शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ को ‘रावण’ और ज्योतिरादित्य सिंधिया को बताया ‘विभीषण’

कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर इशारा करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि रावण की लंका अगर पूरी तरह जलानी है तो विभीषण की तो ज़रूरत होती है और अब सिंधिया जी हमारे साथ हैं. मिलकर लड़ेंगे.

Bhopal: BJP leader Jyotiraditya Scindia being felicitated by party leader Shivraj Singh Chauhan, at party office in Bhopal, Thursday, March 12, 2020. (PTI Photo)(PTI12-03-2020_000214B)

कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर इशारा करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि रावण की लंका अगर पूरी तरह जलानी है तो विभीषण की तो ज़रूरत होती है और अब सिंधिया जी हमारे साथ हैं. मिलकर लड़ेंगे.

Bhopal: BJP leader Jyotiraditya Scindia being felicitated by party leader Shivraj Singh Chauhan, at party office in Bhopal, Thursday, March 12, 2020. (PTI Photo)(PTI12-03-2020_000214B)
ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ शिवराज सिंह चौहान. (फोटो: पीटीआई)

भोपाल: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को मीडिया से बात करने के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की तुलना ‘रावण’ से करते हुए कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया को विभीषण बता दिया.

इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस एवं कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि कल तक तो ये कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए सिंधिया को महाराज, महाराज कहते थे और अब माफिया कहते हैं. क्या एक दिन में सिंधिया जी महाराज से माफिया हो गए.

मालूम हो ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस से अपना 18 साल पुराना रिश्ता तोड़ते हुए बीते 11 मार्च को भाजपा में शामिल हो गए थे.

भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार भोपाल आए सिंधिया का स्वागत करने के लिए आयोजित सभा को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा, ‘मेरे कमलनाथ, मैंने कहा था कि (हमारे) कार्यकर्ता के आए एक-एक आंसू का हिसाब लूंगा.’

कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए सिंधिया की ओर संकेत करते हुए उन्होंने आगे कहा, ‘लेकिन अगर रावण की लंका अगर पूरी तरह जलानी है तो विभीषण की तो जरूरत होती है मेरे भाई. और अब सिंधिया जी हमारे साथ हैं. मिलकर लड़ेंगे, इनको (कमलनाथ सरकार) धाराशाही करेंगे.’

उन्होंने कमलनाथ पर प्रदेश की जनता एवं भाजपा कार्यकर्ताओं पर जुल्म करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘इसको (मकान, होटल, रिसॉर्ट) तोड़ दो, इसको मिटा दो, तुम्हारे घर का राज है क्या? यदि तुम ठीक से राज करते तो हम सड़कों पर नहीं उतरते.’

चौहान ने कहा, ‘लेकिन आज हम यह संकल्प करते हैं कि कमलनाथ जब तक तुम्हारे पाप, अत्याचार, अन्याय, भ्रष्टाचार और आतंक की लंका को जलाकर राख नहीं कर देते, हम चुप नहीं बैठेंगे. हम आराम से नहीं बैठेंगे.’

वर्ष 2018 में कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने की ओर इशारा करते हुए चौहान ने कहा, ‘15 साल बाद आए हैं तो बहुत अच्छी सरकार चलाएंगे, लेकिन पूरे प्रदेश को तबाह एवं बर्बाद कर दिया. विकास के सारे काम ठप कर दिए.’

उन्होंने कहा, ‘केवल एक काम है कि भाजपा के कार्यकर्ताओं को कुचल दो. आदिवासियों की जमीन छीनने का काम किया गया, हमारे कार्यकर्ताओं के होटल जला दिए, एफआईआर करो, रासुका लगा दो, होटल, रिसॉर्ट तोड़ दो, प्राथमिकी दर्ज करा दो, बंद करा दो, रासुका लगा दो.’

कमलनाथ सहित कांग्रेस नेताओं द्वारा सिंधिया को माफिया कहने पर चौहान ने तंज कसते हुए आगे कहा, ‘और कल तक तो (सिंधिया को) कहते थे महाराज, महाराज और अब कहते हैं माफिया है. एक दिन में महाराज से माफिया हो गया.’

उन्होंने कहा कि चारों तरफ इस कांग्रेस सरकार ने आतंक का वातावरण बना कर हमारे हजारों कार्यकर्ताओं के साथ जुल्म किया, अन्याय किया, जनता को परेशान किया.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर 2018 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोलते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें कंस मामा कह दिया था. सिंधिया ने कहा था कि वह (शिवराज सिंह) महाभारत के ‘कंस’ और ‘शकुनी मामा’ की तरह ‘कलयुगी मामा’ हैं.

उसी दौरान एक चुनावी रैली के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने दोहरी मानसिकता का आरोप लगाते हुए सिंधिया की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था, ‘माफ करो महाराज अब तो बस शिवराज.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)