दिल्ली हिंसा: सोनिया गांधी ने कहा- हालात के लिए केंद्र ज़िम्मेदार, गृहमंत्री इस्तीफ़ा दें

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा पर कहा कि यह एक सोचा-समझा षड्यंत्र है. भाजपा के कई नेताओं ने भड़काऊ बयान देकर नफ़रत और भय का माहौल पैदा किया. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री भी शांति बनाए रखने में नाकाम रहे.

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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी. (फाइल फोटो साभार: ट्विटर/@INCIndia)

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा पर कहा कि यह एक सोचा-समझा षड्यंत्र है. भाजपा के कई नेताओं ने भड़काऊ बयान देकर नफ़रत और भय का माहौल पैदा किया. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री भी शांति बनाए रखने में नाकाम रहे.

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी. (फोटो साभार: ट्विटर/@INCIndia)
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी. (फोटो साभार: ट्विटर/@INCIndia)

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा को लेकर बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उन्हें तत्काल इस्तीफा देना चाहिए.

पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पारित प्रस्ताव पढ़ते हुए सोनिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘दिल्ली में हो रही हिंसा और जानमाल नुकसान के बाद स्थिति पर चर्चा के लिए बैठक हुई. यह एक सोचा-समझा षड्यंत्र है. भाजपा के कई नेताओं ने भड़काऊ बयान देकर नफरत और भय का माहौल पैदा किया.’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति उन सभी परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती है, जिन्होंने हिंसा में अपने प्रियजनों को खो दिया है.

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सीडब्ल्यूसी लोगों से घृणा की राजनीति को अस्वीकार करने और दरारें भरने के लिए बेहतर कदम उठाने की अपील करती है .

सोनिया ने कहा कि मौजूदा स्थिति के लिए केंद्र सरकार और खासकर गृहमंत्री जिम्मेदार हैं तथा उन्हें तत्काल इस्तीफा देने चाहिए. उन्होंने यह दावा भी किया कि दिल्ली सरकार भी अपनी भूमिका निभाने में विफल रही.

दैनिक जागरण के अनुसार उन्होंने कहा, ‘दिल्ली के हालात इन दिनों बेहद चिंताजनक है. पिछले 72 घंटों में 20 ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. दिल्ली पुलिस पिछले 72 घंटों में पंगु बनी हुई है. मरने वालों में दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल भी शामिल है और सैकड़ों लोग अस्पताल में हैं. इनमें से कई लोग गोलीबारी में घायल हुए हैं. उत्तर-पूर्वी दिल्ली की सड़कों पर हिंसा जारी है.’

उन्होंने आगे कहा, ‘दिल्ली की वर्तमान स्थिति के लिए केंद्र और केंद्रीय गृहमंत्री जिम्मेदार हैं. गृहमंत्री अमित शाह को इसकी जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए’

कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री भी शांति बनाए रखने में नाकाम रहे. सीडब्ल्यूसी का मानना है कि स्थिति गंभीर है और तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है.’

सोनिया ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को प्रभावित इलाकों में जाना चाहिए और लोगों के साथ लगातार संवाद करना चाहिए.

उन्होंने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त बल तैनात किया जाना चाहिए तथा मोहल्लों में शांति समितियों का गठन किया जाना चाहिए .

इस संवाददाता सम्मेलन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद थे. इससे पहले, सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, वरिष्ठ नेता एके एंटनी, केसी वेणुगोपाल और कई अन्य नेता शामिल हुए.

गौरतलब है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष ने सांप्रदायिक रंग ले लिया था. उपद्रवियों ने कई घरों, दुकानों तथा वाहनों में आग लगा दी और एक-दूसरे पर पथराव किया.

इन घटनाओं में बुधवार तक कम से कम 20 लोगों की जान चली गई और करीब 200 लोग घायल हो गए.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)