बिहार के दरभंगा में हुई एक रैली में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिका और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आदर्श मानते हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने योगी आदित्यनाथ ने बिहार के दरभंगा में हुई एक रैली में ताजमहल को भारतीय संस्कृति का हिस्सा मानने से इनकार किया है.
अपने भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि जब किसी दूसरे देश का अतिथि भारत आता है या फिर भारत से कोई पदाधिकारी आधिकारिक यात्रा पर विदेश जाता है तो भारतीय संस्कृति के प्रतीक के रूप में ताजमहल या किसी मीनार की आकृति भेंट स्वरूप दी जाती थी. पर जब से केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनी है, तब से ताजमहल या किसी भी मीनार की आकृति भेंट स्वरूप देना बंद कर दिया गया है, क्योंकि इनका भारतीय संस्कृति से कोई लेना-देना नहीं है.
उन्होंने आगे बताया, ‘केंद्र में भाजपा जबसे सत्ता में आई है, तब से भेंट स्वरूप ‘भागवद्गीता’ दी जाती है, जो सही मायनों में भारतीय संस्कृति का प्रतीक है.’
इसके साथ ही योगी ने राज्य की गठबंधन सरकार पर हमला करते हुए लालू और नीतीश की जोड़ी को बेमेल शादी क़रार देते हुए कहा कि 2020 में बिहार में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी. उन्होंने यह भी कहा है कि अब वो सिर्फ एक जिले में नहीं बल्कि बिहार के हर जिले में जाएंगे.
योगी ने अपने पूरे भाषण में उत्तर प्रदेश सरकार बनने के बाद बूचड़खानों को बंद करने तथा एंटी रोमियो स्क्वाड के गठन की प्रशंसा करते हुए कहा है कि अगर बिहार में भाजपा की सरकार बनी तो गोहत्या पर प्रतिबंध के साथ एंटी रोमियो स्क्वाड का भी गठन किया जाएगा.
प्रधानमंत्री के बारे में उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मोदी जी को अपना आदर्श मानते हैं.