घटना के दौरान शाहीन बाग धरना स्थल पर मौजूद चश्मदीदों ने बताया, ‘मौके पर पहुंची महिला कांस्टेबल उसे ले जा रही थी तो महिला ने एक पुलिसकर्मी की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘विजय सर, मुझे बचाइए.’ वहां महिला के तीन से चार साथी भी थे जो महिला के पकड़े जाने के बाद फरार हो गए.
नई दिल्ली: दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में बुधवार दोपहर को प्रदर्शनकारियों ने बुर्का पहनकर पहुंची एक हिंदू महिला को पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि महिला उनसे अजीबोगरीब सवाल कर रही थी और अपनी गलत पहचान बता रही थी.
घटना के बाद द वायर संवाददाता ने मौके पर मौजूद चश्मदीदों से बात की. चश्मदीदों ने बताया, ‘दोपहर एक बजे के करीब बुर्का पहनी एक महिला शाहीन बाग पहुंची और प्रदर्शनकारियों के बीच में बैठकर इस प्रदर्शन की आवश्यकता पर सवाल उठाने लगी. प्रदर्शनकारियों द्वारा महिला पर संदेह होने के बाद उन्हें पकड़ लिया गया. महिला ने कहा कि उन्हें केजरीवाल ने यहां भेजा है. सवाल जवाब करने पर महिला अपने बयान बदलने लगी. महिला की तलाशी लेने पर उसके पास से एक खुफिया कैमरा बरामद हुआ.’
चश्मदीदों ने बताया, ‘मौके पर पहुंची पुलिस ने उनसे पूछताछ की. इस पर महिला ने खुद को एक पत्रकार बताया. जब प्रेस कार्ड मांगा गया तो उन्होंने अपना पहचान पत्र दिखाया, जिसमें उनका नाम गुंजा कपूर लिखा था जबकि पहले उन्होंने अपना नाम बरखा बताया था. इसके बारे में पूछने पर महिला ने सुरक्षा का हवाला देकर पहचान छिपाने और बुर्का पहनने की बात कही.’
चश्मदीदों ने बताया, ‘मौके पर पहुंची महिला कांस्टेबल उसे ले जा रही थी तो महिला ने एक पुलिसकर्मी की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘विजय सर मुझे बचाइए.’ चश्मदीदों के मुताबिक, वहां महिला के तीन से चार साथी भी थे जो महिला के पकड़े जाने के बाद फरार हो गए.
चश्मदीदों का कहना है कि महिला का संबंध आरएसएस या भाजपा से हो सकता है, जिसका मकसद इस प्रदर्शन को बदनाम करना था.
पुलिस ने बताया कि महिला की पहचान गुंजा कपूर के तौर पर हुई है. उसने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर खुद का परिचय यू ट्यूब चैनल ‘राइट नेरेटिव” के संचालक के तौर पर किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्विटर पर गुंजा कपूर को फॉलो करते हैं. वह अक्सर भाजपा के समर्थन में ट्वीट करती हैं और पार्टी के नेताओं के साथ फोटो भी हैं.
कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स दावा कर रहे हैं कि गुंजा ने शाहीन बाग में पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए.
#WATCH Political analyst Gunja Kapoor extricated by police after protestors at Delhi's Shaheen Bagh alleged that she was wearing a 'burqa' and filming them. #Delhi pic.twitter.com/llRiKhMvOd
— ANI (@ANI) February 5, 2020
एएनआई द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में दिखाया गया है कि पुलिस उन्हें ले जा रही है जबकि इस दौरान भीड़ उनके पास पहुंचने की कोशिश करती है और पुलिस से धक्का-मुक्की करती है. ट्विटर पर शेयर किए गए एक अन्य वीडियो में वे मौके पर एक जगह कुर्सी पर बैठी हैं और कुछ महिलाएं उनसे बात कर रही हैं.
Who is @gunjakapoor who was caught secretly filming women of Shaheen Bagh in a Burqa?
– Followed by Modi on Twitter (Modi has an eye for such talent)
– 'RW analyst'. Appears on Modia channels defending BJP
– Team member of another RW fraud @Shehzad_Indpic.twitter.com/3Gcrm6xvKQ
— Srivatsa (@srivatsayb) February 5, 2020
शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में चल रहे विरोध प्रदर्शन को भाजपा ने दिल्ली चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बना दिया है. 50 से अधिक दिन से चल रहे इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व ज्यादातर स्थानीय मुस्लिम महिलाएं कर रही हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्ययमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के तमाम छोटे-बड़े नेता शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. हाल ही में भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने प्रदर्शनकारियों को बलात्कारी और हत्यारा तक कह डाला था.
वर्मा ने कहा था, ‘अगर शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहा तो प्रदर्शनकारी आपके घरों में घुस सकते हैं और आपकी बहन-बेटियों का बलात्कार कर सकते हैं. आज समय है, आज अगर दिल्ली के लोग जाग जाएंगे तो अच्छा रहेगा. वो तब तक सुरक्षित महसूस करेंगे जब तक देश के प्रधानमंत्री मोदी जी हैं.’
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के बाबरपुर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बटन इतने गुस्से से दबाना कि करंट शाहीन बाग़ में लगे.
बीते 1 फरवरी को धरना स्थल पर एक हथियारबंद शख्स ने गोलीबारी कर दी थी. शख्स ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए कह रहा था कि हमारे देश में केवल हिंदुओं की चलेगी, किसी और की नहीं. दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि शख्स आप का सदस्य है. हालांकि, शख्स के परिवार ने इन दावों को खारिज किया है.
बता दें कि दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों पर आठ फरवरी को मतदान है जबकि मतगणना 11 फरवरी को होगी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)