उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद इलाके में सीएए विरोधी और समर्थक समूहों के बीच रविवार को झड़प हो गई. जाफराबाद से सटे मौजपुर में दो समूहों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी. सुरक्षा कारणों के चलते मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं.
नई दिल्ली: भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने संशोधित नागरिकता कानून के समर्थन में मौजपुर लालबत्ती के निकट सभा बुलाकर मांग की कि पुलिस नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) विरोधी प्रदर्शनकारियों को तीन दिन में हटाए.
मिश्रा ने कहा, ‘वे सड़कें बाधित करके 35 लाख लोगों का संपर्क तोड़ना चाहते है. किसी चीज के खिलाफ प्रदर्शन का क्या यह कोई तरीका है? हम इस इलाके को शाहीन बाग नहीं बनने देंगे.’
उन्होंने कहा, ‘सड़कें बाधित करने से करीब 35 लाख लोग प्रभावित हुए है. उनके पास यमुना पार जाने का कोई और रास्ता नहीं है. यदि मैंने सड़कें बाधित करने के विरोध का नेतृत्व नहीं किया होता, तो वे स्वयं ही सड़कें पर उतर आए होते.’
बता दें कि, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद इलाके में सीएए विरोधी और समर्थक समूहों के बीच रविवार को झड़प हो गई.
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के सड़क बाधित करने के बाद से यहां तनाव व्याप्त है.
जाफराबाद से सटे मौजपुर में दो समूहों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी. सुरक्षा कारणों के चलते मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं.
इससे पहले शनिवार रात अधिकतर महिलाओं समेत सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के निकट सीलमपुर, मौजपुर और यमुना विहार को जोड़ने वाली सड़क को बंद कर दिया था. प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा, जिसके चलते जाफराबाद स्टेशन के द्वार बंद कर दिए गए. इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात है.
दोनों समूहों के बीच दोपहर बाद झड़प हो गई और दोनों ने हिंसा के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया.
दिल्ली पुलिस ने कर्दमपुरी की ओर बढ़ रहे सीएए समर्थक प्रदर्शनकारियों को बीच रास्ते में रोक दिया. कर्दमपुरी में सीएए विरोधी प्रदर्शनकारी मौजूद थे.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (पूर्वी रेंज) आलोक कुमार ने कहा, ‘हम इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर रहे हैं.’ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हालात नियंत्रण में हैं.
उन्होंने कहा, ‘हम स्थानीय नेताओं से लगातार बात कर रहे हैं ताकि इलाके में शांति बनी रहे और हम प्रदर्शनकारियों से मुख्य सड़क से हटने का भी अनुरोध कर रहे हैं.’
अधिकारी ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मौजपुर इलाके में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.
मिश्रा ने ट्वीट किया, ‘हमने दिल्ली पुलिस को सड़क खाली कराने के लिये तीन दिन का समय दिया है. जाफराबाद और चांदबाग की सड़क खाली कराएं.’
मिश्रा ने एक वीडियो भी ट्वीट किया, जिसमें वह सभा को संबोधित करते हुए कह रहे हैं, ‘वे (प्रदर्शनकारी) दिल्ली में तनाव पैदा करना चाहते हैं. इसलिये उन्होंने सड़कें बंद कर दी हैं. इसीलिये उन्होंने यहां दंगे जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. हमने कोई पथराव नहीं किया.’
उन्होंने वहां मौजूद लोगों से कहा, ‘अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत में रहने तक, हम इलाके को शांतिपूर्वक छोड़ रहे हैं. इसके बाद अगर तब तक सड़कें खाली नहीं हुईं तो हम आपकी (पुलिस की) नहीं सुनेंगे.’
https://twitter.com/KapilMishra_IND/status/1231544492596981760
मिश्रा के साथ आए मौजपुर निवासी और छात्र अमन शर्मा (22) ने कहा कि हम सीएए-विरोधी प्रदर्शनकारियों के सड़क बंद करने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.
उन्होंने दावा किया, ‘दोपहर करीब ढाई बजे, उन्होंने (सीएए-विरोधी प्रदर्शनकारियों) पथराव किया और कांच की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं.’
डीएमआरसी ने ट्वीट किया कि सुरक्षा कारणों के चलते बाबरपुर-मौजपुर मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)