji would want to get rid of Shaheen Bagh. Shaheen Bagh represents the essence of Mahatma Gandhi.
Getting rid of Shaheen Bagh amounts to getting rid of Ahimsa and Satyagraha.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) January 26, 2020
उन्होंने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि शाहीन बाग महात्मा गांधी के मूल विचार का प्रतिनिधित्व करता है. इससे मुक्ति पाने का मतलब अहिंसा और सत्याग्रह से मुक्ति पाना है.
मालूम हो कि दिल्ली के शाहीन बाग में बीते एक महीने से अधिक समय से बड़ी संख्या में महिलाएं संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) और एनआरसी के विरोध में धरना दे रही हैं.