दिल्ली पुलिस ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान 11 लोगों की मौत के संबंध में मंगलवार को 11 प्राथमिकी दर्ज की है. दिल्ली पुलिस की ओर से कहा गया है कि उत्तरपूर्वी दिल्ली में स्थिति नियंत्रण में है. हालांकि कुछ हिस्सों से हिंसा की खबरें आ रही हैं. अब तक 20 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.
नई दिल्ली: दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाकों में हिंसा थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. इन इलाकों से लगातार आगजनी, पत्थरबाजी और फायरिंग की खबरें आ रही हैं. दिल्ली पुलिस का दावा है कि वे स्थिति को संभालने के लिए हिंसाग्रस्त इलाकों में अधिक फोर्स उतार रहे हैं हालांकि स्थिति संभलती हुई दिखाई नहीं दे रही है.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पूर्वोत्तर दिल्ली में हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 20 हो गई जबकि कम से कम 250 लोग घायल हो गए हैं जिनमें से कई लोग गंभीर रुप से घायल हैं. हेड कॉन्स्टेबल सहित अधिकांश पीड़ितों की गोली लगने से मौत हुई है.
बीते रविवार से ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में उपद्रवियों की भीड़ लाठी-डंडे, रॉड और छड़ी लेकर घूम रही है और मुसलमानों के घर और दुकानें जला रही है. हालांकि, जब उपद्रवियों की भीड़ ने सड़कों पर दंगा कर रही थी और लोगों पर हमला कर रही थी तब दिल्ली पुलिस ज्यादातर मूकदर्शक बनकर देख रही थी.
हिंसा को देखते हुए कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है. खासकर मौजपुर, कर्दमपुरी, चांद बाग, दयालपुर जैसे इलाकों में ज्यादा निगरानी की जा रही है. पत्थरबाजी की खबरें आने के बाद खजूरी खास इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को उतार दिया गया है.
इससे पहले मंगलवार की सुबह दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी किया और दोपहर 12.30 बजे तक राष्ट्रीय राजधानी में हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ कार्रवाई पर उसी दिन प्रतिक्रिया मांगी.
जस्टिस एस. मुरलीधर और तलवंत सिंह की पीठ ने कहा कि पुलिस को अदालत के आदेशों का इंतजार नहीं करना चाहिए, बल्कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए खुद कार्रवाई करनी चाहिए.
हाईकोर्ट ने तीन भाजपा नेताओं- अनुराग ठाकुर, परवेश साहिब सिंह और कपिल मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और नागरिकता कानून का विरोध करने वालों के खिलाफ भड़काऊ बयान देने के लिए एक याचिका की सुनवाई कर रही थी.
बता दें कि, सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कपिल मिश्रा के बयानों के 24 घंटे के भीतर दंगे और भीड़ के हमले भड़क गए थे.
I have been in touch wid large no of people whole nite. Situation alarming. Police, despite all its efforts, unable to control situation and instil confidence
Army shud be called in and curfew imposed in rest of affected areas immediately
Am writing to Hon’ble HM to this effect
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 26, 2020
वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं पूरी रात बड़ी संख्या में लोगों के संपर्क रहा. अपनी पूरी कोशिश के बाद भी पुलिस हालात को नहीं संभाल पा रही है. सेना को बुलाया जाना चाहिए और तत्काल बाकी के प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू लगाया जाए. मैं इस संबंध में गृहमंत्री को पत्र लिख रहा हूं.’
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को सभी लोगों से गुजारिश की कि वे शांति बनाए रखें. स्थिति को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट से कहा गया कि पुलिस के साथ शांति मार्च निकाला जाए. उन्होंने प्रभावित इलाकों के सभी मंदिरों और मस्जिदों से भी गुजारिश की कि वे शांति बनाए रखें. केजरीवाल ने दोपहर में केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ बैठक कर स्थिति के बारे में चर्चा की थी.
अब तक 11 प्राथमिकी दर्ज
दिल्ली पुलिस ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान 11 लोगों की मौत के संबंध में मंगलवार को 11 प्राथमिकी दर्ज की है. दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मंदीप सिंह रंधावा ने कहा कि उत्तरपूर्वी दिल्ली में स्थिति नियंत्रण में है.
हालांकि कुछ हिस्सों से हिंसा की खबरें आ रही हैं. अब तक 20 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.
हिंसा का शिकार हुए 11 लोगों में दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल रतन लाल भी शामिल हैं सूत्रों ने बताया कि उन्हें बाएं कंधे में गोली लगी थी. रंधावा ने कहा कि हिंसा के संबंध में 11 प्राथमिकी दर्ज हुई है.
उनसे भाजपा नेता कपिल मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में भी सवाल पूछा गया. उन्होंने प्रश्न के जवाब में कहा, ‘सभी चीजें जांच के दायरे में है. हम जांच करेंगे और षडयंत्रकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.’
सूत्रों ने बताया कि बंदूक लेकर खुले आम घूमने वाले और कई राउंड गोली चलाने वाले शाहरुख को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने कहा, ‘ हम इधर-उधर हो रही हिंसा पर कार्रवाई कर रहे हैं. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. आरएफ, एसएसबी और सीआरपीएफ को तैनात किया गया है.’
अधिकारी ने बताया, ‘गृह मंत्रालय ने हमें अतिरिक्त बल दिया है और हम तैनात कर रहे हैं.’
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 67 कंपनियां क्षेत्र में तैनात की गई हैं. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी इलाके में हैं और स्थिति पर करीबी निगरानी के लिए अपराध शाखा और अन्य ईकाइयां भी काम कर रही हैं.
अधिकारी ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर करीब नजर रख रहे हैं. रंधावा ने बताया कि सोमवार से ही पुलिस के पास हिंसा के संबंध में फोन आने शुरू हो चुके थे.
उन्होंने कहा, ‘हमें गोकलपुरी, मौजपुर, भजनपुरा, करावल नगर से इस तरह की हिंसा के संबंध में फोन आए और हमने बल तैनात किए.’
अधिकारी ने कहा, ‘हमने महत्वपूर्ण स्थानों पर बल तैनात किए. प्रदर्शनकारियों के बीच में झड़प के बाद स्थिति पर नियंत्रण के लिए बल भेजे थे.’
रंधावा ने बताया कि दो आईपीएस अधिकारियों समेत 56 पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं. डीसीपी (शाहदरा) अमित शर्मा को सिर में चोट आई है और वह स्वास्थ्य निगरानी में हैं. उन्होंने बताया कि 130 नागरिक जख्मी हुए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील की है.
रंधावा ने कहा, ‘निषेधाज्ञा लागू होने के बाद भी घटनाएं सामने आईं और हमने कार्रवाई की. हम घटनाओं से निपट रहे हैं और कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं. सभी असमाजिक तत्वों से कड़ाई से निपटा जाएगा.’ स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है और बालकनी से पत्थरबाजी करने वालों की पहचान सीसीटीवी से हो रही है.