ईरान कोरोना वायरस के संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित देशों में से एक है. बृहस्पतिवार को 149 लोगों की मौत के बाद यहां इसके संक्रमण से मरने वालों की संख्या 1,284 पहुंच गई है. ईरान में 18,500 से ज़्यादा लोग इससे संक्रमित हैं.
नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने दिल्ली हाईकोर्ट को सूचित किया है कि ईरान में भारतीय दूतावास ने 1,514 भारतीय नागरिकों की जांच की है, जिसमें से केवल 298 भारतीय ही कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को जस्टिस नवीन चावला के समक्ष एक संयुक्त रिपोर्ट पेश की, जिसमें कहा गया कि ईरान में मेडिकल छात्रों की बड़ी संख्या की वजह से कोरोना से संक्रमण की दर कम है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि सात मार्च 2020 को 108 लोगों के खून के नमूनों का पहला बैच मिला, जिसमें 65 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए.
रिपोर्ट में कहा गया, ‘दस मार्च 2020 को 529 भारतीयों के खून के नमूने मिले, जिनकी जांच पुणे में हुई थी. इनमें से 384 लोगों के खून के नमूने निगेटिव पाए गए हैं. 13 मार्च 2020 को 558 सैंपल भारत भेजे गए, जिनमें से 476 सैंपल निगेटिव पाए गए। 15 मार्च को 319 सैंपल भारत लाए गए, जिनमें से 291 सैंपल निगेटिव पाए गए.’
इस रिपोर्ट में कहा गया कि 16 मार्च को 192 लोगों के खून के नमूने मिले, जिनकी फिलहाल जांच चल रही है.
रिपोर्ट में कहा गया कि अभी तक 389 भारतीय नागरिकों को ईरान से भारत लाया गया है, जिनमें से 206 तीर्थयात्री और 183 छात्र और एक शिक्षक है.
ईरान में कोरोना वायरस के संकट के बीच वहां के विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे भारतीय छात्रों को एयरलिफ्ट कराकर भारत लाने की याचिका के बाद यह रिपोर्ट आई है.
ईरान कोरोना वायरस के संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित है. बृहस्पतिवार को 149 लोगों की मौत के बाद यहां इसके संक्रमण से मरने वालों की संख्या 1,284 पहुंच गई है. ईरान में 18,500 से ज़्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हैं.
मालूम हो कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के संक्रमण से 10 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. इस भयावह बीमारी के संक्रमण से 2,34,000 से ज्यादा लोग पीड़ित हैं.
संक्रमण के मामलों में चीन, इटली, ईरान, स्पेन और जर्मनी के बाद अमेरिका छठे स्थान पर है. इसके बाद फ्रांस और दक्षिण कोरिया है.