कोरोना वायरस अब चीन की पांच जेलों में भी फैल गया है, जहां इसके संक्रमण के 447 मामले सामने आए हैं. जेलों में कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद कई अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है.
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बीजिंग/तेहरान/लेह/मुंबई: चीन में कोरोना वायरस प्रकोप के चलते 109 और मौतों के साथ इससे मरने वालों की संख्या 2,345 पर पहुंच गई है जबकि 76,288 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है.
चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 बीमारी के प्रकोप की जांच के फिलहाल देश में मौजूद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेषज्ञ सर्वाधिक प्रभावित वुहान शहर का शनिवार को दौरा कर सकते हैं.
चीन के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार को कुल 397 लोगों में कोविड-19 की पुष्टि हुई है जबकि 31 प्रांतीय स्तर के क्षेत्रों से 109 लोगों की मौत होने की खबर मिली है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) की नियमित रिपोर्ट में शनिवार को कहा गया है कि शुक्रवार के अंत तक बीमारी से कुल 2,345 लोगों की मौत हो गई और देश भर के 76,288 लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है.
रिपोर्ट के अनुसार इनमें से 106 मौत वायरस के केंद्र हुबेई प्रांत में वहीं एक-एक मौत हेबई, शंघाई और शिनजियांग प्रांत में हुई है.
प्रांतीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि हुबेई प्रांत में शुक्रवार तक 106 मौतों के साथ ही 366 और लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. इसमें बताया गया कि नई रिपोर्ट के मुताबिक सर्वाधिक प्रभावित प्रांत में 63,455 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है.
एनएचसी ने कहा पूरे चीन में वायरस से संक्रमित 20,659 मरीजों की हालत में सुधार आने के बाद शुक्रवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक तेदरोस अदहानोम ग्रेबेयसेस ने शुक्रवार की जिनेवा में मीडिया से कहा कि कोरोना वायरस प्रकोप की जांच के लिए वर्तमान में चीन में मौजूद अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की डब्ल्यूएचओ नीत टीम शनिवार को वुहान जाएगी.
सोमवार को चीन पहुंची 12 सदस्यीय टीम को शुरुआत में बस बीजिंग, गुआंगदोंग और शिचुआन प्रांत जाने की इजाजत थी जबकि बुरी तरह प्रभावित हुबेई प्रांत और उसकी राजधानी वुहान सूची में से गायब थे.
हालांकि चीनी सरकार ने अंतत: टीम को वुहान जाने की इजाजत दे दी. वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के अलावा डब्ल्यूएचओ टीम और उनके चीनी समकक्षों के पास सबसे बड़ा काम बीमारी के इलाज के लिए मानक दवा तैयार करने का है.
चीन की जेलों में भी फैला कोरोना वायरस
चीन में कोरोना वायरस का संक्रमण जेलों में भी फैल गया है. चाइना सेंट्रल टेलीविजन (सीसीटीवी) की रिपोर्ट के अनुसार, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शुक्रवार को कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो की बैठक में कहा कि हुबेई में स्थिति अब भी गंभीर है.
#Coronavirus enters prison: 207 cases of #COVID-19 have been confirmed in an eastern China jail. The concerned officials have been dismissed https://t.co/1e6xtlzgAH pic.twitter.com/wghDqNmqwe
— China Xinhua News (@XHNews) February 21, 2020
कोरोना वायरस अब चीन की पांच जेलों में भी फैल गया है जहां इसके संक्रमण के 447 मामले सामने आए हैं.
चीन की जेलों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आने के बाद कई अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है.
न्याय मंत्रालय में जेल प्रशासन निदेशक ही पिंग ने संवाददाताओं को बताया कि अधिकतर मामले हुबेई की राजधानी वुहान की महिला जेल में सामने आए हैं.
कम्युनिस्ट पार्टी के स्थानीय अखबार ‘हुबेई डेली’ के अनुसार, वुहान महिला जेल वार्डन को वायरस के प्रकोप को रोकने में विफल रहने के कारण हटा दिया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी शेडोंग प्रांत की रेनचेंग जेल में सात गार्ड और 200 कैदियों के वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.
इस संबंध में शेडोंग के न्याय विभाग के प्रमुख शी वेइजुन और सात अन्य अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया.
एक अन्य जेल से 34 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबर है. एक अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण जेलों में किसी की मौत होने की कोई खबर नहीं है.
इस बीच चीन ने हैनान प्रांत में होने वाली अपनी सबसे प्रतिष्ठित वार्षिक बैठक ‘बाओ फोरम फॉर एशिया’ केा स्थगित कर दिया.
चीन इस बैठक के लिए विश्व के शीर्ष नेताओं को अर्थव्यवस्था, व्यापार एवं संबंधित मामलों पर चर्चा के लिए आमंत्रित करता है. इस बैठक के 24 -27 मार्च को होने की संभावना थी.
