चुनाव आयोग ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा पर दिल्ली विधानसभा चुनाव में सामाजिक टकराव फैलाने वाले विवादित बयान देने के कारण चुनाव प्रचार करने पर यह प्रतिबंध लगाया गया है. इससे पहले भाजपा प्रत्याशी कपिल मिश्रा को 48 घंटे के लिए चुनाव प्रचार करने से प्रतिबंधित कर दिया गया था.
नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में विवादित बयान देने के मामले में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को तीन दिन और भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा को चार दिन तक चुनाव प्रचार करने से प्रतिबंधित कर दिया है.
आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि ठाकुर अगले 72 घंटे तक और वर्मा 96 घंटे तक दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार नहीं कर सकेंगे.
दोनों नेताओं पर दिल्ली चुनाव में सामाजिक टकराव फैलाने वाले विवादित बयान देने के कारण चुनाव प्रचार करने पर यह प्रतिबंध लगाया गया है.
अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंध की समय सीमा आयोग द्वारा गुरुवार को आदेश जारी करने के साथ ही शुरू हो जाएगी. साथ ही दोनों नेताओं का नाम भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर रखे जाने का आदेश भी प्रभावी रहेगा.
आयोग ने विवादित बयान मामले में बुधवार को ठाकुर और वर्मा को भाजपा के स्टार प्रचारक की सूची से बाहर करने का आदेश जारी किया था.
इससे पहले चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी कपिल मिश्रा को विवादित ट्वीट करने के कारण शनिवार को 48 घंटे के लिए चुनाव प्रचार करने से प्रतिबंधित कर दिया था.
इससे पहले ट्विटर इंडिया ने चुनाव आयोग के निर्देश पर मिश्रा के विवादित ट्वीट पर संज्ञान लेते हुए शुक्रवार रात को इसे हटा दिया था.
साथ ही जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 125 के तहत मिश्रा के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है. उनके खिलाफ विभिन्न समुदायों के बीच कटुता पैदा करने का मामला दर्ज किया गया है.
बता दें कि मॉडल टाउन सीट से उम्मीदवार कपिल मिश्रा ने गुरुवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा था कि आठ फरवरी को दिल्ली की सड़कों पर हिंदुस्तान और पाकिस्तान का मुकाबला होगा. इसके बाद एक और ट्वीट में उन्होंने शाहीनबाग में नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर ‘मिनी पाकिस्तान’ का जिक्र किया था. मिश्रा ने 23 जनवरी को यह विवादित ट्वीट किया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)