शाहीन बाग में एहतियाती कदम के तौर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

पुलिस की यह तैनाती तब की गई है जब दक्षिणपंथी समूह हिंदू सेना ने एक मार्च को शाहीन बाग रोड खाली कराने का आह्वान किया. हालांकि शनिवार को पुलिस के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने शाहीन बाग में सीएए विरोधी आंदोलन के खिलाफ अपना प्रस्तावित प्रदर्शन वापस ले लिया.

शाहीन बाग इलाके में भारी संख्या में तैनात पुलिस बल. (फोटो: एएनआई)

पुलिस की यह तैनाती तब की गई है जब दक्षिणपंथी समूह हिंदू सेना ने एक मार्च को शाहीन बाग रोड खाली कराने का आह्वान किया. हालांकि शनिवार को पुलिस के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने शाहीन बाग में सीएए विरोधी आंदोलन के खिलाफ अपना प्रस्तावित प्रदर्शन वापस ले लिया.

शाहीन बाग इलाके में भारी संख्या में तैनात पुलिस बल. (फोटो: एएनआई)
शाहीन बाग इलाके में भारी संख्या में तैनात पुलिस बल. (फोटो: एएनआई)

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने दक्षिणपूर्वी दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में रविवार को एहतियाती कदम के तौर पर सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की, जहां कई महिलाएं संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ दो महीने से अधिक समय से प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

पुलिस की यह तैनाती तब की गई है जब दक्षिणपंथी समूह हिंदू सेना ने एक मार्च को शाहीन बाग रोड खाली कराने का आह्वान किया. हालांकि शनिवार को पुलिस के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने शाहीन बाग में सीएए विरोधी आंदोलन के खिलाफ अपना प्रस्तावित प्रदर्शन वापस ले लिया.

पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) आरपी मीणा ने कहा, ‘समय से किए हस्तक्षेप के कारण प्रस्तावित प्रदर्शन रद्द कर दिया गया, लेकिन हमने यहां एहतियातन भारी पुलिस बल तैनात किया है.’

अधिकारी ने बताया कि दो महिलाकर्मियों की टुकड़ियों समेत 12 टुकड़ियों को शाहीन बाग में तैनात किया गया है. स्थानीय पुलिस के साथ चार पुलिस जिलों के 100 पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है.

हिंदू सेना ने एक बयान में कहा कि पुलिस ने शाहीन बाग आंदोलन के खिलाफ रविवार के उनके प्रदर्शन को वापस लेने का उन पर दबाव बनाया.

जामिया मिलिया इस्लामिया के समीप शाहीन बाग संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी के खिलाफ लोगों के एक वर्ग का 15 दिसंबर से प्रदर्शन स्थल बना हुआ है.

बता दें कि, इससे एक हफ्ते पहले ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर भड़की हिंसा में अब तक 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 300 से अधिक घायल हो चुके हैं.

उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांदबाग, मुस्तफाबाद, भजनपुरा, शिव विहार, यमुना विहार हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में शामिल हैं. हिंसा के दौरान संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है. उग्र भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, पेट्रोल पंपों को फूंक दिया और स्थानीय लोगों तथा पुलिसकर्मियों पर पथराव किया.

इस मामले में अब तक दिल्ली पुलिस ने 167 प्राथमिकी दर्ज की है और 885 लोगों को गिरफ्तार किया है या हिरासत में लिया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)