मध्य प्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों के लिए 26 मार्च को मतदान होना है. वर्तमान में मध्य प्रदेश से कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और भाजपा के प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया राज्यसभा सांसद हैं. इन तीनों का कार्यकाल अगले महीने समाप्त हो रहा है. कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह को फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है.
भोपाल: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 26 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को भोपाल स्थित विधानसभा सचिवालय में भाजपा उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.
सिंधिया प्रदेश भाजपा कार्यालय से रवाना होकर लगभग दो बजे विधानसभा सचिवालय पहुंचे और निर्वाचन अधिकारी और विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह को अपना नामांकन पत्र सौंपा.
इस दौरान सिंधिया के साथ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, निर्वतमान राज्यसभा सदस्य प्रभात झा और प्रदेश भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे.
भाजपा कार्यालय पहुंचने से पहले सिंधिया ने पार्टी के अन्य नेताओं के साथ प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा के आवास पर दोपहर का भोजन किया था. उन्होंने आज सुबह अपनी बुआ और भाजपा विधायक यशोधरा राजे सिंधिया से भी मुलाकात की थी.
शिवराज सिंह चौहान द्वारा अपने निवास पर गुरुवार रात सिंधिया के सम्मान में रात्रिभोज दिया गया था.
इससे पहले बीते 11 मार्च को भाजपा में शामिल होने के तुरंत बाद भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश से राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किया था.
मध्य प्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों के लिए 26 मार्च को मतदान होना है. वर्तमान में मध्य प्रदेश से कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और भाजपा के प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया राज्यसभा सांसद हैं. इन तीनों सांसदों का कार्यकाल अगले माह समाप्त हो रहा है.
कांग्रेस ने प्रदेश से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को फिर से उम्मीदवार बनाया है जबकि भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपना प्रत्याशी बनाया है.
गौरतलब है कि सिंधिया अकेले भाजपा में नहीं गए हैं, उनके समर्थन में राज्य सरकार के छह मंत्रियों समेत 22 विधायकों ने भी विधानसभा सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है. ये सभी कांग्रेसी हैं, जिससे मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार संकट में आ गई है.
230 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए जरूरी 116 विधायकों में से अब उसके पास केवल 92 कांग्रेस विधायक रह गए हैं. सदन में चार निर्दलीय, दो बसपा और एक विधायक सपा का है जो कि कमलनाथ सरकार को समर्थन दे रहे हैं. इनका रुख अभी स्पष्ट होना बाकी है, इसलिए सरकार के गिरने की बातों को बल मिल रहा है.
भाजपा में शामिल होने के लिए स्वयं को भाग्यशाली मानता हूं: ज्योतिरादित्य सिंधिया
इससे पहले बीते गुरुवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के लिए वह स्वयं को भाग्यशाली मानते हैं. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि वह उनके लिए पूरे दिल से मेहनत करेंगे.
भाजपा में शामिल होने के बाद पहली दफा भोपाल में प्रदेश पार्टी कार्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा, ‘जिस संगठन, जिस परिवार में मैंने बीस साल गुजारे हैं. मैंने मेहनत, लगन, संकल्प के साथ अपना खून और पसीना वहां दिया. उस सब को छोड़कर मैं अपने आप को आपके हवाले कर रहा हूं.’
उन्होंने कहा, ‘भाजपा में शामिल होने के लिए मैं अपने का भाग्यशाली मानता हूं. पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने इस पार्टी के दरवाजे मेरे लिए खोल दिए.’
सिंधिया ने कहा कि जब उन्होंने मंदसौर गोलीकांड में किसानों पर दायर मुकदमों और अतिथि विद्वानों जैसे अन्याय के मुद्दे उठाए और सड़क पर उतरने के बात कही तो कांग्रेस नेताओं ने कहा, ‘आपकी मर्जी है, उतर जाएं.’
उन्होंने कहा कि जब सिंधिया परिवार को कोई ललकारता है तो वह (सिंधिया) चुप नहीं रहता. सिंधिया ने कहा कि उनका केवल एक उद्देश्य है ‘हर भाजपा कार्यकर्ता की दिल में जगह बनाना.’
मुख्यमंत्री कमलनाथ पर तंज करते हुए चौहान ने कहा कि बॉलीबुड के आईफा आयोजन के लिए उनके पास धन है लेकिन किसानों के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं.
सिंधिया ने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा, ‘ये भी आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि जहां आपका एक बूंद पसीना टपकेगा, वहां मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया सौ बूंद पसीना बहाऊंगा. और अगर खून की जरूरत होगी, तो ज्योतिरादित्य सिंधिया हाजिर है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)