दिल्ली पुलिस का दावा है कि वे स्थिति को संभालने के लिए हिंसाग्रस्त इलाकों में अधिक फोर्स उतार रहे हैं हालांकि स्थिति संभलती हुई दिखाई नहीं दे रही है.
नई दिल्ली: दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाकों में हिंसा थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. इन इलाकों से लगातार आगजनी, पत्थरबाजी और फायरिंग की खबरें आ रही हैं. दिल्ली पुलिस का दावा है कि वे स्थिति को संभालने के लिए हिंसाग्रस्त इलाकों में अधिक फोर्स उतार रहे हैं हालांकि स्थिति संभलती हुई दिखाई नहीं दे रही है.
इस बीच खबर आई है कि इस हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है. जीटीबी हॉस्पिटल के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है. इसमें दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल भी शामिल हैं.
हॉस्पिटल के एक डॉक्टर ने कहा, ‘पीड़ितों में 50 फीसदी लोगों को गोली लगी थी.’ बीते सोमवार को ही पांच लोगों की मौत हो गई थी. इस समय करीब 150 लोग अस्पताल में भर्ती हैं.
बीते रविवार से ही उत्तर पूर्वी दिल्ली के इलाकों में नागिरकता संशोधन कानून को लेकर दो गुटों के बीच झड़प जारी है. रविवार को स्थिति काफी गंभीर हो गई और दोनों पक्षों के अपद्रवियों ने भीषण हिंसा की, कई दुकानों और गाड़ियों को आग लगाया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है.
हिंसा को देखते हुए कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है. खासकर मौजपुर, कर्दमपुरी, चांद बाग, दयालपुर जैसे इलाकों में ज्यादा निगरानी की जा रही है. पत्थरबाजी की खबरें आने के बाद खजूरी खास इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को उतार दिया गया है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को सभी लोगों से गुजारिश की कि वे शांति बनाए रखें. स्थिति को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट से कहा गया कि पुलिस के साथ शांति मार्च निकाला जाए. उन्होंने प्रभावित इलाकों के सभी मंदिरों और मस्जिदों से भी गुजारिश की कि वे शांति बनाए रखें. केजरीवाल ने दोपहर में केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ बैठक कर स्थिति के बारे में चर्चा की थी.