चीन में कोरोना वायरस से युवा डॉक्टर की मौत
खतरनाक कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों का इलाज करने के लिए अपनी शादी की तारीख आगे बढ़ाने वाले एक डॉक्टर की मौत वायरस संक्रमण से हो गई. चीन में इस वायरस से पीड़ित लोगों का इलाज कर रहे अब तक नौ डॉक्टरों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य ब्यूरो ने बताया कि वुहान के एक अस्पताल के डॉक्टर पेंग यिनहुआ की मौत बृहस्पतिवार को हो गई.
श्वसन संबंधी बीमार का इलाज करने वाले लेंग 25 जनवरी को भर्ती हुए थे और उन्हें 30 जनवरी को इलाज के लिए वुहान जियिनतन अस्पताल भेज दिया गया.
सरकारी ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि पेंग की मौत बृहस्पतिवार रात में हो गई. उन्होंने अपनी शादी की तारीख आगे बढ़ाई थी क्योंकि वह इस वायरस से पीड़ित लोगों का ईलाज करना चाहते थे. अन्य डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बावजूद पेंग की जान बच नहीं सकी.
चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने स्वास्थ्य एजेंसी को पेंग को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए आवेदन करने को कहा है. वहीं इस वायरस के बारे में सबसे पहले चेतावनी देने वाले 34 वर्षीय डॉक्टर ली वेनलियांग की मौत सात फरवरी को हो गई.
उन्होंने अपने मेडिकल कॉलेज छात्रों के समूह में 30 दिसंबर को यह जानकारी दी थी कि वुहान के सेंट्रल अस्पताल में सात मरीज पृथक किए गए हैं जिनमें एसएसआरएस कोरोना वायरस के लक्षण दिखे हैं लेकिन वुहान पुलिस ने उन्हें फटकार लगाई और चुप करा दिया. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने पहले बताया था कि 11 फरवरी तक कुल 1,716 चिकित्सा कर्मी इस वायरस से संक्रमित हुए हैं. पेंग समेत नौ डॉक्टरों की मौत हो चुकी है.
ईरान में कोरोना वायरस के 13 नए मामले
ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस के 13 नए मामले सामने आए. इन संक्रमित लोगों में से दो की मौत हो गयी है.
इसी के साथ देश में कोराना से मरने वालों की संख्या चार हो गई है जबकि प्रभावित लोगों की संख्या 18 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता के जहानपोर ने ट्वीट कर कहा,’13 नये मामलों की पुष्टि हुई है. दुर्भाग्य से इनमें से दो की मौत हो गयी है.’
महाराष्ट्र में पृथक रखे गए सभी 77 लोगों की जांच नकारात्मक आई
कोरोना वायरस के संदेह में महाराष्ट्र में 18 जनवरी से पृथक वार्डों में रखे गए सभी 77 लोगों की जांच रिपोर्ट नकारात्मक आने के बाद 73 लोगों को छुट्टी दे दी गयी है.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पुणे के नायडू अस्पताल और मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में शुक्रवार को दो-दो लोग पृथक वार्ड में हैं.
एक अधिकारी ने कहा कि पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान की रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार तक, राज्य द्वारा भेजे गए सभी 77 नमूनों की जांच नकारात्मक रही है. चीन में वायरस के प्रकोप के बाद प्रभावित स्थानों से मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचने वालों की जांच की जा रही है.
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार तक 44,517 लोगों की हवाई अड्डे पर जांच की गई है.
लद्दाख में कोरोना वायरस से मौत के कयासों को प्रशासन ने खारिज किया
लद्दाख में एक 52 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना वायरस से मौत की अटकलों के बीच केन्द्र शासित प्रदेश ने शुक्रवार को कहा कि उस व्यक्ति की मौत फेफड़े में क्षयरोग के कारण हुई और हाल ही में उसका लद्दाख से बाहर की यात्रा का कोई इतिहास नहीं है.
प्रशासन ने यह भी कहा कि सांस में तकलीफ से पीड़ित एक और व्यक्ति को इलाज के लिये दिल्ली भेजा गया है जबकि ऐसे ही लक्षण वाले तीसरे रोगी को एकांत में रखा गया है.
लद्दाख के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने बयान में कहा कि फ्यांग गांव के निवासी 52 वर्षीय व्यक्ति को खांसी, सांस लेने में तकलीफ और बुखार के बाद 27 जनवरी को यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
बयान में कहा गया है कि यह फेफड़ों में क्षयरोग (टीबी) का मामला था.
रोगी और उसके परिवार की हाल ही में लद्दाख से बाहर की यात्रा का कोई इतिहास नहीं है. पांच फरवरी को रोगी की मौत हो गई थी.
इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि उस व्यक्ति की मौत कोरोना वायरस के चलते हुई.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)